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    गबन की बू: 40+42 हजार के दो पेमेंट... पर गांव से 'अलाव' गायब, प्रधान और सच‍िव का खेल

    Updated: Wed, 10 Dec 2025 04:40 PM (IST)

    बदायूं के आसफपुर ब्लॉक की लक्ष्मीपुर ग्राम पंचायत में नवंबर की शुरुआत में ही ₹82,000 की लकड़ी खरीदकर अलाव जलाने का मामला सामने आया है। ग्रामीणों ने ई- ...और पढ़ें

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    लक्ष्‍मीपुर ग्राम पंचायत

    जागरण संवाददाता, बदायूं। सोचिए, नवंबर माह कब इतनी ठंड पड़ी कि अलाव तापने की जरूरत पड़ी हो। पूरे नवंबर माह में धूप निकली और हवाएं भी इतनी तेज नहीं चली की ठंड का अहसास हो। अरे, इन सब बातों की चर्चा हम यूं ही नहीं कर रहे। इन दिनों इस बात की चर्चा बिसौली तहसील क्षेत्र के विकास खंड आसफपुर में तेजी से चल रही है।

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    जहां लक्ष्मीपुर ग्राम पंचायत में नवंबर की शुरुआती ठंड में अलाव के नाम पर 80 हजार रुपये की धनराशि खर्च कर दी गई। इसकी जानकारी जब लोगों को हुई तब हर कोई यह कहता सुनाई दिया कि इस लकड़ी की जलन में गबन की बू आ रही है। फिलहाल अधिकारी मामले की जांच की बात कह रहे हैं।

    मामला आसफपुर ब्लाक की ग्राम पंचायत लक्ष्मीपुर का है। जहां ग्रामीणों ने ई-स्वराज एप से संबंधित दो स्क्रीनशाट इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित किए। जिसमें लिखा कि अभी तो ठंड भी नहीं पड़ी और लक्ष्मीपुर के प्रधान सचिव ने अलाव जलवाने शुरू कर दिए। जब इसकी हकीकत जानी गई तो पता चला कि गांव में कहीं भी अलाव अब तक जलते नहीं दिखाई दिए।

    ग्रामीणों द्वारा प्रसारित किए गए यह स्क्रीनशाट अब अधिकारियों तक पहुंच गए हैं। अधिकारी भी यह बात हजम नहीं कर पा रहे कि आखिर नवंबर की शुरुआती ठंड में अलाव कैसे जला दिए गए। वहीं कुछ लोगों का कहना है कि जब तीन नवंबर को पेमेंट किया गया है तो निश्चित ही यह लकड़ी पहले खरीदी गई, या खरीदी ही नहीं गई।

    गांव में जब कुछ ग्रामीणों ने घूम कर देखा तो कहीं अलाव के निशान भी नहीं मिले। ऐसे में अलाव के नाम पर लकड़ी खरीदा जाना कहीं न कहीं शंका प्रदर्शित करता है।लकड़ी खरीदी भी गई या नहीं, या सीधे भुगतान कर सरकारी धनराशि का बंदरबांट कर लिया गया। अब अधिकारियों द्वारा जांच कराई जाए तभी स्पष्ट हो सकेगा कि आखिर लकड़ी का इस्तेमाल असल में कहां हुआ।

     

    ठंड पड़ने के कारण लकड़ी ग्राम पंचायत में खरीदकर जगह जगह अलाव रात्रि में जलाए गए हैं । जो धनराशि निकाली गई है उससे ही लकड़ी फर्म से खरीदी गई है। कोई धनराशि का दुरुपयोग नहीं किया गया है।

    - सफीक, ग्राम प्रधान, लक्ष्मीपुर

     

    नवंबर माह में लगभग 80 क्विंटल लकड़ी खरीदकर अलाव जगह जगह ग्राम पंचायत लक्ष्मीपुर में जलवाए गए हैं । कड़ाके की ठंड पड़ी थी लकड़ी का कोई दुरूपयोग नहीं किया गया है।

    - आस मोहम्‍मद, सचिव, ग्राम पंचायत लक्ष्मीपुर

     

    अब तक ऐसा मामला संज्ञान में नहीं है। कोई ऐसी शिकायत लड़की खरीदने की नहीं आई है । यदि अलाव जलाने के नाम ग्राम पंचायत लक्ष्मीपुर में सरकारी धनराशि का दुरुपयोग किया गया है तो पूरे मामले की जांच कर संबंधित ग्राम पंचायत सचिव और इसमें लिप्त लोगों के खिलाफ कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।

    - राकेश कुमार निराला, बीडीओ, आसफपुर


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