दीपावली पर गोकुशी करने वाले तीन आरोपी मुठभेड़ में गिरफ्तार, हिंदू संगठनों ने दिया था धरना
बदायूं में दीपावली पर गोकुशी करने वाले तीन आरोपियों को पुलिस ने मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किया। मुठभेड़ में एक सिपाही और तीनों तस्कर घायल हुए। आरोपियों ने बीआरबी स्कूल के पीछे गोवंशीय पशुओं की हत्या करना स्वीकार किया। हिंदू संगठनों ने इस घटना के विरोध में प्रदर्शन किया था, जिसके बाद पुलिस ने कार्रवाई की। पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।

जागरण संवाददाता, बदायूं। दीपावली के त्योहार के दौरान शहर के बाहर गोकुशी करने वाले आरोपितों से बुधवार रात पुलिस की मुठभेड़ हो गई। बदायूं-आंवला मार्ग पर आईटीआई कालेज के नजदीक हुई मुठभेड़ में दोनों ओर से गोलियां चलीं, जिसमें एक सिपाही घायल हुआ, जबकि तीन पशु तस्कर पैर में गोली लगने से घायल हो गए।
पशु तस्करों में दो बेटे और एक पिता शामिल है। उन्होंने कबूल किया है कि बीआरबी स्कूल के पीछे गोवंशीय पशुओं की हत्या की थी और उनके अवशेष छोड़कर फरार हो गए थे। पुलिस ने घायलों का जिला अस्पताल में प्राथमिक उपचार कराया। दोपहर बाद तीनों आरोपितों को न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया।
सिविल लाइंस थाना क्षेत्र में दीपावली पर गोवंशीय पशुओं की हत्या कर दी गई थी और तस्कर उनका मांस भरकर ले गए थे लेकिन उनके अवशेष मौके पर छोड़ गए थे। सोमवार को कई अवशेष बरेली-बदायूं हाईवे किनारे बीआरबी स्कूल के पीछे पड़े मिले थे।
इस पर हिंदू जागरण मंच और पशु प्रेमी विकेंद्र की टीम ने हंगामा कर दिया था। उन्होंने कार्रवाई की मांग को लेकर शहीद भगत सिंह चौराहे पर अवशेष रखकर जाम लगा दिया था। इसको लेकर पुलिस ने कार्रवाई का सख्त आश्वासन दिया था।
बाद में पुलिस मामले की छानबीन में जुट गई थी। बताया जा रहा है कि पुलिस ने कई सीसीटीवी कैमरे भी खंगाले थे। उसके आधार पर पशु तस्करों के चेहरे सामने आए थे।
बुधवार रात करीब 1:30 बजे सिविल लाइंस इंस्पेक्टर मनोज कुमार सिंह, कोतवाली इंस्पेक्टर प्रवीण कुमार, एसओजी इंचार्ज माधौ सिंह और सर्विलांस प्रभारी धर्वेंद्र कुमार क्षेत्र में गश्त कर रहे थे। इसी दौरान बदायूं-आंवला मार्ग पर आईटीआई कालेज के नजदीक तीन संदिग्ध लोग आते दिखाई दिए।
पुलिस ने उन्हें रोकने का प्रयास किया लेकिन वह पुलिस को देखकर भाग खड़े हुए। जिससे पुलिस ने उनका पीछा किया। तभी तस्करों ने फायरिंग शुरू कर दी, जिसमें शहीद भगत सिंह चौकी पर तैनात हेड कांस्टेबल कृष्ण कुमार घायल हो गया। इसकी जवाबी फायरिंग में तीनों तस्कर भी पैर में गोली लगने से घायल हो गए और वह मौके पर गिर गए। तभी पुलिस ने उन्हें दबोच लिया। उनके पास से एक-एक तमंचा बरामद हुआ।
पूछताछ में उन्होंने अपने नाम कुंवरगांव थाना क्षेत्र के गांव दुगरैया निवासी मुजाहिद, शाहरुख उर्फ हसनैन और तीसरे ने खुद को उनका पिता असलम बताया। पहले उनका जिला अस्पताल में प्राथमिक उपचार कराया गया। बाद में उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर ली गई और दोपहर बाद उन्हें न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया।
पुलिस के मुताबिक तस्कर बोले- घुमंतू पशुओं को बना रहे थे निशाना
पकड़े जाने के बाद पुलिस ने तस्करों से पूछताछ की। उन्होंने कबूल किया कि वह गोवंशीय पशुओं की हत्या करके उनका मांस बेचने का काम करते हैं और इसी से रुपये कमा रहे हैं। वह अभी तक कई पशुओं को मार चुके हैं। बुधवार रात भी पशुओं की हत्या करने का प्लान बनाया था लेकिन तब तक पुलिस ने उन्हें घेर लिया और मुठभेड़ में पकड़े गए।
बुधवार रात पुलिस क पशु तस्करों से मुठभेड़ हुई है। इसमें तीन तस्कर पकड़े गए हैं। उनमें दो बेटे और एक पिता है। तीनों ही मिलकर पशुओं को निशाना बना रहे थे। इस मुठभेड़ में एक सिपाही भी घायल हुआ है और तीनों तस्करों को पैर में गोली लगी है। उनका प्राथमिकी उपचार करा दिया गया है। दोपहर बाद उन्हें न्यायलय में पेश किया गया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया।
-रजनीश कुमार उपाध्याय, सीओ सिटी

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