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    बदायूं के बड़े सरकार में मिले चार हजार से ज्यादा लोग, कराई जा रही तीन पीढ़ियों की जांच; शक के दायरे में कई परिवार

    Updated: Mon, 15 Dec 2025 09:29 PM (IST)

    बांग्लादेशियों और रोहिंग्याओं की तलाश में दो दिन चलाए गए अभियान को अब और सफल बनाने का प्रयास किया जा रहा है। इस दौरान बड़े सरकार में करीब चार हजार से ...और पढ़ें

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    जागरण संवाददाता, बदायूं। बांग्लादेशियों और रोहिंग्याओं की तलाश में दो दिन चलाए गए अभियान को अब और सफल बनाने का प्रयास किया जा रहा है। इस दौरान बड़े सरकार में करीब चार हजार से ज्यादा लोग मौजूद पाए गए। उनमें अधिकतर लोगों के पास आधार कार्ड और वोटर आईडी नहीं थी। इससे तमाम लोग शक के दायरे में आ गए हैं।

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    पुलिस प्रशासनिक अधिकारियों ने उनकी तीन पीढ़ियों की जांच कराने का निर्णय लिया है। उसके बाद स्पष्ट होगा कि वह हकीकत में कहां के रहने वाले हैं। अगर वह बांग्लादेशी या रोहिंग्या पाए गए तो उन्हें तत्काल भेजने की कार्रवाई शुरू कर दी जाएगी।

    शासन के निर्देश पर पुलिस-प्रशासनिक अधिकारियों ने सबसे पहले बांग्लादेशियों और रोहिंग्याओं की तलाश में बड़े सरकार में छापामारी अभियान चलाया। पहले दिन केवल लोगों के बारे में छानबीन की गई। वह कहां के रहने वाले हैं और यहां कब से रह रहे हैं। इसके बारे में पता लगाया गया।

    हालांकि, इस दौरान अधिकतर लोगों ने स्थानीय या आसपास जिले के रहने वाले बताए हैं लेकिन इस दौरान सबसे बड़ी शिकायत यह सामने आई कि यहां बड़े सरकार में तमाम लोगों ने अवैध कब्जा कर लिया है। इससे पुलिस प्रशासनिक अधिकारियों की ओर से दूसरे दिन अवैध कब्जा हटाओ अभियान चलाया गया। रविवार को सिटी मजिस्ट्रेट सुरेश कुमार पाल और सीओ सिटी रजनीश कुमार उपाध्याय की अगुवाई में अवैध कब्जे हटवाए गए। इस दौरान अधिकतर परिवारों ने अपना भी सामान समेट लिया और जाने की तैयारी शुरू कर दी।

    बताया जा रहा है कि बड़े सरकार से अधिकतर लोग रवाना हो गए हैं लेकिन अभी भी कुछ लोग यहां जमे हुए हैं। लगातार दो दिन चले अभियान के दौरान यह स्पष्ट हुआ कि यहां करीब चार हजार से ज्यादा लोग मौजूद थे। उनमें अधिकतर महिलाएं और बच्चे शामिल थे। हालांकि पूछताछ में उन्होंने स्थानीय या आसपास का रहने वाला बताया है लेकिन पुलिस-प्रशासनिक अधिकारियों ने उनकी और गहनता से जांच कराने का निर्णय लिया है। उनकी तीन पीढ़ियों तक की जांच कराई जाएगी। उसके बाद स्पष्ट होगा कि वह हकीकत में कहां के रहने वाले हैं। इसके लिए टीम लगा दी गई है और उन्होंने जिस जिले का रहने वाला बताया है। वहां से भी जानकारी जुटाई जा रही है।


    अब दूसरे स्थानों पर चलाया जाएगा अभियान

    पुलिस प्रशासनिक अधिकारियों की ओर से कुछ और स्थानों को भी चिन्हित कराया गया है। बताया जा रहा है कि वहां भी तमाम बाहर के लोग रह रहे हैं। अभी कुछ दिन पहले विश्व हिंदू परिषद के पदाधिकारियों ने ज्ञापन सौंपकर कहा था कि जिले में तमाम बांग्लादेशी और रोहिंग्या रह रहे हैं। इससे अधिकारियों ने उनकी भी जांच कराने का निर्णय लिया है। जल्द ही वहां अभियान चलाया जा सकता है।

     

    बड़े सरकार में लगातार दो दिन अभियान चलाया गया। इस दौरान पता चला है कि यहां करीब चार हजार से ज्यादा लोग रह रहे होंगे। उनकी गहना से जांच कराई जाएगी। वह कहां के रहने वाले हैं। वहां से भी जानकारी जुटाई जाएगी। उनकी तीन पीढ़ियों की जांच कराई जाएगी। उसके बाद हकीकत निकलकर सामने आएगी।- सुरेश कुमार पाल, सिटी मजिस्ट्रेट