By Ankit GuptaEdited By: Mohammed Ammar
Updated: Sun, 08 Oct 2023 06:56 PM (IST)
एसएसपी डा. ओपी सिंह ने कई टीमें लगाकर मामले के राजफाश के निर्देश दिए थे। इसके साथ ही एसएसपी ने इस मामले में कोतवाली प्रभारी निरीक्षक रहे राजीव तोमर अपराध निरीक्ष सहंसरवीर सिंह समेत सात पुलिस कर्मियों को निलंबित कर दिया था। इसके बाद पुलिस ने 31 अगस्त को राजफाश कर दिया था। सभी आरोपितों की गिरफ्तारी के बाद एसएसपी ने सभी सातों पुलिस कर्मियों को बहाल कर दिया है।
जागरण संवाददाता, बदायूं। शहर के डा. गोविल दंपति के घर हुई डकैती के मामले में निलंबित हुए सभी सात पुलिसकर्मियों को बहाल कर दिया गया है। दो दिन पहले ही इस मामले में सभी आरोपितों की गिरफ्तारी हुई थी। अब पुलिस कर्मियों को बहाल कर नई जिम्मेदारी दिए जाने की तैयारी चल रही है।
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14 अगस्त को हुई थी वारदात
शहर के लावेला चौक के पास रहने वाले डा. गोविल दंपति के दोनों बेटे बाहर नौकरी करते थे। वह पति पत्नी ही यहां रहते हैं। बीती 14 अगस्त की शाम छह बजे सात बदमाश डकैती की साजिश रचकर घर के अंदर घुसे। बदमाशों ने तमंचे के बल पर डाक्टर दंपति को बंधक बना लिया। इसके बाद लूटपाट शुरू कर दी। इसी दौरान डाक्टर दंपति के जानने वाले एक अधिवक्ता उनके घर पर पहुंच गए। उनके दरवाजे खटखटाने पर बदमाश वहां से फरार हो गए थे।
इस मामले में एसएसपी डा. ओपी सिंह ने कई टीमें लगाकर मामले के राजफाश के निर्देश दिए थे। इसके साथ ही एसएसपी ने इस मामले में कोतवाली प्रभारी निरीक्षक रहे राजीव तोमर, अपराध निरीक्ष सहंसरवीर सिंह समेत सात पुलिस कर्मियों को निलंबित कर दिया था।
इसके बाद पुलिस ने 31 अगस्त को राजफाश कर दिया था। जिसमें पुलिस ने मामले के मुख्य साजिशकर्ता बदायूं मछली बाजार निवासी शहबाज के अलावा बरेली के शोभित गुप्ता पंजाब के शनि उर्फ अशोक धारीवाल, शाहजहांपुर का हिस्ट्रीशीटर शंकर शर्मा को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था।
इसके बाद एक अक्टूबर को फरार चल रहे बरेली के थाना इज्जतनगर के मेगा ड्रीम सिटी निवासी करनवीरको बाइक समेत गिरफ्तार किया था। वहीं 25 हजार का इनामी बदमाश पंजाब के जिला बरनामा के थाना धनौला के गांव कालके निवासी निर्मल और उसका नौकर लुधियाना के थाना सलेम टावरी के गांव बोरा निवासी निवासी राजकुमार उर्फ राजू को छह अक्टूबर को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था।
सभी आरोपितों की गिरफ्तारी के बाद एसएसपी डा. ओपी सिंह ने निलंबित चल रहे सभी सातों पुलिस कर्मियों को बहाल कर दिया है। अब जल्द ही उन सभी को नई जिम्मेदारी दी जाएगी। पहचान छिपाकर गुरुद्वारे में छिपता था निम्मा सरदार डा. गोविल के यहां डकैती में शामिल
निर्मल उर्फ निम्मा सरदार पहले भी कई डकैती में शामिल रह चुका है। वह डकैती का षड़यंत्र बनाने में तेज है। बरेली के सेटेलाइट में व्यापारी और शाहजहांपुर में डकैती में भी वह जेल जा चुका है। निम्मा सरदार इस डकैती के बाद लगातार अपनी लाेकेशन बदल रहा था। वह पहचान छिपाकर गुरुद्वारे में शरण लिए था। जिसे पुलिस ने जाल बिछाकर गिरफ्तार किया।
एक करोड़ की डकैती डालने आए थे बदमाश डा. गोविल के यहां डकैती डालने आए बदमाश एक करोड़ रुपये की नकदी और जेवरात लूटने आए थे। सभी बदमाशों ने तय किया था कि वह छह बजे घुसेंगे इसके बाद बंधक बनाकर रात भर लूटपाट करेंगे। लेकिन किस्मत को कुछ और मंजूर था। वारदात के समय ही डाक्टर दंपति के परिचित वकील पहुंच गए और बदमाशों को भागना पड़ा। यह सभी बातें खुद निम्मा सरदार ने पकड़े जाने के बाद बताईं।
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