Badaun Flood Alert: किनारे के गांवों पर मंडरा रहा बाढ़ का संकट, खतरे के निशान से ऊपर बह रहीं गंगा नदी
बदायूं में नरौरा बैराज से गंगा में पानी छोड़े जाने के कारण कछला में जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर पहुंच गया है जिससे डूब क्षेत्र में जलभराव की स्थिति बनी हुई है। बिजनौर से भी भारी मात्रा में पानी छोड़े जाने से ग्रामीणों को जलस्तर और बढ़ने की आशंका है। प्रशासन बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर लोगों को जागरूक कर रहा है।

जागरण संवाददाता, बदायूं। नरौरा बैराज से गंगा में पानी छोड़े जाने का सिलसिला जारी है। मंगलवार को भी नरौरा से गंगा में 80 हजार 447 क्यूसेक पानी छोड़ा गया। कछला में मीटर गेज 162.44 मीटर पर आ गया है। हालांकि यह खतरे के निशान से चार सेमी अधिक है। इससे डूब क्षेत्र में जलभराव की स्थिति यथावत बनी हुई है। बाढ़ का पानी गंगा महावा बांध से टकरा कर बह रहा है।
बांध के पार बसे भमरौलिया वीर सहाय नगला, खागी नगला आदि गांव बाढ़ के पानी से घिरे हैं। गांवों के अंदर पानी नहीं भरा है। लेकिन आशंका है कि बुधवार तक पानी गांवों के अंदर तक पहुंच सकता है।
मंगलवार को बिजनौर से गंगा में दो लाख 33 हजार 644 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। यह अगले एक दो दिन में यहां पहुंच जाएगा। इससे ग्रामीणों को जलस्तर और बढ़ने की आशंका सता रही है। ग्रामीणों ने आगामी दिनों में बाढ़ के संकट को देखते हुए सुरक्षित स्थानों की तलाश शुरू कर दी है।
डूब क्षेत्र में जलभराव की समस्या यथावत, बांध से टकराने लगीं लहरें
मंगलवार को अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व वैभव शर्मा ने सहसवान एसडीएम प्रेमपाल के साथ तहसील क्षेत्र के बाढ़ प्रभावित गांव भमरौलिया, नगला खागी और वीर सहाय नगला का भ्रमण किया। उन्होंने ग्रामीणों को बाढ़ से बचाव के लिए जागरूक किया। साथ ही मौके पर मौजूद बाढ़ खंड के इंजीनियर और अन्य अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए।
बाढ़ खंड के जेई रामौतार आर्य, सतेन्द्र गोस्वामी ने बताया कि बांध और तटबंधों की निगरानी की जा रही है। अभी खतरे जैसी कोई स्थिति नहीं है। एसडीएम प्रेमपाल सिंह का कहना था कि अभी खतरे जैसे कोई हालात नहीं हैं। बाढ़ आने के दौरान ग्रामीणों को कोई समस्या नहीं होने दी जाएगी।
आज शाम तक पहुंच सकता पानी
उसहैत। नरौरा बैराज से जिस गति से पानी छोड़ा जा रहा है, उस हिसाब से जिले में गंगा का जलस्तर बुधवार शाम तक और बढ़ने की आशंका व्यक्त की जा रही है। बाढ़ खंड के जेई राधेश्याम का कहना है कि मंगलवार तक तो किसी गांव में पानी नहीं पहुंचा। लेकिन बुधवार शाम तक उसहैत क्षेत्र के गांव जटा, प्रेमी नगला और ठकुरी नगला के गांव तक पानी पहुंचने की आशंका है। इसके चलते ही इन गांव के लोगों को दूसरी जगह जाने के लिए कहा गया है। लेकिन अब तक गांव के लोग गए नहीं है। इन सभी के लिए कटरा के पास सिंधु नगला गांव में ठहरने की व्यवस्था की गई है।
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