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सोनरूपा को हरिवंश राय बच्चन युवा गीतकार सम्मान

जागरण संवाद, बदायूं : प्रख्यात कवि उर्मिलेश शंखधार ने जो नाम कमाया उसकी एक अलग पहचान बन चुकी है। अब

By Edited By: Published: Tue, 04 Aug 2015 12:01 AM (IST)Updated: Tue, 04 Aug 2015 12:01 AM (IST)

जागरण संवाद, बदायूं : प्रख्यात कवि उर्मिलेश शंखधार ने जो नाम कमाया उसकी एक अलग पहचान बन चुकी है। अब उप्र ¨हदी संस्थान ने उर्मिलेश शंखधार की बेटी डा सोनरूपा विशाल को उप्र शासन ने हरिवंश राय बच्चन युवा गीतकार सम्मान देने का निर्णय लिया है। पुरस्कार की घोषणा होते ही शंखधार परिवार में खुशी का माहौल है।

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प्रोफेसर कालोनी निवासी उर्मिलेश शंखधार का निधन यूं तो दस साल पहले हो चुका है। पर साहित्य को संजोने की उनकी विरासत को उनके पुत्र डा. अक्षत अशेष और उनकी बड़ी बेटी डा. सोनरूपा विशाल निभा बखूबी निभा रहे हैं। डा. उर्मिलेश की बड़ी बेटी डा. सोनरूपा को उप्र ¨हदी संस्थान ने हरिवंश राय बच्चन युवा गीतकार सम्मान से नवाजने की घोषणा की है। इसके अंतर्गत उनकी पुस्तक लिखना जरूरी है, गीत मुक्तक, ¨हदी गजल और छंद कविता को सराहा गया है। उन्हें नकद पुरस्कार के रूप में शासन 25 हजार की धनराशि और अलंकृत पत्र से नवाजा जाएगा। निदेशक डा. सुधाकर अदीब ने प्रेस विज्ञप्ति में संस्था के अध्यक्ष डा. उदय प्रताप ¨सह की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में हुए फैसले के बारे में जानकारी दी।

पापा होते तो सबसे ज्यादा खुश होते

हर तरफ बस एक ही चर्चा है कि जाने माने कवि उर्मिलेश शंखधार की बेटी पापा के कदमों पर चल पड़ी है। डा. सोनरूपा को मॉरीशस में कला मंत्रालय ने कला श्री पुरस्कार से नवाजा गया है। जबलपुर में उन्हें नवोदित स्वर सम्मान दिया जा चुका है। नई दिल्ली में अक्षरा सम्मान से वे दिल्ली में विभूषित हो चुकीं हैं। उन्होंने बताया कि पापा की बहुत याद आ रही है, वो होते तो आज सबसे अधिक खुश होते।


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