UP Schools: 30 से कम छात्र तो शिक्षकों का रुकेगा वेतन, यूपी में कम उपस्थिति वाले स्कूलों पर शिकंजा
आजमगढ़ के परिषदीय स्कूलों में बच्चों की कम उपस्थिति को लेकर शासन ने सख्त रुख अपनाया है। 30 से कम छात्र संख्या वाले विद्यालयों की सूची मांगी गई है और ऐसे स्कूलों में तैनात दो या दो से अधिक शिक्षकों के वेतन वृद्धि और अनुलाभ पर रोक लगा दी गई है। विभागीय योजनाओं के प्रभावी ढंग से लागू न होने पर संबंधित प्रधानाध्यापक और शिक्षक के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

संवाद सहयोगी, आजमगढ़। परिषदीय स्कूलाें में बच्चों की कम उपस्थित को लेकर शासन सख्त हो गया है। आदेश के अनुपालन में सहायक शिक्षा निदेशक बेसिक ने मंडल के तीनों जिलों के बेसिक शिक्षा अधिकारियों से 30 से कम छात्र संख्या वाले विद्यालयों की सूची मांगी है।
इसके अलावा 30 या 30 से कम छात्र हों और स्कूल में दो या दो से अधिक शिक्षक तैनात हों, उनकी भी रिपोर्ट तलब की है। यह भी निर्देशित किया है कि ऐसे विद्यालय जहां छात्र संख्या 30 से कम है, वहां के शिक्षकों के वेतन वृद्धि एवं अनुलाभ दिए जाने पर अग्रिम आदेश तक रोक लगा दी गई है।
बेसिक शिक्षा विभाग के विद्यालयों में नामांकन संख्या बढ़ाने के लिए विभाग लगातार प्रयास कर रहा है। जिसमें शिक्षकों को भी अपने कई दायित्व निर्वहन करने होते हैं। जिससे कि 14 वर्ष तक के सभी छात्र-छात्राअाें को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा दी जा सके।
ऐसे में यदि किसी विद्यालय में 30 या 30 से कम छात्र पंजीकृत हैं और वहां दो या दो से अधिक अधिक शिक्षक कार्यरत हैं तो वहां देखने की आवश्यकता है कि संबंधित शिक्षक ने इस संदर्भ मेें अपने दायित्वों व कार्यों का निर्वहन किया या नहीं। यदि ऐसे विद्यालयों में विभागीय योजनाएं प्रभावी ढंग से लागू नहीं की गई है तो संबंधित प्रधानाध्यापक व शिक्षक के विरुद्ध विभागीय कार्रवाई की संस्तुति की जाएगी।
मंडल के तीनों जिलों के बीएसए से 30 या 30 से कम नामांकन वाले छात्र लेकिन दो या दो से अधिक शिक्षक वाले स्कूलों की सूची मांगी गई है। ऐसे अध्यापकों के किसी भी प्रकार की वेतन वृद्धि व अनुमन्य लाभ न दिए जाने का निर्देश दिया गया है। -मनोज कुमार मिश्र, सहायक शिक्षा निदेशक, बेसिक शिक्षा।
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