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    यूपी के इस जिले में मनरेगा घोटाला: फोटो से फोटो खींचकर लगाई जा रही फर्जी हाजिरी, लाखों का घपला

    Updated: Sun, 12 Oct 2025 03:10 PM (IST)

    वज़ीरगंज ब्लॉक के पसेर पनौता ग्राम पंचायत में मनरेगा मजदूरों की फर्जी हाजिरी का मामला सामने आया है। अधिकारियों की मिलीभगत से फोटो से फोटो खींचकर हाजिरी लगाई जा रही है, जिससे लाखों के घोटाले की आशंका है। एपीओ ने जांच कर कार्रवाई करने की बात कही है। यह फर्जीवाड़ा मानव दिवस बढ़ाने के लिए किया जा रहा है, जबकि कार्यस्थल पर कोई काम नहीं हुआ है।

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    फोटो से फोटो खीच लगाई जा रही फर्जी हाजिरी।

    जागरण संवाददाता, बदायूं। मनरेगा कार्यों में किए जा रहे फर्जीवाड़ा रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं। एक के बाद एक मामले सामने आते जा रहे हैं। दैनिक जागरण लगातार ऐसे मामलों की पड़ताल कर पोल खोल रहा है। पिछले दिनों हुई कार्रवाई के बाद कुछ दिन के लिए फर्जीवाड़ा रुका, लेकिन अब यह फिर शुरू हो गया है। इस बार मामला वजीरगंज ब्लाक में सामने आया है। जहां मनरेगा मजदूरों की फर्जी हाजिरी लगाई जा रही है।

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    वजीरगंज ब्लॉक की ग्राम पंचायत पसेर पनौता में फोटो से फोटो खीच लगाई जा रही फर्जी हाजिरी



    ताजा मामला वजीरगंज ब्लॉक क्षेत्र की ग्राम पंचायत पसेर पनौता का है, जहां ताराचंद्र के खेत से लाल सिंह के खेत तक मास्टरोल संख्या 2547 , 2548 , 2549 , 2550 , 2551 और 2552 जारी कर रोजाना 39 मजदूरों की फोटो से फोटो अपलोड कर फर्जी हाजिरी लगाई जा रही है। जिससे कुछ दिन बाद मिलीभगत से लाखो का घोटाला किया जा सके। वजीरगंज ब्लाक के मनरेगा अधिकारियों की उदासीनता का आलम यह है कि श्रमिकों की ओर से किए गए कार्यों का मनरेगा पोर्टल पर अपलोड फोटो को ही देखकर आंकलन भी सही ढंग से नहीं कर पा रहे हैं।

     

    खुद एपीओ ने स्वीकारा फर्जी हाजिरी का मामला, बोले-फर्जीवाड़ा करने वालों पर होगी कार्रवाई

     

    यह फर्जीवाड़ा बड़े पैमाने पर हो रहा है। कार्यस्थल के अपलोड फोटो को ही देखकर ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि श्रमिको के असली फोटो की बजाय फोटो से ही फोटो एनएमएमएस (राष्ट्रीय मोबाइल निगरानी प्रणाली) पोर्टल अपलोड किए जा रहे हैं। यह पूरा खेल सिर्फ मानव दिवस बढ़ाने के लिए किया जा रहा है। मनरेगा योजना के तहत कराए गए पक्का कार्यों का भुगतान करने के लिए 60:40 का औसत बनाया जा रहा है।

    इसी औसत बनाने के चक्कर में फर्जी मस्टररोल जारी कर मानव दिवस बढ़ाने का प्रयास किया जा रहा है। जबकि जमीनी हकीकत कुछ और ही है। कार्यस्थल पर मिट्टी की खोदाई हुई भी नहीं है और रोजगार सेवक पोर्टल पर 39 श्रमिकों की अभी भी फर्जी हाजिरी लग रही है। हैरत कि बात यह है कि कार्य का सत्यापन करने वाले जिम्मेदार भी आंख बंद करके सत्यापन कर दे रहे हैं।



    ब्लॉक क्षेत्र की कुछ ग्राम पंचायतों में फोटो से फोटो बनाकर पोर्टल पर अपलोड कर फर्जी हाजिरी लगाने की जानकारी हुई है। इसकी जांच कर उचित कार्रवाई की जाएगी। - केदार सिंह गंगवार, एपीओ मनरेगा, वजीरगंज