कंबोडिया में साइबर स्लेवरी में फंसा यूपी का युवक पांच महीने बाद भारत लौटा... बताई खौफनाक कहानी
बागपत के धनौरा सिल्वरनगर के विकास राणा कंबोडिया में साइबर स्लेवरी का शिकार हो गए थे। उन्होंने सुरक्षित लौटने पर पीएम मोदी और सीएम योगी को धन्यवाद दिया। विकास मर्चेंट नेवी में नौकरी के लिए कंबोडिया गए थे, जहाँ उनका पासपोर्ट जब्त कर लिया गया था। पत्नी की शिकायत के बाद पुलिस और दूतावास ने उन्हें छुड़ाया। विकास ने युवाओं को विदेश में नौकरी के नाम पर ठगी से बचने की सलाह दी है।

जागरण संवाददाता, बागपत। धनौरा सिल्वरनगर के गांव के कंबोडिया में साइबर स्लेवरी का शिकार हुए विकास राणा ने शनिवार को व्यक्तव्य देते हुए देश के पीएम व सीएम योगी आदित्यनाथ को धन्यवाद दिया है।
धनौरा सिल्वरनगर गांव निवासी विकास राणा 17 जुलाई को मर्चेंट नेवी में नौकरी करने के लिए गांव के ही एक युवक के साथ कंबोडिया गया था। जहां कुछ दिन बाद विकास राणा साइबर स्लेवरी में फंस गया था। इस दौरान उसका पासपोर्ट में वीजा भी जब्त कर लिया गया था। साइबर अपराधी उससे जबरन काम ले रहे थे।
कुछ दिन बाद किसी तरह विकास ने व्हाट्सएप कॉल करके अपनी पत्नी डोली को बंधक बनाए जाने की सूचना दी थी। इसके बाद पत्नी डोली द्वारा 25 सितंबर को जनपद की साइबर सेल को शिकायती प्रार्थना दिया। जिसके बाद स्थानीय पुलिस, लखनऊ साइबर मुख्यालय, गृह मंत्रालय व भारतीय दूतावास के प्रयासों से विकास को कंबोडिया पुलिस ने साइबर अपराधियों के चंगुल से छुड़ा लिया था।
जिसको भारत लाने के लिए कानूनी प्रक्रिया चल रही थीं। इस दौरान उसे वहां के इमीग्रेशन सेंटर में रखा गया था। शुक्रवार शाम वह अपने चचेरे भाई सीआईएसएफ के इंस्पेक्टर अजीत के साथ अपने गांव में घर पहुंचा तो स्वजन भी खुश हो गए।
कंबोडिया से वापस लौटे विकास ने मीडिया को व्यकत्व देते हुए जहां युवाओं को विदेशों में नौकरी दिलाने वालों से सतर्क रहने की अपील की।
वहीं अपने घर सकुशल वापस लौटने पर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, सीएम योगी आदित्यनाथ व जनपद पुलिस का आभार जताता तथा धन्यवाद दिया। उधर एसपी सूरज कुमार राय ने साइबर स्लेवरी से सतर्क रहने तथा ऐसी कोई भी सूचना मिलने पर साइबर सेल को शिकायत दर्ज कराने की आमजन से अपील की।

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