अब सरकारी अस्पतालों में भी हार्ट मरीजों को मुफ्त में लगेगा 'टेनेक्टेप्लेस' इंजेक्शन, दिल की धड़कन को करेगा सामान्य
हृदय रोगियों के लिए खुशखबरी! सरकारी अस्पतालों में अब 'टेनेक्टेप्लेस' इंजेक्शन मुफ्त मिलेगा, जो दिल के दौरे के बाद धड़कन सामान्य करेगा। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, यह इंजेक्शन सभी सरकारी अस्पतालों में उपलब्ध होगा, जिससे गरीब मरीजों को राहत मिलेगी। डॉक्टरों का कहना है कि यह इंजेक्शन दिल के दौरे के शुरुआती घंटों में प्रभावी है, जिससे हृदय की मांसपेशियों को नुकसान से बचाया जा सकता है।
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सरकारी अस्पतालों में हार्ट रोगियों को मुफ्त में लगेगा टेनेक्टेप्लेस इंजेक्शन।
जागरण संवाददाता, आजमगढ़। जिले में ह्रदय रोग से पीड़ित मरीजों में शासन ने राहत बड़ी उम्मीद जगाई है। निजी अस्पतालों में ह्रदय रोग से पीड़ित मरीजों को तत्काल स्वास्थ्य लाभ देने के लिए लगाई जाने वाली 40 से 50 हजार रुपये के टेनेक्टेप्लेस इंजेक्शन को स्वास्थ्य विभाग द्वारा जिला अस्पताल और सात सीएचसी पर उपलब्ध कराया गया है। यह इंजेक्शन ह्रदय रोग से पीड़ित मरीजों को फ्री में लगाया जाएगा।
इंजेक्शन लगाने के पहले मरीज की ईसीजी करके उसकी रिपोर्ट राममनोहर लोहिया अस्पताल में भेजा जाएगा। वहां से इंजेक्शन लगाने की अनुमति मिलते ही मरीज को इंजेक्शन लगाकर उसकी जिंदगी को बचाया जा सकेगा। यह इंजेक्शन बंद धमनी को खोलकर दिल की धड़कनें सामान्य करने में मदद करती है।
यह अत्याधुनिक इंजेक्शन हृदयाघात के मरीजों के लिए जीवनरक्षक सिद्ध हो सकता है। स्वास्थ्य सचिव के निर्देश पर पूर्वाचल के दस जिलों के चिकित्सक और फार्मासिस्ट को राममनोहर लोहिया अस्पताल लखनऊ में प्रशिक्षित किया गया।
जिले के सात सीएचसी, जिला अस्पताल, चार सौ शैय्या अस्पताल में हार्ट के मरीजों के लिए स्टेमी केयर सेंटर बनाया गया है। यहां मरीजों की ईसीजी जांच करने के लिए मानीटर की व्यवस्था की गई है।
दिल का दौरा पड़ने के बाद शुरुआती ‘गोल्डन आवर’ में मरीज को टेनेक्टाप्लेस देने से उसके बचने की संभावना कई गुना बढ़ जाती है। जिले में अब तक इस दवा की अनुपलब्धता के कारण गंभीर मरीजों को बड़े शहरों में भेजना पड़ता था। टेनेक्टेप्लेस इंजेक्शन की उपलब्धता स्वास्थ्य ढांचे में मील का पत्थर है। इससे उन मरीजों को जीवनदान मिलेगा जो समय पर उपचार न मिलने से गंभीर अवस्था में पहुंच जाते हैं।
अब जिले के मरीजाें को लखनऊ और दिल्ली जाने की जरूरत नहीं है। जिले की स्वास्थ्य सुविधाएं हाईटेक हो गई है। जिला अस्पताल में ह्रदय रोगियों को बेहतर इलाज की सुविधा मिलेगी। यह इंजेक्शन निजी अस्पतालों में इंजेक्शन 40 से 50 हजार रूपये में मिलता है, उसी इंजेक्शन को शासन स्तर से जिले के अस्पतालों में निश्शुल्क उपलब्ध कराया गया है। -डॉ. अनिलेश यादव, कार्डियोलॉजिस्ट।
प्रशिक्षित किए गए स्वास्थ्यकर्मी
ह्रदय रोगियों को मुकम्मल इलाज मिले, इसके लिए नोडल अधिकारी डा.उमाशरण पांडेय के नेतृत्व में जिला अस्पताल के डॉ. सीपी राय और फार्मासिस्ट ऋषिदेव मौय के साथ सात सीएचसी के चिकित्सकों ने राममनोहर लोहिया अस्पताल में ट्रेनर के माध्यम से प्रशिक्षण प्राप्त किया है।
ऐसे लगेगा टेनेक्टेप्लेस इंजेक्शन
मरीज को इंजेक्शन लगाने के पहले प्रशिक्षित चिकित्सक और फार्मासिस्ट मरीज का ईसीजी करके व्हाट्सग्रुप पर राममनोहर लोहिया के विशेषज्ञ चिकित्सक को भेजेगें। इसके बाद विशेषज्ञ चिकित्सक के निर्देश पर उन्हें टेनेक्टेप्लेस का इंजेक्शन लगेगा।
टेनेक्टेप्लेस के आने से हृदय रोग से होने वाली मृत्यु दर में कमी आएगी। आमजन को हृदयाघात के लक्षण पहचानने और तुरंत चिकित्सा सहायता लेने के लिए भी जागरूक किया जा रहा है। ह्रदय रोगियों के लिए सारी सुविधाएं मुकम्मल है। -डॉ. उमाशरण पांडेय, एसएमओ व नोडल अधिकारी।

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