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    मनरेगा जॉब कार्ड है तो लगाएं फलदार पौधे, खर्च उठाएगी सरकार

    जागरण संवाददाता, आजमगढ़ : आपके पास मनरेगा का जाब कार्ड संग जमीन है तो आप के लिए खुशखबर

    By JagranEdited By: Updated: Sun, 22 Apr 2018 10:51 PM (IST)
    मनरेगा जॉब कार्ड है तो लगाएं फलदार पौधे, खर्च उठाएगी सरकार

    जागरण संवाददाता, आजमगढ़ : आपके पास मनरेगा का जाब कार्ड संग जमीन है तो आप के लिए खुशखबरी। अब आपकी जमीन पर फलदार पौधे लगाने स्वयं वन विभाग आएगा। मुख्यमंत्री फलोद्यान योजना के तहत यह कार्य होगा। इसमें वन विभाग किसान को फलदार पौधे मुहैया कराएगा। इतना ही नहीं इस पर होने वाले समस्त खर्च को भी उठाएगा। साथ ही मनरेगा के तहत मजदूरी भी मिलेगी। इस योजना को मूर्तरूप देने के लिए वन विभाग ने कमर कस ली है। योजना का सुचारु रूप से संचालन हो इसके लिए उद्यान विभाग को नोडल विभाग नामित किया गया है।

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    गौरतलब है कि प्रदेश सरकार ने फल उत्पादन को बढ़ाने के लिए फलोद्यान योजना की शुरुआत की है। इसके तहत जिले के मनरेगा योजना के पात्र जाब कार्डधारकों को पात्र माना गया है। शासन का निर्देश है कि संबंधित पात्र अपनी निजी भूमि पर फलोत्पादन के लिए बागवानी कर सकते हैं। इसमें फलदार वृक्ष जैसे आम, अमरूद, नीबू, अनार, संतरा आदि शामिल किए जा सकेंगे। किसानों को योजना का लाभ पाने के लिए संबंधित योजना के नोडल उद्यान विभाग से संपर्क करना होगा या फिर ग्राम प्रधान व ग्राम पंचायत अधिकारी से। विभाग को बागवानी के लिए संबंधित भूमि व पात्रता के बारे में आवश्यक अभिलेख उपलब्ध कराना होगा। संबंधित विभाग किसान के पात्रता व अभिलेखों की जांच कर योजना का लाभ दिलाने की प्रक्रिया को पूरी करेगा। किसानों को योजना के मुताबिक संबंधित फलदार पौध की खरीददारी स्वयं करनी होगी। इसके बाद संबंधित खर्च का भुगतान पाने के लिए बिल संबंधित विभाग को देना होगा। इसके अलावा पौधों को लगाने के लिए गड्ढे आदि की खोदाई मनरेगा तहत होगी। इस पर कार्य करने वाले मजदूरों को मजदूरी भी मिलेगी। भुगतान मजदूर के खाते में होगा। विभाग के मुताबिक किसानों को योजना का लाभ पाने के लिए शासन के दिशा-निर्देशों के अनुरूप ही पौधरोपण कराना होगा।

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    नियमों के तहत लगेंगे पौधे

    मौसम व उस क्षेत्र की परिस्थतिकी अनुसार फलदार पौधे लगेंगे। फलों में मुख्य रूप से नीबू, अमरूद व अनार के पौध को तीन गुणे तीन मीटर की दूरी पर लगाना होगा। इसी तरह संतरा व छोटी पौध प्रजाति के आम को पांच गुणे पांच मीटर, अमरुद, आंवला, व बेल के पौध की दूरी छह गुणे छह मीटर के अनुपात में होगी। बड़े प्रजाति के आम व आंवला पौध की दूरी 10 गुणे 10 मीटर होगी। संबंधित पौधरोपण किसान उद्यान विभाग के अधिकारी व कर्मचारी की निगरानी में करेंगे। किसानों को संबंधित विभाग द्वारा पौधों के बेहतर देखरेख के लिए आवश्यक सुझाव भी दिए जाएंगे।

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    वर्षवार किसानों को मिलेगी लागत :

    --- वर्ष--- - 1111 पौध प्रति हेक्टेयर - 400 पौध प्रति हे. - 277 पौध प्रति हे. -100 पौध प्रति हे.

    1- प्रथम वर्ष - 159234.32 रुपये 54208.77 रुपये 39278.75 रुपये 24315.43 रुपये

    2- द्वितीय वर्ष - 43292.84 रुपये 16676.00 रुपये 12078.88 रुपये 5444.00 रुपये

    3- तृतीय वर्ष - 41642.84 रुपये 16073.00 रुपये 11659.88 रुपये 5294.00 रुपये

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    नहर, सड़क व सार्वजनिक स्थल भी होंगे हरे-भरे

    मुख्यमंत्री सामुदायिक वनिकी योजना के तहत सड़क किनारे, सार्वजनिक परिसरों, शवदाह गृह, खेल मैदान, आंगनबाड़ी केंद्र, शासकीय विद्यालय, ग्राम सभा की जमीन और शासकीय जमीन पर पौधरोपण कर उन्हें भी हरा-भरा बनाया जाएगा। इस योजना के तहत सड़क के किनारे प्रत्येक पौध छह मीटर की दूरी पर लगाया जाएगा। जिसमें 200 पौधेरोपित किया जाना है। इसी तरह नहर के किनारे चार मीटर की दूरी पर 400 पौधे लगाया जाएगा। सामुदायिक स्थल पर ब्लाक प्लांटेशन में चार मीटर की दूरी पर 625 पौधे लगाने हैं। वहीं सार्वजनिक परिसर या उसके चारों तरफ चार मीटर की दूरी पर कुल 200 पौधे लगाने हैं। इन जमींनों पर आम, इमली जामुन नीम, सहजन, अर्जुन, पीपल, बरगद, शीशम व सागौन आदि पौधे लगाने होंगे। पौधों की सुरक्षा के लिए बांस का ट्रीगार्ड व ट्रीगार्ड नेट लगाने होंगे जिससे पौधे सुरक्षित रहें। योजना पर हो रहा तेजी से काम

    मुख्यमंत्री की महत्वपूर्ण योजनाओं में शामिल मुख्यमंत्री फलोद्यान योजना पर तेजी से काम हो रहा है। योजना का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जा रहा है। जिले में फलों के उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए अधिकाधिक किसानों को योजनाओं का लाभ दिलाया जाएगा। शासन ने अभी कोई लक्ष्य निर्धारित नहीं किया है। उद्यान विभाग को इस बाबत आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिया गया है। मनरेगा योजना के पात्र जाबकार्ड धारी किसानों के लिए यह योजना वरदान साबित होगी।

    शेष नरायण मिश्र, डीएफओ, आजमगढ़।