निर्दोष को फंसाने का आरोप लगाकर ग्रामीणों ने घेरा थाना
- आक्रोश - बरदह के इंस्पेक्टर के आश्वासन पर दो घंटे बाद शांत हुए लोग - सप्ताह भर पहल

- आक्रोश
- बरदह के इंस्पेक्टर के आश्वासन पर दो घंटे बाद शांत हुए लोग
- सप्ताह भर पहले असवनिया गांव के पोखरे में मिला था युवती का शव जागरण संवाददाता, बरदह (आजमगढ़) : बरदह थाना क्षेत्र के असवनिया गांव में बीते दिनों पोखरे में मिली युवती की लाश और उसके बाद हत्या की पुष्टि पुलिस के लिए सिरदर्द बन गई। इस मामले में पुलिस ने जिन दो युवकों को पूछताछ के लिए उठाया था उनकी रिहाई के लिए सोमवार को ग्रामीणों ने थाने का घेराव कर दिया। आरोप लगाया कि पुलिस घटना में निर्दोष लोगों को फंसाने की कोशिश में है। सैकड़ों की संख्या में पहुंचे ग्रामीणों ने बरदह थाना घेरा तो पुलिस के माथे पर पसीना आ गया।इंस्पेक्टर के आश्वासन पर दो घंटे बाद ग्रामीणों का आक्रोश शांत हुआ और वे अपने घर लौट गए ।
बरदह थाना क्षेत्र के असवनिया गांव में सात दिन पूर्व 18 वर्षीय युवती पूजा गौतम का शव उसके घर के पीछे पोखरे में मिला था। युवती के पिता उदयभान गौतम ने पट्टीदार रोहित, सौरव, रामप्रसाद गौतम के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज कराया था । बरदह पुलिस ने नामजद दर्ज कराए गए मुकदमा के आधार पर कुछ लोगों को हिरासत में ले लिया था । हिरासत में लिए जाने की जानकारी जब ग्रामीणों की हुई तो सैकड़ों की संख्या में आक्रोशित महिलाएं व पुरुष सोमवार को दिन में 11 बजे बरदह थाने पर पहुंचकर घेराव कर दिया। ग्रामीणों का आरोप था कि फंसाए जाने के इरादे से निर्दोष लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है। ग्रामीणों का आरोप था कि परिवार के लोगों ने ही युवती की हत्या कर शव को पोखरे में फेंक दिया । बरदह इंस्पेक्टर विनय कुमार मिश्र ने ग्रामीणों को समझा-बुझाकर शांत कराते हुए कहा कि नामजद होने से कोई भी जेल नहीं जाएगा। मामले की जांच के लिए ही पूछताछ चल रही है।इंस्पेक्टर के आश्वासन पर दो घंटे बाद घेराव समाप्त हो गया। घेराव करने वाले ग्रामीणों में शंकर, कुलदीप, आकाश, रामबचन, सुमिल कुमार, चन्द्रबली, रविद्र, बिजेंद्र, राजेश, भगवन्ता देवी आदि शामिल रहीं।
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