CBSE का सख्त फरमान, एक कमरे में 40 से ज्यादा बच्चों को बैठाया गया तो स्कूलों पर गिरेगी गाज
बदायूं के सीबीएसई स्कूलों में छात्रों की बढ़ती संख्या को देखते हुए सीबीएसई ने निर्देश जारी किए हैं कि अब एक कक्षा में अधिकतम 40 छात्र ही बैठ सकेंगे। कक्षा का आकार 500 वर्ग फीट होना अनिवार्य है। विशेष परिस्थितियों में 45 छात्रों की अनुमति के लिए बोर्ड से अनुमति लेनी होगी। यह निर्णय शिक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाने के उद्देश्य से लिया गया है।

जागरण संवाददाता, बदायूं। जिले के केंद्रीय शिक्षा बोर्ड सीबीएसई से जुड़े स्कूलों में बच्चों की कमी नहीं है, लेकिन अतिरिक्त कक्षाओं से बचने के लिए एक-एक कक्षा में कई विद्यार्थियों को पढ़ाया जा रहा है। इस तरह की स्थिति कई अन्य जिलों में भी है। इसे लेकर सचिव ने निर्देश जारी किए हैं।
इसके तहत अधिकतम 40 विद्यार्थी ही एक कक्षा में बैठ सकेंगे। ज्यादा विद्यार्थी बैठे हुए मिले तो विद्यालय को नोटिस जारी किया जाएगा।
सीबीएसई ने अधिक विद्यार्थियों की संख्या होने से आने वाली दिक्कतों व पठन - पाठन व्यवस्था बेहतर करने के उद्देश्य से यह निर्णय लिया है। हर अभिभावक का सपना होता है कि उसका बच्चा अंग्रेजी माध्यम विद्यालय में पढ़कर और फर्राटेदार इंग्लिश बोलने के साथ ही बेहतर शिक्षा हासिल कर सके।
इसी का लाभ उठाकर सीबीएसई की मान्यता प्राप्त करने की स्कूल संचालक जमकर मनमानी करते हैं। एक-एक कक्षा में 50 से 60 विद्यार्थी तक बैठा लिए जाते हैं। इससे भले ही स्कूल प्रशासन को लाभ होता है, लेकिन बच्चों की पढ़ाई पर प्रतिकूल असर पड़ता है।
बताया गया सीबीएसई सचिव ने आदेश दिए हैं की कक्षा 1 से 12वीं तक की कक्षाओं के प्रत्येक क्षेत्र में 40 बच्चे ही बैठाए जाएंगे। साथ ही कक्षा कक्ष 500 वर्ग फीट का होना चाहिए। विषम परिस्थितियों में ही 45 बच्चे कक्षा कक्ष में बताए जा सकते हैं। इसके लिए भी विद्यालय को पहले बोर्ड से अनुमति लेना अनिवार्य होगा। इस तरह की शिकायतें मिलने पर संबंधित विद्यालय के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

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