बदायूं में गणेश विसर्जन के दौरान तीन भाई गंगा में डूबे, एक की गोताखोर कर रहे तलाश
बदायूं के कछला भागीरथी घाट पर गणेश विसर्जन के दौरान तीन चचेरे भाई गंगा में डूब गए। इनमें से दो को बचा लिया गया लेकिन सबसे छोटे भाई सनी का पता नहीं चल सका। एटा जिले से आए ये युवक गणेश प्रतिमा विसर्जित करने के बाद नहाने उतरे थे तभी हादसा हुआ। गोताखोरों ने देर शाम तक सनी की तलाश जारी रखी।

जागरण संवाददाता, बदायूं । कछला स्थित भागीरथी घाट पर शनिवार शाम श्रीगणेश विसर्जन के दौरान तीन सगे चचेरे तहेरे भाई गंगा नदी में डूब गए। उन्हें देखकर आसपास मौजूद दुकानदार और एक हेड कांस्टेबल गंगा में कूद पड़े। उन्होंने दो भाइयों को तो बचा लिया लेकिन उनके सबसे छोटे भाई का पता नहीं चला। देर शाम तक उसकी तलाश चलती रही। तीनों भाई एटा जिले से श्रीगणेश विसर्जन करने आए थे। देर शाम तक गोताखोर उसे तलाश करते रहे।
हादसा शनिवार शाम करीब छह बजे हुआ। यहां जिला एटा के कोतवाली क्षेत्र के गांव शिवसिंहपुर निवासी 21 वर्षीय अर्जुन पुत्र गंगा सिंह, उसका सगा भाई 16 वर्षीय सनी और चचेरा भाई 19 वर्षीय साहिल पुत्र विनोद अपने गांव के कई लोगों के साथ गणेश प्रतिमा विसर्जन करने कछला गंगा घाट आए थे। वह शाम को घाट पर पहुंचे थे और करीब छह बजे गणेश विसर्जन कर रहे थे।
तीनों भाई नहाने के लिए गंगा में घुस गए
उसके बाद तीनों भाई नहाने के लिए गंगा में घुस गए। उसी दौरान वह अचानक गहरे पानी में चले गए और डूबने लगे। यह देखकर वहां आसपास मौजूद लोगों ने शोर मचाया तो दो दुकानदार अपनी दुकानें छोड़कर और हेड कांस्टेबल श्यामवीर सिंह उन्हें बचाने के लिए गंगा में कूद पड़े।
उन्होंने बमुश्किल अर्जुन और साहिल को बचा लिया लेकिन तब तक सनी गंगा की लहरों में तेज बहाव बह गया। उनकी सूचना पर कई गोताखोर भी पहुंच गए और फिर उसकी दोबारा से तलाश शुरू करा दी गई। बताया जा रहा है कि शाम साढ़े सात बजे तक उसकी जमकर तलाश चलती रही लेकिन उसका कुछ पता नहीं चला।
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