इंजेक्शन लगा... कैनुला निकला, फिर कहा-मैं जा रही हूं और यूं हो गई वर्षा की मौत
बागपत में महिला वर्षा की अस्पताल में इंजेक्शन लगने के बाद दुखद मौत हो गई। परिवार ने डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप लगाया है, जिसके अनुसार सांप काटने के बाद वर्षा ठीक थी, लेकिन कैनुला निकलवाने के दौरान गलत इंजेक्शन देने से उसकी हालत बिगड़ गई।

सर्पदंश की शिकार वर्षा व बागपत के जिला अस्पताल में पत्नी की मौत के बाद गमजदा बैठे भाकियू के एनसीआर महासचिव प्रदीप धामा (बीच में)। जागरण
जागरण संवाददाता, बागपत। सपने में भी नहीं सोचा था कि ऐसा दिन भी देखना पड़ेगा। वर्षा अस्पताल से हंसते और बात करते हुए निकलती है, अचानक मन में आया कि घर पर जाकर दिक्कत होगी, इसलिए अभी हाथ में लगा कैनुला निकलवा देते हैं। वर्षा वापस चिकित्सक के पास पहुंची और बोली कि डाक्टर साहब... हाथ से कैनुला निकाल दो। डाक्टर बोले अब कोई दिक्कत, वर्षा ने जवाब दिया मैं ठीक हूं... सिर्फ गले में हल्की खराश हो रही है। डाक्टर बोले कि आपको एक इंजेक्शन लगा देते हैं। इंजेक्शन लगते ही वर्षा की हालत बिगड़ गई। वर्षा ने कहा कि मैं जा रहीं हूं, बच्चों का ध्यान रखना। अगले पांच सेकेंड बाद वर्षा का शरीर पीला पड़ गया और अचेत हो गई।
प्रदीप धामा बताते हैं कि सांप के डसने के बाद पत्नी को कोई दिक्कत नहीं हुई थी। वह खुद ही एहतियातन वर्षा को सीएचसी लेकर गए। टीटी (टेटनस टाक्साइड) का इंजेक्शन लगाने के बाद चिकित्सक ने जिला अस्पताल के लिए रेफर किया। करीब 10 बजे जिला अस्पताल पहुंचे। करीब 11.40 बजे चिकित्सक बोले कि बाहर टहल लो। बाहर टहलने के बाद घर चलने के लिए तैयार हो गए। तभी कैनुला निकलवाने के लिए चिकित्सक के पास पहुंचे।
चिकित्सक ने एंटी स्नेक वेनम की 0.25 एमएल डोज देने के बजाय एक एमएल दी। इसके करीब सात सेकेंड बाद ही वर्षा अचेत हो गई और उसका रंग पीला पड़ गया। चिकित्सकों ने आधा घंटे तक पैर की मालिश कराई। फिर रेफर करते हुए एंबुलेंस बुलाने की कोशिश की तो उन्होंने कहा कि अब कहां भेज रहे हो, वर्षा की तो जान चली गई।
भाकियू के जिलाध्यक्ष प्रताप गुर्जर का आरोप है कि खाना खाने के बहाने चिकित्सक एवं कर्मचारी घंटों कक्ष में रहे। डीएम को फोन करने के बाद कक्ष से बाहर निकले।
झाड़-फूंक में समय न गंवाएं : जिला अस्पताल के सीएमएस डा. अनुराग वार्ष्णेय का कहना है कि सांप के डसने के बाद मरीज को तत्काल सरकारी अस्पताल लेकर पहुंचें। यहां पर पर्याप्त मात्रा में स्नेक एंटीवेनम इंजेक्शन उपलब्ध हैं। झाड़-फूंक में समय न गंवाएं। पीड़ित के शरीर पर बंध और चीरा-टांका न लगाएं।
घर के आसपास सफाई रखें : वन क्षेत्राधिकारी श्रवण कुमार का कहना है कि जिले में ज्यादातर रैट स्नेक पाए जाते हैं। साधारण कोबरा 5-10 प्रतिशत मिलता है। सांपों का आवासों में आना फसलों में कीटनाशक दवाई का ज्यादा प्रयोग, खेतों में भवनों का निर्माण होना हो सकता है। लोग घरों के आसपास सफाई रखें।
बच्चों के सिर से उठ गया मां का साया
बागपत : वर्षा का 18 वर्षीय बेटा मानवेंद्र 12वीं करने के बाद आइआइटी में प्रवेश की तैयारी कर रहा है। 11 वर्षीय बेटी मानवी कक्षा पांच में पढ़ती है। उनके सिर से मां का साया उठ गया। घटना से परिवार में कोहराम मचा है। पीड़ित स्वजन को सांत्वना देने वालों का घर पर तांता लगा है। वर्षा के पोस्टमार्टम से पहले मर्चरी के बाहर विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं, कार्यकर्ताओं व सामाजिक संगठन के लोगों का जमावड़ा लगा रहा। वर्षा को डसने वाला बताया कोबरा वर्षा पशुओं की नांद में रखे सामान को उठाने गई थी। फिलहाल घर पर पशु नहीं है। वहां पर पहले से मौजूद सांप ने उनके पैर में काटा है। बताया जा रहा है कि वर्षा को कोबरा ने डसा है। इसके बाद सांप खुद ही वहां से गायब हो गया।

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