Back Image

Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck

    New Ring Road : यूपी के इस जिले को मिल सकता है रिंग रोड का तोहफा, भेजा गया 450 करोड़ का प्रस्ताव

    Updated: Fri, 11 Oct 2024 05:30 PM (IST)

    Badaun Ring Road अब तक शहर में लगने वाले जाम का प्रमुख कारण फर्रुखाबाद शाहजहांपुर ककराला उसहैत अलापुर उसावां दातागंज की ओर से आने वाले वाहन हैं। बरेली जाने वाले इन कस्बों के लोग शहर से होकर अपने वाहनों से गुजरते हैं। जिससे जाम की समस्या बढ़ जाती है। इसी समस्या को देखते हुए रिंग रोड की मांग कई बार उठ चुकी है।

    Hero Image
    यह रिंग रोड 18.5 किमी लंबा होगा, जो करीब 450 करोड़ की लागत से बनकर तैयार होगा।

    जागरण संवाददाता, बदायूं। जिले के विकास को रफ्तार देने के लिए रिंग रोड का होना बेहद जरूरी है। चार साल पहले भेजे गए प्रस्ताव में कई मानक अधूरे थे। जिन्हें पूरा कर प्रस्ताव फिर से तैयार किया गया। जिसे मंजूरी के लिए शासन को भेजा गया है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    18 किलोमीटर लंबा होगा रिंग रोड

    रिंग रोड पर के प्रस्ताव को मंजूरी मिली तो पूरे जिले के विकास के साथ ही शहर में लगने वाले जाम की समस्या से भी निजात मिल जाएगी। यह रिंग रोड 18.5 किमी लंबा होगा, जो करीब 450 करोड़ की लागत से बनकर तैयार होगा। यह दातागंज मार्ग से ककराला, उसावां रोड होते हुए शेखूपुर से होते हुए बरेली रोड पर निकलेगा। जिससे शहर का 50 प्रतिशत ट्रेफिक बाहर से ही निकल जाएगा।

    हर चुनाव में उठता है रिंग रोड का मुद्दा

    अब तक शहर में लगने वाले जाम का प्रमुख कारण फर्रुखाबाद, शाहजहांपुर, ककराला, उसहैत, अलापुर, उसावां, दातागंज की ओर से आने वाले वाहन हैं। बरेली जाने वाले इन कस्बों के लोग शहर से होकर अपने वाहनों से गुजरते हैं। जिससे जाम की समस्या बढ़ जाती है।

    इसी समस्या को देखते हुए रिंग रोड की मांग कई बार उठ चुकी है। लोकसभा का चुनाव हो या विधानसभा का सभी में रिंग रोड का मुद्दा जोर से उठाया जाता है। सदर विधायक महेश चंद्र गुप्ता ने इसे देखते हुए पूर्व में प्रस्ताव तैयार कराकर शासन को भेजा था।

    यह रिंग रोड बरेली, दातागंज, ककराला, कादरचौक रोड से होते हुए बरेली रोड पर आता है। इससे शहर ही नहीं बल्कि दूसरे जिलों से आने वाले वाहनों चालकों को भी राहत मिलती। लेकिन उस समय शासन स्तर से इसमें मानक पूरे न होने और कमजोर पैरवी के कारण इसे स्वीकृति नहीं दी थी।

    जिससे शहर के लोगों को मायूसी मिली थी। अब एक बार फिर जिले के जनप्रतिनिधियों ने इसे लेकर सक्रियता दिखाई। इस पर पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों ने सभी मानक पूरे करते हुए कार्ययोजना तैयार की। इसका सर्वे कराया गया और फिर भी प्रस्ताव को तैयार किया गया। बताते हैं कि बीते सप्ताह इस प्रस्ताव को स्वीकृति के लिए शासन को भेजा गया।

    आसान हो जाएगी राह

    रिंग रोड के बनने से शहर की राह तो आसान हो ही जाएगी। वहीं आसपास के कस्बे जैसे ककराला, अलापुर, दातागंज, मूसाझाग, उसावां आदि से आने वाले लोगों को शहर से होकर नहीं गुजरना पड़ेगा। रिंग रोड बनने पर वह सीधे अपने मार्ग से रिंग रोड से होकर शहर के बाहर होते हुए बरेली रोड पर निकल जाएंगे। जिससे समय की बचत होगी।

    18.5 किमी लंबा होगा रिंग रोड

    पीडब्ल्यूडी के सहायक अभियंता अभिषेक प्रताप ने बताया कि रिंग रोड बनाने के लिए दोबारा सर्वे कराया जा चुका है। प्रस्ताव भी शासन को भेज दिया गया है। यह रिंग रोड 18.5 किलोमीटर लंबा होगा। जो कि राजकीय मेडिकल कालेज के सामने से निकाला जाएगा। यह शेखूपुर, कादरचौक, ककराला, उसावां, दातागंज रोड को जोड़ता हुआ बरेली रोड पर आएगा। उन्होंने बताया कि इस रिंग रोड में आसपास के करीब सौ गांव के किसानों की जमीन आएगी। प्रस्ताव को मंजूरी मिलने के बाद आगे की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।

    यह भी पढ़ें : अखिलेश को मूर्ति पर माल्यार्पण करने से रोकने पर गरमाई यूपी की सियासत, शिवपाल को पुलिस ने रोका- लखनऊ से कन्नौज तक हंगामा