Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck

    Badaun News: अमर ज्योति चिटफंड घोटाला में पुलिस की कार्रवाई, खाते सीज कर अन्य संपत्ति तलाश

    By Jagran NewsEdited By: Abhishek Saxena
    Updated: Tue, 10 Jun 2025 03:00 PM (IST)

    अमर ज्योति चिटफंड घोटाले के आरोपियों के खिलाफ पुलिस सख्त कार्रवाई कर रही है। पुलिस ने पांच खाते सीज कर दिए हैं और संपत्तियों की तलाश जारी है। राजस्व विभाग की मदद से कंपनी के नाम पर खरीदी गई संपत्तियों की छानबीन की जा रही है। पुलिस टीम बरेली में भी आरोपियों की तलाश कर रही है और उनके खातों को सीज कराने की प्रक्रिया जारी है।

    Hero Image
    अमर ज्योति चिटफंड कंपनी व मालिकों से जुड़े खाते सीज, तलाशी जा रही संपत्तियां

    जागरण संवाददाता, बदायूं। अमर ज्योति चिटफंड घोटाले के मुख्य आरोपितों का अभी तक कुछ पता नहीं चला है लेकिन पुलिस ने उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई शुरू कर दी है। सोमवार को उनके पांच खाते सीज करा दिए। अब उनकी संपत्तियां भी तलाशी जा रही हैं। इसके लिए राजस्व विभाग के अधिकारियों को भी लगाया गया है। मामले की जांच में जुटी पुलिस टीम ने एलडीएम को भी पत्र लिखा है और कहा है कि कंपनी मालिकों के जिस जिस बैंक में खाते हैं। उन्हें सीज करा दिया जाए। टीम बरेली जाकर भी कंपनी मालिकों के खाते सीज कराएगी। इसके अलावा एक टीम सोमवार को सर्विलांस टीम के साथ मालिकों की तलाश को बरेली में डटी हुई है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    अमर ज्योति यूनिवर्स निधि लिमिटेड कंपनी का मालिक शशिकांत मौर्या और उसका भाई भाजपा नेता सूर्यकांत मौर्या समेत अन्य आरोपित भूमिगत हो गए हैं। उनकी तलाश में पुलिस टीम लगी हुई है लगातार जगह-जगह दबिश भी दी जा रही है लेकिन अभी तक मुख्य आरोपितों का कुछ पता नहीं चला है। इससे एसआईटी ने उनके खिलाफ कार्रवाई तेज कर दी है।

    सोमवार को कंपनी मालिकों के पांच खाते सीज करा दिए गए। बताया जा रहा है कि उन्होंने बदायूं में भारतीय स्टेट बैंक व पंजाब नेशनल बैंक समेत अन्य बैंकों में पांच खाते खुलवाए थे, जिनमें निवेशकों का आने वाला सारा रुपया जमा हो रहा। इससे पुलिस ने पांचों खातों को सीज करा दिया है। अभी कुछ अन्य खाते भी बताए जा रहे हैं लेकिन उनका डाटा पुलिस के पास नहीं आया है। इसलिए एसआईटी ने बैंक के एलडीएम को पत्र लिखकर उन सभी खातों को सीज कराने की मांग की है।

    बताया जा रहा है कि मंगलवार को पुलिस टीम बरेली भी जाएगी और वहां किन-किन बैंकों में उनके खाते खुले हुए हैं। उन्हें भी बंद कराया जाएगा। इसके लिए टीम बरेली के एलडीएम से भी मुलाकात करेगी।

    इधर पुलिस ने राजस्व विभाग के अधिकारियों से भी सहयोग मांगा है। बदायूं में कंपनी के नाम से कहां-कहां संपत्ति खरीदी गई थी। उसकी छानबीन कराई जा रही है और राजस्व विभाग से उसका विवरण निकलवाया जा रहा है, जिससे आगे चलकर उस संपत्ति को भी सीज कराया जा सके।

    आरोपितों की तलाश में बरेली पहुंची टीम

    इस घोटाले में शामिल मुख्य आरोपितों की तलाश में पुलिस टीम सोमवार शाम को बरेली पहुंची और कई जगह पर दबिश भी लेकिन देर रात तक उनका कुछ पता नहीं चला। बताया जा रहा है कि अब तक जो लोकेशन मिल रही थी। अब वह भी मिलना बंद हो गई है क्योंकि आरोपितों ने अपने-अपने मोबाइल बंद करके रख लिए हैं। वह कहीं अज्ञात स्थान पर डेरा जमाए हुए हैं। उनकी तलाश में कुछ मुखबिरों को भी लगाया गया है।

    जमीन खरीदने के चक्कर में फंस गए दीपक जैन

    अभी कुछ माह पहले जिले के वकीलों और कंपनी के जिम्मेदारों के बीच बैठकर एक समझौता हुआ था। उसमें कहा गया था कि कंपनी अपनी संपत्ति बेचकर सभी वकीलों का रुपया लौटाएगी लेकिन कंपनी ने चुपचाप जमीन बेचना शुरू कर दी। शहर के दीपक जैन ने जमीन खरीद ली। इससे वकीलों ने दीपक जैन के खिलाफ भी प्राथमिकी दर्ज करा दी।

    अमर ज्योति कंपनी व उनके मालिकों से जुड़े जो खाते संज्ञान में आए हैं। उन्हें सीज करा दिया गया है। कुछ अन्य खाते भी बताए जा रहे हैं। उनके लिए एलडीएम को पत्र लिखा गया है। जल्द ही उन्हें भी सीज करा दिया जाएगा। बरेली के भी खाते सीज कराए जाएंगे और आरोपितों के नाम जहां-जहां संपत्ति है। उसका रिकार्ड खंगाला जा रहा है। उनकी गिरफ्तारी को एक टीम बरेली भी गई है। - प्रवीण कुमार, इंस्पेक्टर कोतवाली