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    Lok Sabha Election 2024: हाथी की सवारी छोड़ पति के साथ ‘भगवाधारी’ हुईं संगीता, पूर्वांचल में भाजपा को होगा फायदा

    Updated: Tue, 19 Mar 2024 12:05 AM (IST)

    लोकसभा चुनाव से पहले संगीता का जाना बसपा के लिए बड़ा झटका है। इसकी पटकथा पहले से तैयार थी जब वह पार्टी के कार्यक्रमों से दूर रहकर प्रधानमंत्री मुख्यमंत्री सहित भाजपा के अन्य नेताओं से मिलने लगी थीं। संगीता के ससुर गांधी आजाद बसपा के संस्थापक सदस्य रहे हैं। वह राज्यसभा सदस्य रहने के अलावा बसपा के राष्ट्रीय महासचिव भी रह चुके हैं।

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    बसपा सांसद संगीता आजाद ने थामा बीजेपी का दामन।- फाइल फोटो

    सर्वेश कुमार मिश्र, आजमगढ़। लालगंज लोकसभा क्षेत्र से बसपा सांसद संगीता आजाद अपने पति पूर्व विधायक अरिमर्दन आजाद के साथ हाथी की सवारी छोड़ नई दिल्ली में सोमवार को डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक और प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी की मौजूदगी में ‘भगवाधारी’ हो गईं तो जिले की सियासत में हलचल तेज हो गई। माना जा रहा है कि संगीता आजाद के भाजपा में शामिल होने से पूर्वांचल में भाजपा को लाभ होगा।

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    लोकसभा चुनाव से पहले संगीता का जाना बसपा के लिए बड़ा झटका है। इसकी पटकथा पहले से तैयार थी, जब वह पार्टी के कार्यक्रमों से दूर रहकर प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री सहित भाजपा के अन्य नेताओं से मिलने लगी थीं। संगीता के ससुर गांधी आजाद बसपा के संस्थापक सदस्य रहे हैं। वह राज्यसभा सदस्य रहने के अलावा बसपा के राष्ट्रीय महासचिव भी रह चुके हैं।

    2019 के चुनाव में भाजपा प्रत्‍याशी को दी थी मात   

    पूर्वांचल की राजनीति में उनके परिवार को दलितों का बड़ा हिमायती माना जाता है। संगीता आजाद के पति अरिमर्दन आजाद लालगंज विधानसभा क्षेत्र से बसपा के विधायक रह चुके हैं। संगीता आजाद ने 2019 में डेढ़ लाख लाख से अधिक वोटों से भाजपा प्रत्याशी नीलम सोनकर को हराया था।

    संगीता आजाद ने की पीएम मोदी की तारीफ   

    जागरण से बातचीत में उन्होंने कहा कि भाजपा की रीतियों-नीतियों व प्रधानमंत्री द्वारा सर्व समाज के हित के लिए किए जा रहे तमाम कार्य ने प्रभावित किया है। उनकी दूरगामी सोच, दुनिया में देश का बढ़ा सम्मान पीएम मोदी की देन है।

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