यूपी के बागपत में भी लगती है Super 30 जैसी क्लास, DIOS आफिस के मोनू बाबू देते हैं फ्री कोचिंग
उत्तर प्रदेश के बागपत जिले के गांव फैजपुर निनाना निवासी मोनू कुमार सरकारी नौकरी में होते हुए भी आर्थिक रूप से कमजोर युवाओं को फ्री कोचिंग देने का समय निकाल लेते हैं। उनके प्रयास से अब तक 40 युवा सरकारी नौकरी पाने में कामयाब रहे हैं।
बागपत, सुरेन्द्र कुमार। बिहार के आनंद कुमार के सुपर-30 से प्रेरणा लेकर मोनू कुमार भी बेरोजगार और जरूरतमंद युवाओं को आत्मनिर्भर बना रहे हैं। फैजपुर निनाना गांव के मोनू की उम्र 28 साल है, वह करीब 40 नौजवानों को रोजगार दिला चुके हैं। उनकी रोजगार की क्लास डीआइओएस आफिस से ड्यूटी पूरी होने के बाद शुरू होती है।
आर्थिक रूप से कमजोर होने पर भी मोनू के पिता ने सभी बच्चों को दिलाई उच्च शिक्षा
गांव फैजपुर निनाना निवासी मोनू कुमार छह भाइयों में दूसरे नंबर के हैं। उनके पिता हरपाल सिंह राजमिस्त्री हैं। आर्थिक रूप से कमजोर होने के बाद पिता ने अपने सभी बच्चों को उच्च शिक्षा दिलाई। मोनू ने भी मेहनत और लगन से पढ़ाई की। इसके कारण वर्ष 2019 में माध्यमिक शिक्षा विभाग में उनकी लिपिक की नौकरी लग गई।
ग्रामीण पृष्ठभूमि के युवाओं को दिशा देने का शुरू किया प्रयास
इसके बाद उन्होंने ग्रामीण पृष्ठभूमि के युवाओं को दिशा देने का प्रयास शुरू किया। पहले युवाओं की किताबों का खर्च उठाया। इसके बाद पांच युवाओं को प्रतियोगी परीक्षा की फ्री कोचिंग दी। पहले ही प्रयास में पांचों युवा कामयाब हुए। सभी को सरकारी नौकरी मिल गई। धीरे-धीरे मोनू ने युवाओं की संख्या बढ़ाई। वर्तमान में 15 से अधिक युवाओं को कोचिंग दे रहे हैं। मोनू बताते हैं कि उनकी क्लास में पढ़ने वाले 40 युवा सरकारी नौकरी पाने में कामयाब रहे हैं।
इन विभागों में युवा कर रहे नौकरी
मोनू की क्लास में पढ़कर 15 से अधिक युवा यूपी पुलिस, पांच रेलवे, दो दिल्ली जिला कोर्ट में स्टेनो, पांच एसएससी, दो यूपी ट्रिपल सी में कनिष्ठ सहायक, एक बिजली विभाग में नौकरी कर रहे हैं। एक युवती शिक्षिका बनी। उनके दो छोटे भाई भी यूपी पुलिस में हैं।
शतप्रतिशत रहता है रिजल्ट
मोनू की क्लास में पढ़ने वाले युवाओं की शतप्रतिशत सरकारी नौकरी लगी है। हाल ही में एयरफोर्स में गांव के एक युवक की अग्निवीर के रूप में नौकरी लगी है।
'मोनू भैया की क्लास की वजह से मिली नौकरी'
एयरफोर्स में अग्निवीर बने अभिषेक कुमार कहते है कि मोनू भैया की पढ़ाई कराने की तकनीक सबसे अलग है। रेलवे में नौकरी कर रहे सोनू कुमार कहते है कि मोनू भैया की क्लास के कारण उन्हें रेलवे में नौकरी मिली। उनके पढ़ाने का तरीका शानदार है।
इन्होंने कहा
लिपिक मोनू कुमार का कार्य सराहनीय है। शिक्षित युवाओं को ऐसे ही प्रेरणा लेकर बच्चों को पढ़ाना चाहिए।
- रविन्द्र कुमार, डीआइओएस
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