श्रावस्ती जेल अधीक्षक को मिला आजमगढ़ जिला कारागार का भी अतिरिक्त प्रभार
आजमगढ़ जिला कारागार में 52.85 लाख रुपये के गबन के मामले में जेल अधीक्षक आदित्य कुमार को निलंबित कर दिया गया है। वित्तीय अनियमितताओं के चलते यह कार्रवाई हुई है। जेलर समेत अन्य अधिकारियों पर भी जांच चल रही है। पिछले डेढ़ साल से ऑडिट न होने के कारण सिस्टम पर सवाल उठ रहे हैं। श्रावस्ती जेल अधीक्षक को अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है।

52.85 लाख रुपये के गबन का मामला, आजमगढ़ जेल अधीक्षक आदित्य कुमार निलंबित
जागरण संवाददाता, आजमगढ़। जिला कारागार के बैंक खाते से दो बंदियों व जेल कर्मियों की मिलीभगत से 52.85 लाख की धोखाधड़ी मामले में कारागार प्रशासन एवं सुधार सेवाएं विभाग ने आजमगढ़ के जेल अधीक्षक आदित्य कुमार को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। जेल डीजी पीसी मीणा ने बताया कि यह कार्रवाई उनके विरुद्ध वित्तीय अनियमितताओं में लापरवाही उजागर होने पर की गई है।
जेलर सहित अन्य अधिकारियों व कर्मियों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई व जांच चल रही है। चर्चा है इस मामले में जेल के अन्य अधिकारी व कर्मियों पर भी गाज गिर सकती है। विभाग के साथ साथ पुलिस भी अपनी जांच कर रही है। एसपी डा अनिल कुमार सिंह ने बताया कि मामले की जांच को चार सदस्यीय टीम गठित की गई है। गठित टीम ने केनरा बैंक सहित जिस जिस खाते में भुगतान हुआ है उसका स्टेटमेंट मंगाया है।
डेढ़ साल में एक बार भी नहीं हुई आडिट
52.85 लाख रुपये के गबन मामले में विभागीय जांच में जेल अधीक्षक, जेलर सहित अन्य अधिकारियों की भूमिका संदिग्ध पाई गई है। सबसे बड़ा सवाल यह निकल कर आया है कि, पिछले डेढ़ साल में एक बार भी आडिट नहीं हुआ है। जिस वजह जेल प्रशासन के पूरे सिस्टम संदेह के दायरे में हैं। विभाग अबतक के हुए सभी भुगतान के विवरण की जांच कर रहा है। इसके साथ ही जेल में लगे सीसीटीवी फुटेज को भी सुरक्षित किया जा रहा है।
बोले अधिकारी
जांच पूरी होने तक श्रावस्ती जेल अधीक्षक आशीष रंजन को आजमगढ़ जिला कारागार का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है। मुकदमा दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जा रही है। मामले की निष्पक्ष जांच की जा रही है। जो भी दोषी होंगे उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। - पीसी मीणा, डीजी जेल।
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