संस्कारशाला ::: असफलता ही सफलता की कुंजी
असफलता एक ऐसा शब्द है जिसमें अगर सिर्फ अ हटा दिया जाए तो सफलता बन जाता है।
ठीक नहीं है असफल होने पर निराशावादी बन जाना
असफलता एक ऐसा शब्द है जिसमें अगर सिर्फ अ हटा दिया जाए तो सफलता बन जाता है। यानि हमारी मेहनत जिसमें थोड़ी सी कमी रह गई थी। जिसका परिणा हमारी असफलता बनी। इतिहास साक्षी है कि सफलता हमेशा उसी की सहभागी बनी है जिसने अनवरत प्रयास किए हैं। फिर चाहें वह एडिशन का बल्ब का अविष्कार हो, जेम्स वॉट का भाप के इंजन का अविष्कार। हर सफल व्यक्ति कभी न कभी असफल जरूर रहा होगा। जब तक असफलता के कांटे पैर में नहीं चुभते तबतक सफलता के फूल नहीं खिलते। कोई भी व्यक्ति असफल होने पर नहीं हारता वास्तव में हारता तो वह तब है जब वह सफल होने के लिए प्रयास करना बंद कर देता है। असफल हो जाने पर निराशावादी बन जाना ठीक नहीं होता। जो व्यक्ति असफलता के अंधेरे में भी स्वयं दीपक बनकर अपनी राह तलाश लेता है। वहीं इंसान सफल और कर्मठ होता है। निराशावादी बनने से अच्छा है कि सकारात्मक ²ष्टिकोण अपनाकर सफलता का स्वाद चखा जाए। अगर हमारे सामने आधा भरा हुआ शीशे का गिलास रखा हो तो नकारात्मक सोच वाला व्यक्ति उसे आधा खाली कहकर अपनी प्यास बुझाने में असमर्थ रहेगा जबकि सकारात्मक सोच वाला व्यक्ति उसे आधा भरा समझकर अपने प्यास बुझाने में सफल होगा। कभी-कभी गुच्छे की आखिरी चाबी भी सालों से बंद ताला खोल देती है। सफलता मजबूत इरादे, साहस से हासिल की जाती है।
- वंदना सक्सेना, प्रधानाचार्य, बीआरबी मॉडल स्कूल। सफलता का तरीका सुझाती है असफलता
सफलता कड़ी मेहनत, ²ढ़ संकल्प और किसी कार्य के प्रति समर्पण का परिणाम है लेकिन कभी-कभी यह प्रयास भी विफल हो जाता है। जैसे चंद्रयान 2 के सॉफ्ट लैंडिग में असफल होना, लेकिन असफलता एक वह प्रेरणा है जो व्यक्ति को जीवन में आगे बढ़ने का मार्ग प्रशस्त करती है और लक्ष्यभेद की ओर अग्रसर करती है। अगर जीवन में असफलता नहीं मिले तो व्यक्ति संपूर्ण सफलता प्राप्त नहीं कर सकता। जैसे एक मकड़ी गुफा की दीवार पर अनेक असफल प्रयास के बावजूद भी चढ़ने में सफल हो जाती है। किसी कार्य में असफल होने पर उसके क्रियांवयन में होने वाली त्रुटियों का अध्ययन कर अगले प्रयास में उनका निवारण कर जब व्यक्ति दोबारा प्रयास करता है तो वह निश्चित रूप से सफल होता है। वैज्ञानिक एडीसन ने बल्ब का आविष्कार करने में एक हजार बार असफल प्रयोग के बाद सफलता हासिल की। प्रसिद्ध मोटर कंपनी फोर्ड के मालिक सर हेनरी फोर्ड पांच बार असफल होने के बाद सफल हुए। प्रसिद्ध वैज्ञानिक व भारत के पूर्व राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम एक परीक्षा में असफल होने के बाद सफलतम मिसाइल मैन कहलाए। समुद्र में 999 बार डुबकी लगाने पर भी मोती न मिले तो घबराएं नहीं बल्कि और मेहनत करें तो मोती रूपी सफलता मिलेगी।
- चंद्रभान शर्मा, प्रधानाचार्य, शिवदेवी सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज। असफल होने पर विश्वास न करें कम, मिलेगी सफलता
निसंदेह असफलता ही सफलता की कुंजी होती है। इस तथ्य को कई महान लोगों ने सिद्ध करके दिखाया है। जिन्होंने कई बार असफल होने के बाद सफलता की मिसाल कायम की है और समाज के लिए प्रेरणा बने। बताया दिया कि आरंभिक प्रयासों में अनेक असफलताओं के बाद भी हार नहीं माननी चाहिए। प्रयत्न जारी रहना जरूरी है। अंत में विश्वास के आधार पर सफलता अवश्यक मिलेगी। अली बाबा की शुरूआत करने वाले जैकमान, फोर्ड कंपनी के मालिक हेनरी फोर्ड, बल्ब के अविष्कारक थॉम्स अलवा एडीसन, होंडा कंपनी के मालिक सोई चिरो होंडा, एवरेस्ट के पर्वतारोही एडमंड हिलेरी, केएफसी के मालिक कर्नल सैंडर्स कई बार की असफलता के बाद सफलता प्राप्त करने वाले उदाहरण हैं। जिन्होंने असफल होने के बाद भी आत्मविश्वास को कम नहीं होने दिया। निर्भीक होकर पूरे मनोबल से प्रयत्न करते रहे और तब तक जारी रखा जब तक सफल नहीं हो गए। असफल होने पर दूसरों को दोष देने की बजाय उस काम में हुई चूक को ध्यान में रखकर प्रयास करना जरूरी है। ऐसे लोगों को बहुत जल्द सफलता मिल जाती है। तो असफल होने पर शांति से बैठने वालों को भविष्य में निराशा ही मिल पाती है। असफलता दर्शाती है कि आपने उस काम में कहीं न कहीं चूक कर दी है। उसे सुधारें और आगे बढ़ते रहें।
- अब्दुल सुबूर खां, प्रधानाचार्य, हाफिज सिद्दीकी इस्लामियां इंटर कॉलेज।
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