Badaun News: एसएसपी कार्यालय गेट पर महिला ने खाया जहर, पति ने तलाक के कागजों पर जबरन करवाए थे हस्ताक्षर
बदायूं में एक महिला ने पति और ससुराल वालों के खिलाफ कार्रवाई न होने से नाराज होकर एसएसपी कार्यालय के बाहर जहर खाकर आत्महत्या का प्रयास किया। महिला का आरोप है कि उससे जबरन तलाकनामे पर हस्ताक्षर करवाए गए थे और दहेज के लिए प्रताड़ित किया जा रहा था। पुलिस ने उसे अस्पताल में भर्ती कराया जहां उसकी हालत खतरे से बाहर बताई गई है।

जागरण संवाददाता, बदायूं। पति और ससुराल वालों पर कार्रवाई नहीं होने से नाराज महिला ने आत्महत्या का प्रयास किया। बुधवार को एसएसपी कार्यालय के गेट पर उसने जहर खा लिया। उसकी हालत बिगड़ती देख पुलिसकर्मियों ने तुरंत जिला अस्पताल में भर्ती कराया।
उझानी के सीओ डॉ. देवेंद्र कुमार ने बताया कि महिला का तलाक हो गया था, लेकिन उसकी शिकायत पर जांच शुरू कर दी गई थी। दो दिन पहले पुलिस उसके पति के बयान लेने गई मगर, वह घर पर नहीं मिला था, लेकिन अब महिला का कहना है कि उससे जबरन तलाकनामे पर पति ने हस्ताक्षर करवाए थे।
तालगांव निवासी निशा ने एक वर्ष पहले गांव के ही मुशर्रफ से प्रेम विवाह किया था। निशा के अनुसार, कुछ दिन बाद पति व ससुराल वाले दहेज में दो लाख रुपये के लिए प्रताड़ित करने लगे। मायके वालों ने कई बार उन्हें समझाने का प्रयास किया मगर, बात नहीं बनी।
पिछले सप्ताह भी आरोपितों ने पिटाई की तब मूसाझाग थाने में शिकायत की। उनका आरोप है कि पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज नहीं की, इससे पति व अन्य का दुस्साहस बढ़ता गया। परेशान होकर वह बुधवार 10.30 बजे एसएसपी कार्यालय के गेट पर पहुंची। उनकी गोद में दुधमुंही बेटी आइजा भी थी।
पुलिसकर्मियों के अनुसार, गेट के पास निशा को चीखते सुना कि जहर खा लिया है। उनके मुंह से झाग निकलते देख तुरंत जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया, वहां चिकित्सकों ने उनकी हालत खतरे से बाहर बताई है। अस्पताल में भी निशा ने कहा कि पति ने उसे जबरन तलाक दे दिया था।
तलाकनामे पर जबरन हस्ताक्षर कराए थे। इसके बाद उसे कुछ रुपये देकर घर से निकाल दिया था। बताया कि उसने जो शिकायत की थी, उस पर पति व ससुराल वालों पर कार्रवाई नहीं हो रही थी, इसलिए आत्महत्या के अलावा दूसरा रास्ता नहीं बचा। सीओ ने बताया कि महिला का तलाक हो गया था, लेकिन उसे जो रुपये मिले थे, वह खर्च हो गए, इसके बाद वह वापस पति के साथ रहना चाहती थी। इसीलिए उसने शिकायत की थी।
बताया कि पारिवारिक विवाद सुलझाने के लिए दोनों पक्षों को आमने-बैठाने का प्रयास था। मुशर्रफ के बयान लेने के लिए पुलिस उसके घर भेजी गई परंतु, वह नहीं मिला। उसके स्वजन से जानकारी मिली कि वह दिल्ली में मजदूरी करने गया है। उसे दिल्ली से बुलाकर थाने भेजने को कहा था।
बेसुध हुई मां तो सिपाही की छलकी ममता
पति से प्रताड़ित तालगांव निवासी महिला निशा ने जब एसएसपी कार्यालय के गेट पर जहर खाया तो उस समय उसकी गोद में दुधमुही बेटी आइजा भी थी। महिला को जब बेसुध हालत में जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। तब उसकी बेटी का रोने की आवाज सभी को विचलित कर रही थी।
इस पर मूसाझाग थाने में तैनात सिपाही ममता आगे आई। उसने बच्ची को गोद में लिया। इसके बाद दूध की बोतल मंगाई और खुद उसे दूध पिलाया। देर शाम तक ममता ही नन्ही सी जान आइजा को गोद में लिए संभालती रही। फोटो : अंकित गुप्ता
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