कारोबारियों को भारी पड़ रही किराए की दुकान और बिजली का बिल
जागरण संवाददाता फूलपुर (आ•ामगढ़) कोरोना की दुश्वारियां के कारण अनवरत चल रही साप्ता

जागरण संवाददाता फूलपुर (आ•ामगढ़) : कोरोना की दुश्वारियां के कारण अनवरत चल रही साप्ताहिक बंदी छोटे कारोबारियों को भारी पड़ने लगी है। किराए की दुकान, बिजली बिल उनकी धड़कनें बढ़ाने लगा है। व्यापारियों ने सरकार से उम्मीद लगाई है कि उनकी मुश्किलों पर ध्यान दिया जाना चाहिए। आखिर कब तक छोटे कारोबारी मुश्किलों में मदद को कदमताल करेंगे। सरकार को रियायतें देकर अपनेपन का एहसास कराना चाहिए। दर्द इस बात की भी कुछ बड़े कारोबारी अपनी पहुंच की दम पर दुकान का शटर बाहर से बंद कर अंदर धड़ल्ले से कारोबार कर रहे हैं।
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जमा पूंजी खाने के बाद भी डूबो रहा कर्ज
कोरोना संक्रमण का चेन तोड़ने के लिए सरकार साप्ताहिक बंदी की घोषणा की है। अनवरत एक पखवाड़े से ज्यादा समय से चाय, पान, ठेला खोमचा, टेलर, मिठाई इत्यादि की दुकानें बंद हैं। ये छोटे-छोटे कारोबारी शुरू में सरकार के साथ सहर्ष खड़े थे, लेकिन अनवरत खिचती जा रही साप्ताहिक बंदी अब भारी पड़ने लगी है। आखिर घरों में चूल्हे कैसे जलेंगे।
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शराब दुकानें खुलने पर बढ़ी कसक
टेलर मुख्तार, पान दुकान वाले चंदन, मिठाई दुकान वाले मुन्ना व मनोज मोदनवाल, चाय के परमहंस गोड़, सरवन गिरी मिथलेश, पवन विद इत्यादि दुकानदारों का कहना है कि सरकार को शराब दुकान खोलने का आदेश देने संग हमें भी छूट देनी चाहिए।
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इनसेट
पहुंच वाले धड़ल्ले से बेच रहे माल
जागरण संवाददाता, आजमगढ़ : पहुंच रखने वाले कारोबारियों को कोई दिक्कत नहीं है। उनके शटर बाहर से तो बंद रह रहे हैं, लेकिन अंदर से उनकी दुकान में ग्राहक भरे होते हैं। पुलिस को सब पता होने के बावजूद क्यों खामोश रहती है, कहना मुश्किल। ऐसे लोगों के घर पुलिस का आना-जाना भी होने के बावजूद सबकुछ धड़ल्ले से चल रहा है। अफसर सख्ती करें तो सबके साथ व्यवहार सामान हो जाए।
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