बदायूं में गुजरात की खाद भी पड़ गई कम, किल्लत बरकरार
जिले में खाद की किल्लत कम होने का नाम नहीं ले रही है। खाद को किसान समितियों के चक्कर लगा रहे हैं। इससे गेहूं की बुआई प्रभावित हो रही है। हालांकि दो बार गुजरात से डीएपी खाद की रैक आ चुकी है। फिर भी साधन सहकारी समितियों पर खाद की किल्लत बरकरार है।

सिलहरी(बदायूं), जेएनएन : जिले में खाद की किल्लत कम होने का नाम नहीं ले रही है। खाद को किसान समितियों के चक्कर लगा रहे हैं। इससे गेहूं की बुआई प्रभावित हो रही है। हालांकि, दो बार गुजरात से डीएपी खाद की रैक आ चुकी है। फिर भी साधन सहकारी समितियों पर खाद की किल्लत बरकरार है। वहीं, जिम्मेदार यही दावा कर रहे हैं कि जिले में खाद की किल्लत नहीं है। वहीं, हकीकत इसके उलट है।
जिले में खाद के लिए कई बार लाइन में लगे लोगों में ही पहले लेने के लिए मारपीट हो जाती है। कुछ समितियों पर जरूर गुजरात से आई खाद का वितरण होने से किसानों ने राहत महसूस की है। लेकिन, अधिकांश समितियों पर धांधली के चलते खाद की कमी को दर्शाकर किसानों को परेशान किया जा रहा है। खाद की जरूरत ज्यादा, मिलती कम
खाद की किल्लत का कारण प्रति एकड़ एक बोरी डीएपी सहकारी समितियों से दिया जाना है। किसानों को अगर 10 एकड़ में खाद डालनी है तो कम से कम उसे 10 बोरी चाहिए। इसके लिए उन्हें चक्कर लगाने पड़ते हैं। जिले में अभी कुल 6,500 एमटी खाद की उपलब्धता है। यानि 1.30 लाख खाद की बोरी उपलब्ध है। गुजरात से आई दो बार खाद की रैक
अफसर जिले में खाद की कोई कम नहीं होने का दावा कर रहे है। हालांकि दावे के तहत गुजरात से दो बार खाद की रैक आ चुकी है। गत दिनों आई रैक को अफसरों ने अपनी निगरानी में सहकारी समितियों पर आवंटित करा दिया था। इसके साथ ही किसानों को आवश्यकतानुसार ही खाद देने के निर्देश दिए गए हैं। सहकारी समितियों पर काट रहे चक्कर
ब्लाक सलारपुर क्षेत्र की साधन सहकारी समिति घटपुरी, दुगरैया, रसूलपुर, बरातेगदार, दुगरैया, सिगोई समेत नौ साधन सहकारी समितियों पर डीएपी खाद की कमी बताई जा रही है। यहां किसान रोजाना आते है तो बैरंग लौट जाते है। इस संबंध में साधन सहकारी समिति घटपुरी सचिव सुभाष सिंह ने बताया ब्लाक क्षेत्र में कुल नौ साधन सहकारी समितियां हैं। जबकि 78 ग्राम पंचायतें हैं। आठ पर डीएपी खाद उपलब्ध नहीं है। केवल एक साधन सहकारी समिति दहेमी पर इस समय खाद आई हुई है। किसानों की बात
फोटो 7 बीडीएन 8
सरकारी गोदामों पर खाद की कमी को बताकर लौटा देते हैं। प्राइवेट दुकान पर महंगी खाद मिल रही है।
श्रीकृष्ण, किसान फोटो 7 बीडीएन 9
गेहूं बोआई चल रही है। डीएपी खाद की जरूरत है। लेकिन, जरूरत से भी कम खाद मिल रही है।
जुगेंद्र सिंह, किसान फोटो 7 बीडीएन 10
आठ बोरी खाद चाहिए। घंटों लाइन में लगने के बाद बमुश्किल एक बोरी मिल पाती है।
जगतारन सिंह, किसान फोटो 7 बीडीएन 11
समितियों पर खाद नहीं है। कर्मचारी किसानों को वापस लौटा देते है। बाजार से खाद खरीदनी पड़ रही है।
शाहिद अली, किसान वर्जन
सलारपुर ब्लाक क्षेत्र की समितियों पर खाद आंवटित की है। वहां खाद की कमी की जानकारी की जाएगी। जिले में वर्तमान में 1.30 लाख बोरी डीएपी की उपलब्ध है।
डीके सिंह, जिला कृषि अधिकारी
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