Badaun News: लेखपाल और राजस्व निरीक्षक पर धोखाधड़ी का मामला, प्राथमिकी का आदेश; ये है केस
बदायूं में, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट ने लेखपाल और राजस्व निरीक्षक समेत तीन के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने का आदेश दिया है। रमेश पाल ने आरोप लगाया कि बेलावती नामक महिला ने, लेखपाल और राजस्व निरीक्षक के साथ मिलकर, उनके मृतक भाई की पत्नी बनकर फर्जी वारिसान प्रमाणपत्र बनवा लिया। न्यायालय ने धोखाधड़ी के आरोप में यह आदेश दिया।

सांकेतिक तस्वीर।
जागरण संवाददाता, बदायूं। मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट मौहम्मद तौसीफ रजा ने लेखपाल और राजस्व निरीक्षक समेत तीन के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने के आदेश दिए हैं। सिविल लाइंस थाना क्षेत्र के गांव मुजाहिदपुर निवासी रमेश पाल का कहना है कि वह तीन भाई थे, जिनमें उनके भाई बलवीर सिंह की मृत्यु 24 फरवरी 2024 को हो गई थी। अब भाइयों में वह और उनके भाई रामवीर सिंह ही जीवित बचे हैं।
पत्नी बनाकर वारिसान बनाया
रमेश पाल का आरोप है कि बलबीर सिंह की शादी नहीं हुई थी लेकिन गांव के ही राम प्रसाद की पत्नी बेलावती उर्फ बेतवती ऊर्फ बेदावती ने बलवीर की पत्नी बनाकर उनका वारिसान संख्या 428 वर्ष 2025 हल्का लेखपाल भोजराज यादव और राजस्व निरीक्षक रविंद्र कुमार द्वारा आर्थिक साठगांठ कर बनवा लिया था। इसकी जानकारी पर उन्होंने डीएम से शिकायत भी दर्ज कराई।
शिकायत में हल्का लेखपाल भोजराज यादव ने गांव के कुछ बच्चों से हस्ताक्षर करवा कर उसकी रिपोर्ट लगा दी। जब उन्होंने गांव के लोगों से जानकारी की तो उन्होंने बताया कि लेखपाल ने उनके द्वारा न तो कोई अंगूठा लगाया है और न ही हस्ताक्षर करवाए हैं। लेखपाल ने फर्जी रूप से उसकी रिपोर्ट लगाई है।
कोर्ट में एक मामला विचाराधीन है
मृतक बलवीर की विरासत के संबंध में नायब तहसीलदार कोर्ट में एक मुकदमा भी विचाराधीन है। बेलावती को रामप्रसाद पुत्र हीरालाल की विरासत भी मिल चुकी है और इंतखाब खतौनी में उसके नाम भी दर्ज हैं। उन्होंने तीनों लोगों पर धोखाधड़ी का आरोप लगाते हुए न्यायालय में परिवाद दायर कराया था, जिसमें कोर्ट ने मामले के सुनवाई करते हुए प्राथमिकी दर्ज करने के आदेश दिए हैं।

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