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    बदायूं में आग की भयावहता देख शहरवासियों की रूह कांपी, कई गांव खाली; रातभर बजे सायरन

    Updated: Thu, 22 May 2025 09:02 PM (IST)

    बदायूं के मेंथा प्लांट में भीषण आग लगने से आसपास के गांवों में दहशत फैल गई। 100 फीट ऊंची लपटें देख लोग डर गए। रातभर सायरन बजते रहे और कई गांव खाली हो गए। आंधी-बारिश के बाद लगी आग को बुझाने के लिए फायर ब्रिगेड को काफी मशक्कत करनी पड़ी। एक स्विमिंग पूल से पानी की आपूर्ति ने आग बुझाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

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    आग की भयावहता देख शहरवासियों की रुह कांपी,

    जागरण संवाददाता, बदायूं। करीब 40 बीघा क्षेत्रफल में बने मेंथा प्लांट में आग की भयावहता देख आसपास के गांवों की नहीं बल्कि उझानी नगरवासियों में दहशत का माहौल हो गया था। आग की लपटें 100 फीट ऊंची जा रहीं थी। लोग अपनी छतों पर खड़े होकर भीषण आग का नजारा देख रहे थे। ग्रामीणों को आशंका थी कि कहीं कोई आग की चिंगारी उनके आशियाने पर न आ गिरे। आग की भयावहता देख पुलिस प्रशासन के साथ ही छतों पर खड़े लोगों की रूह कांप रही थी।

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    वहीं रातभर पुलिस, प्रशासन, एंबुलेंस और फायर बिग्रेड की गाड़ियों के सायरन बजते रहे। कुड़ा नर्सिंगपुर समेत आसपास के कई गांव खाली हो गए। रात के करीब साढ़े नौ बजे बज रहे थे। उस समय अधिकांश लोग सो रहे थे, तभी तेज आंधी के साथ बारिश आ गई।

    आंधी-बारिश से बचने के लिए छतों पर सो रहे लोग कमरों में चले गए। इसी बीच बीच मेंथा प्लांट में भीषण आग लग गई। इस दौरान मेंथा प्लांट के वीडियो इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित होने लगे। कुछ ही देर में पुलिस प्रशासनिक अमला मौके पर पहुंचने लगा तो लोग भी खुद को नहीं रोक लगे। आग लगने की सूचना मिलते ही फायर बिग्रेड और पुलिस की गाड़ियां सायरन बजाते हुए घटना स्थल पर पहुंची।

    उस दौरान बदायूं से ही फायर बिग्रेड की दो गाड़ी मौके पर पहुंचती, लेकिन प्लांट के अंदर दहक रहीं आग को देखते ही पुलिस प्रशासन के पसीने छूट गए। इधर, आग की आसमान में लपटें देख आस पास के गांवों के लोगों में भगदड़ मच गई। बच्चे दहशत में आ गये और बाहर खड़े हो गये। इस दौरान प्लांट में एक के बाद एक कर कई विस्फोट शुरू हो गए। इससे लोगों के अंदर और ज्यादा दहशत मच गई।

    आग की भयावहता के मंजर को देख सहम गए। इधर, पुलिस प्रशासन ने भीषण आग को देखते ही मौके पर 25 से अधिक एंबुलेंस को बुलाकर खड़ा कर लिया था। एंबुलेंस की कतारें देख लोग किसी बड़ी जानहानि की संभावना जताने लगे। वहीं, रातभर पुलिस, प्रशासन, एंबुलेंस और फायर बिग्रेड की बजते सायरनों को देख लोगों के अंदर बैचेनी रहीं। हालांकि कुछ घंटे गुजरने के बाद किसी के प्लांट के अंदर नहीं होने की जानकारी मिली। तब जाकर पुलिस प्रशासन और लोगों ने राहत की सांस ली।

    स्विमिंग पूल का पानी बना मददगार, 22 घंटे में 300 गाड़ियों की आपूर्ति

    मेंथा प्लांट के भीषण आग को बुझाने में बरेली-मथुरा हाईवे स्थित एक स्विमिंग का पानी कगार साबित हुआ है। आंधी बारिश के बाद उझानी नगर की बिजली आपूर्ति पूरी तरह ठप हो गई थी। इससे हाईवे किनारे पानी की आपूर्ति का कोई संसाधन नहीं हो सका। भले ही पुलिस प्रशासन की सूचना पर फायर बिग्रेड बरेली से दो, संभल से दो, कासगंज एक, मुरादाबाद एक और शेष गाड़ियां बदायूं जिला मुख्यालय के फायर स्टेशन से पहुंच गई थी, लेकिन गाड़ियों में पानी भरने का संकट सामने आ गया था।

    इस दौरान पुलिस ने उझानी निवासी स्विमिंग पूल संचालक राबिन छावड़ा से संपंर्क किया। पूल संचालक पानी की आपूर्ति देने के लिए तैयार हो गए।

    उन्होंने जनरेटर से स्विमिंग पूल की मोटर चालू कराई तब जाकर फायर बिग्रेड के टेंडरों में पानी भरने का कार्य शुरू किया गया। इस दौरान रातभर फायर बिग्रेड की 11 गाड़िया स्विमिंग पूल से पानी की आपूर्ति लेकर मेंथा प्लांट तक दौड़ती। देर शाम तक स्विमिंग पूल से करीब 300 से अधिक बार गाड़ियों में पानी की आपूर्ति की गई।