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    Festival Shopping: त्योहारों में ऑनलाइन खरीदारी करने वाले इन बातों का रखें ध्यान, वरना खाली हो सकता है खाता

    Updated: Sun, 21 Sep 2025 07:48 PM (IST)

    आजमगढ़ में त्योहारों के मौसम में साइबर ठग सक्रिय हैं। वे ऑनलाइन छूट और उपहारों का लालच देकर फर्जी लिंक भेजते हैं। ऑर्डर रद्द करने के नाम पर ओटीपी मांगकर खाते खाली कर देते हैं। पुलिस ने अनजान लिंक पर क्लिक न करने और निजी जानकारी साझा न करने की सलाह दी है। सतर्कता बरतकर साइबर ठगी से बचा जा सकता है।

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    त्योहार पर लुभावने ऑफर के मैसेज से रहे सावधान।

    जागरण संवाददाता, बलरामपुर (आजमगढ़)। त्योहार का मौसम शुरु होने वाला है। इस सप्ताह से नवरात्र और फिर दशहरा, धनतेरस और दीवाली में लोगों को लुभावने आफर देकर ठगी करने के लिए साइबर जालसाज अपना जाल बिछा रहे है। वे इंतजार कर रहे है कि कोई उनके जाल में फंसे और मिनटो में खाता खाली कर दें।

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    त्योहारों के मौसम में साइबर ठग ऑनलाइन खरीदारी करने पर विशेष छुट, आर्कषक आफर और गिफ्ट जैसे लुभावने मैसेज भेजकर एक लिंक साझा करते है। इस लिंक के जरिए ही साइबर ठगी की वारदात को अंजाम देते है। ऐेसे में लोगों को विशेष सर्तकता बरतने की जरुरत है। जरा सी चूक आपके त्योहार के रंग को फिका कर सकती है।

    सामान्य दिनों में साइबर ठग शेयर मार्केट में निवेश करने, हनी ट्रैप, क्रेडिट कार्ड एक्टिवेट करने, बैंक केवाइसी समेत कई पैतरे से लोगोंं को झांसा देने के लिए अपना जाल बिछाते है। लेकिन त्योहार सीजन पर साइबर ठग अपने पैतरे बदल देते है,वे विभीन्न इंस्टेंट डिलीवरी एप और ई-कार्मस कंपनियों की मिलती-जुलती फर्जी वेबसाइड या मोबाइल एप तैयार करते है।

    वे इन्ही वेबसाइड का लिंक मैसेज के जरिए भेजकर विभीन्न उत्पातों की खरीदारी पर विशेष छूट या एक उत्पादन के साथ एक निश्शुल्क जैसे लुभावने आफर देते है। यही नहीं छूट के अलावा ठग लोगों को आकर्षक गिफ्ट देने का भी दावा करते है।

    इसके बाद लोगों से उत्पाद के ऑर्डर और डिलीवरी के नाम पर ऑनलाइन भुगतान तक करा लेते है। लेकिन सामान लोगों तक पहुंचते ही नहीं ऐसे में लोगों को डिलीवरी की तारीख निकल जाने के बाद ठगी का अहसास होता है।

    ऑर्डर कैंसिल होने के नाम पर दोबारा कराते है भुगतान

    ऑर्डर कैंसिल होने के नाम पर भी साइबर जालसाज ठगी कर रहे है। वे आर्डर के नाम पर लोगों से पैसे एैठने के बाद भी धोखाधड़ी करने से गुरेज नही करते है। जालसाज पुराना आर्डर कैंसिल होने की बात कहकर दोबारा भुगतान कराते है। जब कोई विरोध जताता है तो उससे पुराने भुगतान की वापसी का दावा करते है।

    ऐसे में लोगों आनलाइन कंपनी के बारे में ठीक से जानकारी कर लेनी चाहिए। लिंक के जरिए खरीदारी करने बचना चाहिए। ई-कार्मस कंपनी की वेबसाइड और एप से ही खरीदारी करनी चाहिए।

    ओटीपी लेकर उड़ा देते रकम

    साइबर जालसाज आर्डर कैंसिल करने के नाम पर भी जालसाजी की घटना को अंजाम दे रहे है। वे लोगों को फोन करके कंपनी से आर्डर आने की बात कहते है। इसके बाद आर्डर कैंसिल करने के नाम पर मोबाइल फोन पर आया ओटीपी मांगते है। ओटीपी मिलते ही बैंक खाता खाली कर देते है।

    ऐसे साइबर ठगी से बचने के तरीके

    अनजान लिंक पर क्लिक न करें, अनजान लोगों को किसी भी एप के माध्यम से पैसा न भेज, ऑनलाइन एप को डाउनलोड ने करें, किसी भी कंपनी के वेबसाइड का लिंक आए तो न खोलें, डेबिट कार्ड पिन समय-समय पर बदले, ऑनलाइन फोन काल पर डेबिट से संबधित कोई भी जानकारी साझा न करें, मोबाइल फोन पर आए ओटीपी की जानकारी किसी को न दे,

    साइबर ठगी की घटनाएं बढ रही है। इन्हें रोकने के लिए सभी को जागरुक होनला होगा। अनजान नंबर से आए काल पर अपनी जानकारी साझा न करें। अंजान लिंक पर क्लिक न करें। साइबर टीम लगातार लोगों को जागरुक कर रही है। त्योहार पर ठग अपने तरीके बदलकर लोगों को लुभावने आफर देते है। इससे बचना होगा। -चिराग जैन, एएसपी ग्रामीण।