Baghpat News: अन्नदाताओं की अरबों की कमाई कुतर गए चूहे, जिले की फसलों में 15 प्रतिशत से अधिक का नुकसान
Baghpat Local News - जिले में अकेले चूहों ने ही गन्ना धान गेहूं और सरसों आदि फसलों को कुतर कर अन्नदाताओं को 200 करोड़ रुपये की चपत लगाई है। बीमारी एवं ...और पढ़ें

बागपत [जहीर हसन]। सरकार का कृषि आय बढ़ाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती है। इसके बावजूद अधिकांश अन्नदाता अपनी खून पसीने की कमाई बढ़ाना तो दूर बल्कि बचाने को जागरूक नहीं हैं। कृषि रक्षा विभाग का आंकलन कुछ यही बयां कर रहा है कि बीमारियों, कीटों, खरपतवार तथा चूहों से जिले की फसलों में 15 प्रतिशत से ज्यादा का नुकसान है।
अकेले चूहों ने ही गन्ना, धान, गेहूं और सरसों आदि फसलों को कुतर कर अन्नदाताओं को 200 करोड़ रुपये की चपत लगाई है। बीमारी एवं कीट और खरपतवार से हुआ नुकसान अलग है। अन्नदाता उक्त नुकसान रोकने को जागरूक हों तो न केवल रुपयों का फायदा होगा बल्कि उत्पादन बढ़ने से अन्न पर आम जन की पहुंच आसान होगी।
प्रस्तुत है चूहों एवं कीट और खरपतवार से फसलों को नुकसान एवं बचाव पर रिपोर्ट
फसलों में कुल नुकसान
- 15 प्रतिशत नुकसान खरपतवार, कीट, बीमारियों, गलत भंडारण और अन्य कारण से हुआ है।
- 15 प्रतिशत कुल नुकसान में हिस्सेदारी
- 33 प्रतिशत खरपतवार
- 26 प्रतिशत बीमारी
- 20 प्रतिशत कीट-पतंग
- 07 प्रतिशत भंडारण में कीट
- 06 प्रतिशत चूहे
वर्ष 2021-22 में फसल उत्पादन
- 6.50 करोड़ कुंतल गन्ना
- 2.64 लाख मीट्रिक टन गेहूं
- 15.5 हजार मीट्रिक टन धान
- 4.2 हजार मीट्रिक टन सरसों
- 1.06 हजार मीट्रिक टन बाजरा
15 प्रतिशत के हिसाब से हानि
- 97.50 लाख कुंतल की गन्ने में
- 39.68 हजार मीट्रिक टन गेहूं में
- 2.32 हजार मीट्रिक टन धान में
- 640 मीट्रिक टन सरसों में
- 196 मीट्रिक टन बाजरा में
चूहों से अनुमानित नुकसान
- 5.85 लाख कुंतल गन्ना खराब -190 करोड़ रुपये की चपत
- 23.81 हजार कुंतल गेहूं खराब -5.03 करोड़ रुपये की चपत
- 1390 कुंतल धान खराब -41.70 लाख रुपये की चपत
- 380 कुंतल सरसों खराब -24.70 लाख रुपये की चपत
1.4 लाख किग्रा कीटनाशक का प्रयोग
- 37.89 हजार किग्रा बायोपेस्टीसाइट का प्रयोग
- 5630 लीटर नीम का तेल का प्रयोग
चूहों के खिलाफ अभियान
- 244 ग्राम पंचायतों में कृषि कर्मियों ने चूहों को मारने का तरीका बताया।
- 46 कृषि कर्मी एक अक्टूबर से गांवों में चूहों को खिलाफ अभियान चलाएंगे।
ऐसे दें चूहों को झांसा
एडीओ कृषि रक्षा वीर सिंह तोमर ने बताया कि पहले दिन चूहों के बिल चिह्नित कर बंद करें। दूसरे व तीसरे दिन खुले मिले बिल में सरसों का तेल, चने के भुने दाने रखें। चौथे दिन जिंक फास्फाइड 80 प्रतिशत को सरसों तेल व भुने दानें मिलाकर बिलों में रखें। पांचवें दिन मृत चूहों को जमीन में गाड़ दें।
सरूरपुरकलां के किसान सुभाष नैन किसान ने कहा कि फसलों को बचाने को कृषि विभाग को अभियान चलाना चाहिए। गोष्ठी और वैज्ञानिक संवाद औपचारिकता में नहीं सिमटने चाहिए।
वहीं, जिला कृषि रक्षा अधिकारी संदीप पाल ने बताया कि खरपतवार, बीमारियों, चूहों एवं कीट, अवैज्ञानिक भंडारण से 15 प्रतिशत फसल नुकसान हुआ। अरबों रुपये की चपत लगती है। हम किसानों को जागरूक कर रहे हैं।

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