भारत के निर्माता व स्वदेशी आंदोलन के जन्मदाता थे तिलक
सचे अर्थों में भारत के निर्माता व स्वदेशी आंदोलन के जन्मदाता थे तिलक
जागरण संवाददाता, आजमगढ़ : ब्राह्मण समाज कल्याण परिषद के महामंत्री ब्रजेश नंदन पांडेय के एलवल स्थित आवास पर गुरुवार को लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक एवं चंद्रशेखर आजाद की जयंती मनाई गई। शारीरिक दूरी का पालन करते हुए आयोजित गोष्ठी में व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर चर्चा की गई।
परिषद के महामंत्री श्री पांडेय ने कहा कि तिलक बहुआयामी प्रतिभा के धनी थे। उन्होंने एक आदर्श शिक्षक, सफल पत्रकार, दूरदर्शी राजनेता और महान समाज सुधारक के रूप में देश की सेवा की। उन्होंने इस देश की जनता के मन में विश्वास पैदा किया कि कर्म का राष्ट्रीय फल स्वराज है। उन्हें स्वदेशी आंदोलन का सच्चा जन्मदाता कहा जा सकता है। गीता रहस्य नामक विश्व विख्यात पुस्तक जेल में लिखी, जिसके माध्यम से उन्होंने देश की राजनीति को स्वराज की ओर प्रेरित किया। गणेश उत्सव एवं शिवाजी उत्सव के माध्यम से महाराष्ट्र के नौजवानों में आत्मविश्वास एवं मनोबल बढ़ाने का कार्य किया। 'स्वराज मेरा जन्म सिद्ध अधिकार है, इसे मैं लेकर रहूंगा' के नारे ने स्वाधीनता की लड़ाई को अंतिम लक्ष्य तक पहुंचाया। कांग्रेस के गरम दल के नेताओं में उनका प्रमुख स्थान था।
परिषद के महामंत्री ने कहा कि काकोरी ट्रेन लूटकांड एवं सांडर्स की हत्या में प्रमुख भूमिका का निर्वाह के कारण महान क्रांतिकारी चंद्रशेखर आजाद का नाम भारतीय स्वतंत्रता के इतिहास में महत्वपूर्ण स्थान रखता है। अध्यक्षता विश्वदेव उपाध्याय ने की। परिषद के प्रवक्ता मनोज कुमार त्रिपाठी, सतीश मिश्र, संजय पांडेय, गिरिजा सुवन पांडेय आदि थे।
भारत रक्षा दल के कार्यकर्ताओं ने नगर क्षेत्र के हर्रा की चुंगी पर स्थापित चंद्रशेखर आजाद की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें नमन किया। दल के जिला सचिव निशित रंजन तिवारी ने कहा कि चंद्रशेखर आजाद ने जीवन भर आजादी के लिए संघर्ष किया। इन्होंने बचपन में ही भील बालकों के साथ धनुष बाण चलाना सीख लिया था। चंद्रशेखर आजाद ऊपर से जितने कठोर थे अंदर से उतने भावुक भी थे। इनकी गिरफ्तारी के लिए अंग्रेजी हुकूमत ने इनाम की घोषणा कर रखी थी। उसी दौरान इन्हें पता लगा इनका एक साथी आर्थिक रूप से काफी परेशान है तो इन्होंने कहा कि अगर मेरी गिरफ्तारी का इनाम मेरे साथी को मिल जाए तो मैं गिरफ्तार होने के लिए तैयार हूं। चंद्रशेखर आजाद प्रत्येक जवान व जागरूक भारतीय के आदर्श हैं। पूरा देश इनका ऋणी है। इस अवसर पर सुनील वर्मा, सोनू मिश्रा, रामजन्म, अनूप श्रीवास्तव, शरद वर्मा, मधुरेश यादव उपस्थित थे।
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