सहस्त्रार्चन से किया गणों के ईश का पूजन, उमड़े श्रद्धालु
अनंत चतुर्दशी के नजदीक आते-आते श्रद्धालुओं का उत्साह भी बढ़ रहा है। कोई श्रीगणेश की प्रतिमा के दर्शनों को पहुंच रहा है तो कोई गणेश जी के जीवन पर दर्शायी जा रही झांकियों का आनंद ले रहा है।
बागपत, जेएनएन। अनंत चतुर्दशी के नजदीक आते-आते श्रद्धालुओं का उत्साह भी बढ़ रहा है। कोई श्रीगणेश की प्रतिमा के दर्शनों को पहुंच रहा है तो कोई गणेश जी के जीवन पर दर्शायी जा रही झांकियों का आनंद ले रहा है। प्रवचन सुनने वालों के अलावा भजन कीर्तन करने वालों का उत्साह देखते ही बनता है।
रविवार को श्री बाला जी सेवा समिति के तत्वावधान गणों के ईश भगवान गणेश जी का सहस्त्रार्चन कर महाआरती की गई। शहर के आर्य नगर में सजाए गए भगवान गणेश के पांडाल में बड़ी संख्या में श्रद्धालु धार्मिक अनुष्ठान में भाग लेने पहुंचे। शाम को पंडित कुंदन भारद्वाज के सानिध्य में पंडित विनोद भारद्वाज, पंडित सीताराम, पंडित जीतराम, पंडित अनिल शास्त्री द्वारा पूजन शुरू हुआ।
सबसे पहले श्री गणेश पूजन षोडस उपचार विधि द्वारा किया गया। इसके बाद गन्ना, लड्डू, केला, दूर्वा, चिड़वा, गोला, चावल, पीत पुष्पों से सहत्रार्चन किया गया। इसके बाद भजन, कीर्तन के बाद भगवान की आरती की गई। पंडित कुंदन भारद्वाज ने बताया कि सहत्रार्चन बड़ौत में पहली बार किया गया है। अभी तक यह महाराष्ट्र में ही प्रचलित रहा है। इसमें भगवान गणेश में अति प्रिय आठ वस्तुएं मंत्रोच्चार द्वारा अर्पित की जाती है। मंत्रोच्चार के दौरान भगवान के एक हजार नामों का जाप किया गया है। इस विधि से पूजन को सहस्त्रार्चन कहा जता है।
इस पूजन से भगवान गणेश अति प्रसन्न होते हैं और भक्तों की मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं। बताया कि 12 सितंबर को अनंत चतुर्दशी के दौरान भगवान गणेश की पांडाल में स्थापित की गई प्रतिमा को बैंडबाजे एवं ढोल-नगाड़ों के साथ विसर्जित की जाएगी। कार्यक्रम में समिति के अध्यक्ष मास्टर सुखपाल, उपाध्यक्ष अनिल जैन, सोनी सैनी, नीरज शर्मा, तुषार सिंह, अक्षय पंडित, सन्नी गोयल आदि का सहयोग रहा।
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