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    Badaun: टीले को संरक्षित कराने पहुंचे उत्तराखंड के पूर्व मंत्री, खोदाई में निकले अवशेषों का लिया जायजा

    By Kamlesh Kumar SharmaEdited By: MOHAMMAD AQIB KHAN
    Updated: Wed, 01 Feb 2023 02:06 PM (IST)

    Badaun गंगा एक्स्रपेस-वे के लिए बिल्सी तहसील क्षेत्र में ऐतिहासिक टीले की खोदाई में निकली प्राचीन मूर्तियों का मामला शासन तक पहुंच गया है। बौद्ध धर्म ...और पढ़ें

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    Badaun: टीले को संरक्षित कराने पहुंचे उत्तराखंड के पूर्व मंत्री, खोदाई में निकले अवशेषों का लिया जायजा : जागरण

    बदायूं, जागरण संवाददाता: गंगा एक्स्रपेस-वे के लिए बिल्सी तहसील क्षेत्र के कोट गांव में ऐतिहासिक टीले की खोदाई में निकली प्राचीन मूर्तियों का मामला शासन तक पहुंच गया है। टीला को संरक्षित कराने के लिए अंतरराष्ट्रीय बुद्ध शिक्षा संस्थान के अध्यक्ष भदन्त मुक्तानंद महाथेरो एवं उत्तराखंड के पूर्व मंत्री भदन्त डा.रेब एल अश्वघोष के साथ बौद्ध धर्म के अनुयायी एकजुट होकर टीला को राष्ट्रीय बौद्ध स्मारक घोषित किए जाने की मांग कर रहे हैं।

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    भारतीय बौद्ध जन समिति, भारतीय बौद्ध भिक्षु संघ, भारतीय बौद्ध महासभा के सदस्यों ने आंबेडकर पार्क में जनसभा का आयोजन किया। मुख्य अतिथि भदन्त मुक्तानंद महाथेरो ने कहा कि बौद्ध धर्म की मिली प्राचीन स्मृतियां मझिया और कोट गांव में हैं।

    अंतरराष्ट्रीय बौद्ध संस्था भिक्खु संघ के संज्ञान में मामला आ चुका है। कहा कि इनकी विशेषज्ञों से निगरानी कराई जाए और इन्हें राष्ट्रीय बौद्ध स्मारक घोषित किया जाए। विशिष्ट अतिथि उत्तराखंड के पूर्व मंत्री भदन्त डा.रेब एल अश्वघोष ने कहा कि सरकार से मांग की जा रही है कि बौद्ध धर्म के अवशेषों को संरक्षित कराया जाए। सभा के बाद डीएम को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा गया।

    इस मौके पर डा.क्रांति कुमार, आरपी त्यागी एडवोकेट, चिरंजी लाल एडवोकेट, मोहर सिंह शाक्य एडवोकेट, जय प्रकाश शाक्य, रवि मौर्य, चंद्रसेन गौतम, डा.लेखराज सिंह, रघुवीर सरन, भीमसेन सागर, ओमकार सिंह, पुष्पा बौद्ध, सविता, मधुबाला, विनोद कुमारी समेत तमाम लोग मौजूद रहे।

    टीले की खोदाई से मिले बौद्ध अवशेष

    बिल्सी तहसील क्षेत्र के गांव कोट में गंगा एक्सप्रेस-वे के लिए लगभग दो माह से मिट्टी की खोदाई की जा रही है। खोदाई के दौरान टीले पर भगवान बुद्ध की मूर्ति के साथ् ही अन्य अवशेष भी मिले हैं। विद्वानों के मतानुसार यह अवशेष तेईस सौ वर्ष पूर्व के कुषाण वंश से संबंध रखते हैं।

    अवशेषों को देखने के लिए नेताओं, समाजसेवियों व ग्रामीणों का जमावड़ा लगा हुआ। मंगलवार को उत्तराखंड सरकार के पूर्व मंत्री व अध्यक्ष अंतराष्ट्रीय बुद्ध शिक्षा संस्थान बुद्ध लोक मेरठ भन्ते डा. लोक नायक भदन्त रेवरेंड अश्वघोष महास्थविर एवं भिक्षु विजय घोष महाथेरो ने बिल्सी तहसील प्रशासन पुलिस बल की मौजूदगी में ग्राम कोट में टीले का निरीक्षण किया।

    इस दौरान बौद्ध भिक्षु एवं पूर्व मंत्री ने ग्रामीणों से बातकर उक्त स्थान को पुरातत्व विभाग के संरक्षण में किए जाने के लिए आश्वस्त किया। इस मौके पर बुद्ध सेवा समिति रजि. बिसौली के समस्त पदाधिकारी शुशील गौतम, टिंकू शाक्य, डॉ मुकेश मौर्य, जय प्रकाश शाक्य, डा. डालचंद्र, परमानन्द शाक्य, राजाराम शाक्य, नरेश भारती, पुष्पेंद्र शाक्य, राकेश शाक्य के साथ दर्जनों लोग मौजूद रहे।