Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    यूपी में सरकारी आवास में चोरी-छिपे हो रहा था ये काम, छापा मारा तो एकसाथ खुले 2 राज; सच्चाई जान दंग रह गए अधिकारी

    By Jagran NewsEdited By: Aysha Sheikh
    Updated: Mon, 03 Mar 2025 03:34 PM (IST)

    बदायूं के महिला अस्पताल में बिजली चोरी का मामला सामने आया जहां संविदा कर्मचारी अवैध रूप से सरकारी आवासों में रह रहे थे। विद्युत विभाग की जांच में चार ...और पढ़ें

    Hero Image
    महिला अस्पताल में संविदा कर्मचारियों को दिए सरकारी आवास, कर रहे थे बिजली चोरी - प्रतीकात्मक तस्वीर।

    जागरण संवाददाता, बदायूं। महिला अस्पताल में बिजली चोरी पकड़े जाने के साथ-साथ एक और बात का राजफाश हुआ है। पता चला कि जिन आवासों में बिजली चोरी पकड़ी गई थी। उनमें संविदा कर्मचारी रह रहे हैं और वही बिजली चोरी कर रहे थे। नियम के अनुसार संविदा कर्मचारियों को सरकारी आवास आवंटित नहीं कर सकते।  इसके बावजूद यहां सरकारी आवास बांट दिए गए और सरकारी कर्मचारी किराये पर रहने को मजबूर हैं।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    पनबड़िया विद्युत उपकेंद्र के जेई और उनकी टीम ने दो दिन पहले महिला अस्पताल में बिजली चेकिंग अभियान चलाया था। इस दौरान चार सरकारी आवासों में बिजली चोरी होते पाई गई थी।  विद्युत निगम के अधिकारी कर्मचारियों के नाम नोट करके ले गए और उनके खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी।

    इधर पता चला कि इन आवासों में बिजली चोरी करने वाले संविदा कर्मचारी हैं और उन्हें सरकारी आवास मुहैया करा दिए गए हैं जबकि नियम यह है कि अस्पताल में सरकारी आवास केवल सरकारी कर्मचारियों को ही उपलब्ध कराया जा सकता है। जब पकड़े गए तो अस्पताल का काफी नाम खराब हुआ।

    ये संविदा कर्मचारी काफी समय पहले से अस्पताल में रह रहे हैं। वह बिल्डिंग भी काफी पुरानी है। यह हमारे समय का मामला नहीं है। पहले जो सीएमएस रहे होंगे। उन्होंने कर्मचारियों को आवास दिए हैं।  - डा. इंदुकांत वर्मा, सीएमएस जिला अस्पताल

    बल्लियों पर झूल रहे बिजली के तार, प्लाटों में बह रहा पानी

    वहीं, पुवायां में राजीव चौक के पास स्थित वार्ड नंबर 14 शास्त्री नगर में समस्याओं की भरमार है। रविवार को जागरण आपके द्वार अभियान के तहत जब वार्ड में पड़ताल की गई तो लोगों ने खुलकर अपनी समस्याएं बताईं। सत्यपाल सिंह के घर के पास चौराहे पर बिजली का खंभा न होने से जर्जर तार नीचे लटक रहे। ऐसे में घरों पर कार व ई-रिक्शा तक पहुंच पा रहे हैं।

    मितान, बालकराम, शांतिदेवी, हीरालाल, जयलाल आदि के घरों को 10 वर्षों से बांस की बल्लियों के सहारे बिजली आपूर्ति सुचारू की जा रही है। तार टूटने से तीन बेसहारा पशुओं की मृत्यु के साथ मुहल्ले की शांति देवी भी करंट लगने से झुलस चुकी है।

    हालांकि मुहल्ले के लोग बिजली खंभों के लिए तहसील समाधान दिवस में 17 बार शिकायत कर चुके हैं लेकिन ध्यान नहीं दिया गया। जगह-जगह कूड़े के ढेर व खाली प्लाटों में गंदगी के बाद घास जमने से मच्छरों ने आतंक मचा रखा है।

    उमेश मिश्रा के घर के सामने पड़े खाली प्लाटों में गंदगी डाली जा रही जिससे मुहल्ले के लोग दुर्गंध आने से बेहद परेशान हैं। होलिका दहन स्थल के पास गोकुल के घर के सामने सड़क पर नाली पटला उठा लेने से दिक्कत बनी हुई है। बच्चों के गिरने का डर बना रहता है। वार्ड के लगभग 145 घरों में पानी संकट बना हुआ है।