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    ककोड़ा मेला: कार्तिक पूर्णिमा के दूसरे दिन भी डटे रहे श्रद्धालु, हर-हर गंगे से गूंजा 'गंगा तट'

    Updated: Fri, 07 Nov 2025 10:46 AM (IST)

    बदायूं के ककोड़ा मेला में कार्तिक पूर्णिमा के दूसरे दिन श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी। गंगा तट 'हर-हर गंगे' के जयघोष से गूंज उठा, जहाँ लोगों ने स्नान और पूजा-अर्चना की। श्रद्धालुओं ने यज्ञ, कथा और दान-दक्षिणा का आयोजन किया। मेले में मनोरंजन और खरीदारी का भी माहौल रहा। सुरक्षा व्यवस्था के बीच, गंगा तट पर भक्तिभाव छाया रहा।

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    जागरण संवाददाता, बदायूं। रुहेलखंड के मिनी कुंभ कहे जाने वाले मेला ककोड़ा में कार्तिक पूर्णिमा के दूसरे दिन गुरुवार को आस्था और भक्ति का सैलाब उमड़ा। ब्रह्म मुहूर्त में श्रद्धालुओं ने पतित पावनी मां गंगा में आस्था की डुबकी लगाई। गंगा तट हर-हर गंगे और जय मां गंगे के जयघोष से गूंज उठा। स्नान के बाद श्रद्धालुओं ने मां गंगा की विधिवत पूजा-अर्चना, दीपदान और भगवान सूर्य को अर्घ्य अर्पित किया।

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    मेला ककोड़ा में श्रद्धालुओं को आने जाने का सिलसिला बरकरार है। गुरुवार तड़के ही गंगा तट पर श्रद्धालुओं ने अपने परिवार की सुख-समृद्धि के लिए यज्ञ, कथा और भजन-कीर्तन का आयोजन किया। कई श्रद्धालुओं ने मनोकामना पूर्ण होने पर मां गंगा को साड़ी और चुनरी पहनाकर नमन किया। कन्या भोज और दान-दक्षिणा का विशेष आयोजन हुआ।

    जिसमें देवकन्याओं को दही-जलेबी व पूरी-सब्जी का प्रसाद कराया गया। इस उपरांत दक्षिणा दी गई। गंगा स्नान के बाद श्रद्धालुओं ने मेला घूमकर आनंद लिया। दोपहर और शाम के वक्त मीना बाजार, चरखों और झूलों के पास भारी भीड़ उमड़ी। बच्चों ने खिलौनों का लुत्फ उठाया। वहीं, ग्रामीणों ने घरेलू उपयोग की वस्तुएं खरीदीं। जादू के खेल, कठपुतली नृत्य और झूले मेले का मुख्य आकर्षण बने रहे। मेला परिसर में जगह-जगह विशाल भंडारों का आयोजन हुआ।

    खरीदारी को उमड़ रहे ग्रामीण अंचल के श्रद्धालु

    मेला ककोड़ा में जहां एक ओर श्रद्धालु लगातार पहुंच रहे हैं, वहीं दूसरी ओर पहले से तंबू लगाकर रह रहे श्रद्धालु अब अपने घरों की ओर लौटने लगे हैं। पूर्वी और पश्चिमी छोरों पर कुछेक तंबू हटने लगे हैं। श्रद्धालु ट्रैक्टर-ट्रालियों और निजी वाहनों से अपने गंतव्यों की ओर रवाना हो रहे हैं।

    वहीं, ग्रामीण अंचल के श्रद्धालु खरीददारी को मेले में पहुंच रहे है। इधर, मेले में स्काउट दलों और पुलिस प्रशासन ने वाच टावरों से सुरक्षा व्यवस्था पर पैनी नजर रखी। गंगा तट से लेकर मीना बाजार तक हर जगह चहल-पहल और भक्तिभाव का माहौल बना रहा। वहीं, मां गंगा को नमन वंदन कर स्नान भी कर रहे हैं।

    मेला में रात खुलेआम चले जुए के फड़

    जासं, बदायूं : मेला ककोड़ा अपनी संस्कृति और इतिहास के लिए तो जाना ही जाता है। लेकिन यहां हर बार मेले के दौरान मुख्य स्नान के एक दिन पहले से शुरु होने वाले जुआ के फड़ तीन दिन तक चलते हैं। मंगलवार रात से लेकर गुरुवार रात तक अलग अलग राउटी में जुए के फड़ चले। वहीं बरेली वाले क्षेत्र में टेबल लगाकर जुए का खेल खिलाया गया।

    कहीं ताश तो कहीं कोड़ियों के जरिए जुआ खिलाया जा रहा था। पुलिस की सांठगांठ से जुआरियों ने रात भर बिना किसी डर के जुआ खेला।