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    Badaun News: गिरफ्तारी और संपत्ति जब्तीकरण के आदेश, सीएम तक पहुंचा 200 करोड़ की ठगी का मामला

    By Jagran NewsEdited By: Abhishek Saxena
    Updated: Sat, 05 Jul 2025 11:45 AM (IST)

    मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बदायूं के 200 करोड़ की ठगी मामले में सख्त कार्रवाई के आदेश दिए हैं। उन्होंने मुख्य सचिव को आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी और संपत्ति जब्त करने के निर्देश दिए। शहर विधायक और बार एसोसिएशन के महासचिव ने मुख्यमंत्री को इस धोखाधड़ी के बारे में जानकारी दी जिसके बाद मुख्यमंत्री ने तत्परता दिखाते हुए यह कदम उठाया। पुलिस आरोपियों की तलाश में जुट गई है।

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    शुक्रवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से शहर विधायक और बार एसोसिएशन के महासचिव अरविंद परमार ने की मुलाकात।

    जागरण संवाददाता, बदायूं। जिले के सबसे चर्चित 200 करोड़ की ठगी के मामले को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी संज्ञान ले लिया है। उन्होंने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए मुख्य सचिव को आदेश दिए हैं कि तुरंत आरोपितों की गिरफ्तारी कराई जाए और उनकी संपत्ति को सीज कराया जाए। अभी तक आरोपितों की गिरफ्तारी क्यों नहीं हुई। इसकी भी रिपोर्ट मंगाई जाए। इसको लेकर पुलिस-प्रशासनिक अधिकारियों में खलबली मच गई है। यहां आरोपितों की और गंभीरता से तलाश शुरू कर दी गई है।

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    शुक्रवार सुबह शहर विधायक महेश चंद्र गुप्ता और बार एसोसिएशन के महासचिव अरविंद पाल सिंह परमार ने लखनऊ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की। उन्हें बताया कि बदायूं जिले के हजारों लोगों के साथ करोड़ों रुपये की ठगी हुई है।

    बरेली शहर के कटरा चांद खां निवासी शशिकांत मौर्य, सूर्यकांत मौर्य और श्रीकांत मौर्य ने बदायूं में अमर ज्योति यूनिवर्स निधि लिमिटेड कंपनी खोली थी। उन्होंने कंपनी में 200 से ज्यादा एजेंटों को भी लगाया था और फिर उनके माध्यम से लोगों को साढ़े पांच साल में धनराशि दोगुणा करने का लालच दिया था। वह करीब 15 साल से लोगों का रुपया जमा करा रहे थे।

     जब लौटाने की बारी आई तो उनके रुपये लेकर भाग गए। उनके खिलाफ चार मुकदमें भी दर्ज हैं लेकिन अब वह कानूनी दांव पेंच में मामले को उलझाना चाहते हैं और निवेशकों का रुपया हड़पना चाहते हैं। वह उनके रुपये लौटाने को तैयार नहीं है। अब तक बदायूं पुलिस भी उन्हें तलाश नहीं कर पाई है। सैंकड़ों निवेशक पिछले पांच दिन से मालवीय आवास पर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। इसके बावजूद आरोपित नहीं पकड़े गए हैं।

    मुख्यमंत्री ने उनकी बात सुनकर मामले को गंभीरता से लिया और तुरंत मुख्य सचिव को भी बुला लिया। उन्हें बताया कि अमर ज्योति चिटफंड घोटाले में अभी तक आरोपितों की गिरफ्तारी क्यों नहीं हुई। इसकी पूरी रिपोर्ट लें और तुरंत उनकी गिरफ्तारी कराएं। उनकी संपत्ति को भी सीज कराया जाए, जिससे दोबारा ऐसी घटना सामने नहीं आए। बाद में मुख्य सचिव ने भी पुलिस अधिकारियों से बात की। इधर मुख्यमंत्री के आदेश की सुनकर पुलिस-प्रशासनिक अधिकारियों में खलबली मच गई।

    उन्होंने आरोपितों की गंभीरता से तलाश शुरू करा दी है। बताया जा रहा है कि एक टीम बरेली भी पहुंच गई है। उधर से बरेली पुलिस भी उनकी तलाश में जुट गई है। अनुमान है कि आरोपित जल्द ही पकड़े जाएंगे।

    शहर विधायक बोले- कहा था सीएम तक पहुंचाऊंगा मामला, अब होगी सख्त कार्रवाई

    शहर विधायक महेश चंद्र गुप्ता ने बताया कि पांच दिन पहले वह धरना स्थल मालवीय आवास पहुंचे थे। उन्होंने सभी निवेशकों को आश्वासन दिया था कि वह यह मामला मुख्यमंत्री तक पहुंचाएंगे और उनकी पूरी मदद भी करेंगे। फिर चाहे उन्हें लखनऊ क्यों न जाना पड़े। इसलिए वह खुद बार एसोसिएशन के महासचिव अरविंद पाल सिंह परमार को भी साथ ले गए और उनके सामने ही मुख्यमंत्री को पूरे मामले की जानकारी दी। अब उन्होंने इस मामले को गंभीरता से लेकर सभी आरोपितों की गिरफ्तारी के आदेश दिए हैं और कहा है कि उनकी संपत्ति को भी सीज कराया जाए। जल्द से जल्द उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए। अब इस मामले में सख्त कार्रवाई होगी।