बरेली-मुरादाबाद ट्रैक पर शुरू नहीं हो सकीं पैसेंजर ट्रेनें
रेल विभाग ने 27 जनवरी से इलेक्ट्रिक मालगाड़ियां तो चलाईं लेकिन एक भी पैसेंजर गाड़ी नहीं चली। पैसेंजर गाड़ियां न चलने से क्षेत्रवासी परेशान हैं। इसके साथ ही क्षेत्र के सभी स्टेशनों पर रात में अंधेरा भी रहता है।

जेएनएन, बिसौली (बदायूं) : रेल विभाग ने 27 जनवरी से इलेक्ट्रिक मालगाड़ियां तो चलाईं, लेकिन एक भी पैसेंजर गाड़ी नहीं चली। पैसेंजर गाड़ियां न चलने से क्षेत्रवासी परेशान हैं। इसके साथ ही क्षेत्र के सभी स्टेशनों पर रात में अंधेरा भी रहता है। तीन साल पहले रेल विभाग ने बरेली-मुरादाबाद रेलवे ट्रैक के विद्युतीकरण का काम शुरू किया था। तीन चरणों में यह काम हुआ। रामगंगा का पुल होने के कारण इस काम के पूरा होने में भारी दिक्कत भी आई। विभाग के तमाम अधिकारियों के निरीक्षण के बाद 27 जनवरी को इलेक्ट्रिकि इंजन से मालगाड़ियों का संचालन शुरू हो गया। इसके साथ ही कुछ पैसेंजर गाड़िया को बाईपास भी निकाला जा रहा है, लेकिन एक साल बीत जाने के बाद भी बरेली, मुरादाबाद और बरेली अलीगढ़ के बीच में एक भी पैसेंजर गाड़ी नहीं चली है। क्षेत्र में आसफपुर, पुरूवाखेड़ा, दबतोरी, सिसरका और करेंगी सहित पांच रेलवे स्टेशन हैं। इन सभी स्टेशनों से हजारों लोग ट्रेन से यात्रा करते थे। लक्ष्मीपुर, संग्रामपुर, दबतोरा, सैदपुर आदि जगह के लोग मुंबई में काम करते हैं। वर्ष में दो चार बार इन लोगों का आना जाना भी लगा रहता है। आज हालात इतने बदतर हैं कि हजारों लोग अपने किसी साधन से गंतव्य की ओर जाते हैं। जहां एक ओर रेलवे टैक का तो विद्युतीकरण हो गया, लेकिन आज भी क्षेत्र के सभी रेलवे स्टेशनों पर अंधेरा है। भविष्य में जब भी पैसेंजर ट्रेनें चलेंगी तो यात्रियों को भारी असुविधा होगी।
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फोटो 5 बीडीएन 24
बरेली-मुरादाबाद ट्रैक पर पिछले 27 जनवरी से इलेक्ट्रिक इंजन से मालगाड़ियों का संचालन शुरू हो गया है। सब कुछ ठीक ठाक है। विद्युतीकरण का काम भी पूरा हो चुका है।
- लक्ष्मीनारायण, स्टेशन मास्टर, दबतोरी
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