कुख्यात प्रमोद गांगनौली के भाई समेत 26 जिला बदर
एक लाख रुपये के इनामी रह चुके कुख्यात बदमाश प्रमोद गांगनौली के भाई समेत 26 बदमाशों को जिला बदर किया गया है।
बागपत, जेएनएन। एक लाख रुपये के इनामी रह चुके कुख्यात बदमाश प्रमोद गांगनौली के भाई समेत 26 बदमाशों को जिला मजिस्ट्रेट राजकमल यादव के न्यायालय ने छह माह के लिए जिला बदर किया है। यदि इस अवधि में इनमें से कोई बदमाश जनपद की सीमा में मिलता है, तो पुलिस उसको गिरफ्तार कर लेगी।
अपराधियों के खिलाफ पुलिस प्रशासन शिकंजा कस रहा है। इसी क्रम में 26 बदमाशों को जिला बदर घोषित किया गया है। इनमें कुख्यात बदमाश प्रमोद गांगनौली के भाई प्रवीण के अलावा मामू उर्फ जगमाल व रोहित निवासी कस्बा खेकड़ा, शिब्बू उर्फ कुलदीप निवासी ग्राम लुहारा, अमजद, गुलहसन उर्फ गुल्लू निवासी कस्बा रटौल, शकील निवासी ग्राम असारा, सागर निवासी ग्राम दत्तनगर, दीपक निवासी ग्राम पांची, अमित निवासी कस्बा दोघट, हर्षित जैन निवासी कस्बा बड़ौत, दीपक उर्फ हनुमान निवासी ग्राम बावली, मोसीन, अय्यूब व अफजाल निवासी ग्राम निवाड़ा, गौरव निवासी नौरोजपुर रोड बागपत, साबिर, शाहिद, अरशद, राशिद व शाहरुख निवासी ग्राम सोंटी, आदिल निवासी कस्बा अमीनगर सराय, सोनू निवासी ग्राम लूंब, इंद्रपाल निवासी सिनौली, अमित निवासी ग्राम शाहपुर बड़ौली, सूरज उर्फ भूरा निवासी ग्राम लुहारी शामिल हैं।
--
तीन शस्त्र लाइसेंस निरस्त
डीएम राजकमल यादव के न्यायालय ने तीन शस्त्र लाइसेंस भी निरस्त किए हैं। इनमें धर्मपाल निवासी ग्राम मवीकलां का दोनाली बंदूक, गौरव जैन निवासी कस्बा अमीनगर सराय और प्रदीप निवासी कस्बा बड़ौत की पिस्टल का लाइसेंस निरस्त किया गया है। 50 हजार का इनामी होगा कुख्यात अमरपाल
कुख्यात अमरपाल लुहारा पर 50 हजार रुपये का इनाम घोषित होगा। अमरपाल हत्या के मामले में फरार है।
ग्राम शेरपुर लुहारा निवासी अमरपाल छपरौली थाने का हिस्ट्रीशीटर है। उसके खिलाफ हत्या, जानलेवा हमला, धमकी समेत विभिन्न धाराओं के करीब 38 मुकदमें दर्ज हैं। अमरपाल बड़ौत कोतवाली क्षेत्र के ग्राम लुहारी के जितेंद्र की गत 28 मार्च को हुई हत्या के मामले में फरार है। एसपी नीरज कुमार जादौन ने हिस्ट्रीशीटर अमरपाल लुहारा ने 25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया था। पुलिस उसे गिरफ्तार नहीं कर पा रही है। एसपी का कहना है कि हिस्ट्रीशीटर अमरपाल पर 50 हजार रुपये के इनाम की संस्तुति कर रिपोर्ट मेरठ आइजी प्रवीण कुमार को भेज दी गई है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।