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    बदायूं में साइबर ठगों के निशाने पर रिटायर्ड कर्मचारी, मैसेज और डिजिटल अरेस्ट से कर रहे कांड

    Updated: Fri, 12 Sep 2025 06:55 PM (IST)

    बदायूं में साइबर ठगों ने सेवानिवृत्त कर्मचारियों को निशाना बनाना शुरू कर दिया है। वे डिजिटल गिरफ्तारी के नाम पर उनसे ठगी कर रहे हैं। बिनावर थाना क्षेत्र में एक सेवानिवृत्त कर्मचारी से 12 लाख रुपये की ठगी की गई। साइबर क्राइम थाना पुलिस सेवानिवृत्त कर्मचारियों को सावधान कर रही है कि वे किसी भी तरह से साइबर ठगों के जाल में न फंसें।

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    साइबर ठगों के निशाने पर रिटायर्ड कर्मचारी। जागरण

    जागरण संवाददाता, बदायूं । साइबर क्राइम थाना पुलिस के अनुसार साइबर ठग प्रदेश में रिटायर्ड कर्मचारियों को निशाना बना रहे हैं। वह रिटायर्ड कर्मचारियों को मोबाइल पर मैसेज भेज रहे हैं या उन्हें डिजिटल अरेस्ट करने का प्रयास कर रहे हैं।

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    अब तक बदायूं और बरेली में कई लोग उनके शिकार हो चुके हैं। अभी हाल में ही बिनावर थाना क्षेत्र के एक रिटायर्ड कर्मचारी को 12 लाख रुपये का चूना लगा दिया गया। यह रिटायर्ड कर्मचारी मनोज कुमार सिंह हैं और वह सेना से सेवानिवृत्त हैं। इस समय मिलेट्री कैंटीन में कार्यरत हैं।

    डिजिटल अरेस्ट के नाम पर 12 लाख ठगे

    साइबर ठगों ने उनसे डिजिटल अरेस्ट के नाम पर 12 लाख रुपये की ठगी की। पहले उनके वाट्सएप नंबर पर अरेस्ट वारंट भेजा। बाद में उन्हें गोपनीयता बनाए रखने की सलाह दी गई थी। चूंकि वह मिलेट्री में नौकरी कर चुके थे, जिससे वह गोपनीयता के बारे में जानते थे और साइबर ठगों ने इसी का फायदा उठाया। निशाने पर केवल मनोज कुमार सिंह नहीं आए हैं।

    बरेली में भी रिटायर्ड कर्मचारियों को निशाना बनाया गया। प्रदेश के कई जिलों में इस तरह की घटनाएं सामने आ चुकी है। साइबर क्राइम थाना पुलिस भी रिटायर्ड कर्मचारियों को सावधान करने में लगी है, जिससे वह किसी भी तरह से साइबर ठगों के चंगुल में न फंसे और वह उनके शिकार न हो जाएं।

    पुलिस कर रही सावधान

    इसीलिए साइबर क्राइम थाना पुलिस उन्हें सावधान कर रही है। रिटायर्ड कर्मचारियों के पास पैसे की कमी नहीं है।   उनके खाते में दो-चार लाख रुपये जरूर पड़े होंगे, इसीलिए साइबर ठग सबसे पहले उन्हीं को निशाना बना रहे हैं। सरकारी भाषा का प्रयोग भी कर रहे हैं।

    इस समय जो इनपुट मिला है, उससे पता चला है कि साइबर ठग रिटायर्ड कर्मचारियों को निशाना बना रहे हैं। ऐसे में खासकर रिटायर्ड कर्मचारियों को सावधान रहने की जरूरत है। - विनोद कुमार वर्धन, इंस्पेक्टर साइबर क्राइम थाना