Baghpat News: पनवेल से मजदूरी कर लौटे बीमार दो भाइयों की मौत, छह बीमार; ठेकेदार पर खर्चा न देने का आरोप
बागपत के बिलोचपुरा गांव में महाराष्ट्र के पनवेल से लौटे दो सगे भाइयों की बीमारी से मौत हो गई। परिजनों ने ठेकेदार पर इलाज न कराने का आरोप लगाया है। मजदूर मोबाइल टावर लगाने गए थे फिर गोदाम में काम किया जहाँ कई बीमार हो गए। मृतकों में से एक की पत्नी गर्भवती है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

जागरण संवाददाता, बागपत। बिलोचपुरा गांव के युवक महाराष्ट्र के पनवेल में टावर लगाने के लिए गए थे। टावर लगाने के बाद गांव के ठेकेदार ने एक गोदाम के फ्रंट एलिवेशन के काम के लिए रोक लिया। काम के दौरान कई मजदूर बीमार हो गए।
गांव लौटने पर 4 दिनों में दो सगे भाइयों की मौत हो गई, जबकि कई बीमार चल रहे हैं। मृतक के स्वजनों ने ठेकेदार पर उपचार नहीं कराने व खर्चा नहीं देने का आरोप लगाया। मृतक को पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए भेजा। पुलिस ठेकेदार से पूछताछ कर रही है।
बिलोचपुरा गांव के युवक मोबाइल टावर लगाने का कार्य करतें हैं। गांव से एक माह पूर्व परवेज, रिहान, यासीन, फरमान, शेराज, शेरखान, सलमान, भूरा तथा पास के गांव तेड़ा निवासी अंकुर महाराष्ट्र में टावर लगाने के लिए गए थे।
टॉवर का काम खत्म होने पर गांव के ठेकेदार अबजाल ने पनवेल में एक गोदाम के फ्रंट एलीवेशन के कार्य के रोक लिया। जिसके बाद सभी ने वहां काम करना शुरू किया। काम करते हुए कई मजदूर बीमार हो गए।
परवेज 21 मई को बीमारी के चलते गांव लौट आया। जबकि बाकी सभी लोग 31 मई को वापस लौटे। 22 वर्षीय परवेज पुत्र सलीम को मेरठ के गणपति अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती किया गया। जहां उसकी उपचार के दौरान दो जून को मौत हो गई।
परवेज के छोटे भाई 16 वर्षीय रिहान को केएमसी अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती किया गया। जिसकी 5 जून को उपचार के दौरान मौत हो गई, जबकि यासीन मेरठ के कैलाशी अस्पताल में भर्ती है। जहां उसकी हालत गंभीर बताई जा रही है।
रिहान की मौत के बाद शव को गांव लेकर पहुंचे स्वजनों ने ठेकेदार अबजाल पर पनवेल में सही उपचार नहीं कराने तथा खर्चा नहीं देने का आरोप लगाते हुए हंगामा कर पुलिस को सूचना दी गई।
सलीम ने बताया कि उन्होंने ऑनलाइन पेमेंट की दवाई के खर्चों के लिए। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। पुलिस ठेकेदार से पूछताछ कर रही है।
परवेज का दस माह पूर्व हुआ निकाह पत्नी गर्भवती
परवेज के पिता सलीम ने बताया कि उसके बेटे का निकाह दस माह पूर्व ही हुआ था। बेटे को मजदूरी के लिए बाहर जाना पड़ा। परवेज की पत्नी छह माह की गर्भवती है। जिसका घटना के बाद से रोरोकर बुरा हाल है।
तीन भाइयों में दो की मौत
सलीम ने बताया कि उसके तीन बेटे हैं। सबसे बड़ा परवेज, दूसरा बेटा रिहान तथा तीसरा बेटा अरमान है। अरमान की उम्र अभी 11 वर्ष है। सलीम बीमार रहता है। दोनों बड़े बेटे मजदूरी कर घर चला रहे थे। दोनों के यूं चले जाने से उनके परिवार पर दुखों के पहाड़ टूट गए हैं।
दस में से आठ मजदूर हुए बीमार
पनवेल में फ्रंट एलीवेशन का काम करने वाले ठेकेदार अबजाल समेत परवेज, रिहान, यासीन, फरमान, अंकुर, शेराज, अंकुर, सलमान व भूरा काम कर रहे थे। जिसमें से परवेज व रिहान दोनों भाइयों की मौत हो गई है, जबकि ठेकेदार अबजाल व सलमान को छोड़कर सभी मजदूर बीमार हुए। यासीन का उपचार मेरठ के कैलाशी अस्पताल में इलाज चल रहा है। फरमान का उपचार कस्बे के निजी चिकित्सक से चल रहा है और सभी गांव के डॉक्टरों से इलाज ले रहे हैं।
महाराष्ट्र में बीमार होने पर मेडिकल स्टोर से दवाई ली
भूरा ने बताया कि बीमार होने पर सभी दवाई लेने के लिए मेडिकल स्टोर पर गए थे और मेडिकल स्टोर से दवाई खाई थी। सभी को बुखार, शरीर में दर्द था। गांव पहुंचने पर खून की जांच कराई जिसमें प्लेटलेट्स कम आई।
तेज बरसात में भीगे मजदूर
मजदूर भूरा ने बताया कि फ्रंट एलीवेशन का काम करते हुए पनवेल में तेज बरसात हुई थी। जिस गोदाम में मजदूर ठहरे हुए थे उसकी छत पर लगी टीन क्षतिग्रस्त थी, जिससे बरसात का पानी आता था। मजदूर बरसात के पानी में भीग गए थे। जिससे उन्हें सर्दी गर्मी की शिकायत हुई थी।
मजदूर खुद खाना बनाकर खाते थे
गोदाम में काम करने वाले सभी मजदूर खुद का बनाया हुआ खाना खाते थे। तीनों टाइम खाना मजदूर खुद बनाते थे। पानी के लिए गोदाम में पानी का टैंकर आता था, जिससे गोदाम में काम कर रहे करीब डेढ़ सौ लोग पानी पीते थे।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।