पूर्व सीएम रामनरेश ने राजनीति में ईमानदारी को दिया महत्व
जागरण संवाददाता अंबारी (आजमगढ़) सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री व मध्यप्रदेश के पूर्व राज्यपाल राम नर
जागरण संवाददाता, अंबारी (आजमगढ़): सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री व मध्यप्रदेश के पूर्व राज्यपाल राम नरेश यादव की पांचवीं पुण्यतिथि सोमवार को श्रद्धापूर्वक मनाई गई। उनके चित्र पर श्रद्धासुमन अर्पित कर व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डाला गया। वक्ताओं ने उन्हें सादगी एवं ईमानदारी का प्रतीक बताते हुए पूर्वांचल का गांधी कहा। उन्होंने राजनीति में सादगी और ईमानदारी की छाप छोड़ते हुए राजनीति में ईमानदारी को महत्व दिया। उनके विचार आज राजनीतिक क्षेत्र के लिए अनुकरणीय हैं।
कंपोजिट इंग्लिश मीडियम स्कूल अंबारी में प्रधानाध्यापक राजेश यादव की अध्यक्षता में गोष्ठी हुई। इसी स्कूल से पूर्व मुख्यमंत्री ने प्राथमिक शिक्षा ग्रहण की थी। जनता इंटर कालेज अंबारी में पुण्यतिथि का आयोजन प्रधानाचार्य हरेंद्र प्रताप सिंह ने किया। शिक्षकों ने बाबूजी के चित्र पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। कई वर्षों तक रामनरेश यादव इस स्कूल के प्रबंधक रहे। गया प्रसाद स्मारक राजकीय महिला महाविद्यालय अंबारी में प्राचार्य यादवेंद्र आर्य ने पुण्यतिथि का आयोजन किया। संचालन डा. उदयभान यादव ने किया। आरोग्य निकेतन अंबारी पर रामनरेश यादव के छोटे भाई डा. सुरेश यादव के नेतृत्व में पुण्यतिथि मनाई गई।
इसी क्रम में जिला कांग्रेस कमेटी कार्यालय पर पूर्व मुख्यमंत्री की पुण्यतिथि मनाई गई। प्रदेश सचिव राम अवध यादव ने कहा कि बाबूजी अपने जीवन की शुरुआत से ही मेधावी छात्र रहे। उनका पूरा जीवन संघर्षों से भरा रहा। वे सादगी व ईमानदारी के बल पर सात बार दोनों सदनों के सदस्य रहे। इसमें तीन बार सांसद व चार बार विधानसभा में प्रतिनिधित्व किया। अध्यक्षता पीसीसी सदस्य मुन्नू यादव व संचालन उपाध्यक्ष तेज बहादुर यादव ने किया।
श्रद्धांजलि सभा में शहर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष नजम शमीम, बेलाल अहमद बरकत खां, संदीप कपूर, प्रदीप यादव, अब्दुल रहमान, रामाश्रय राय, राजीव मिश्रा, वीरेंद्र चौहान, डा. राजेश्वरी पांडेय, महिला प्रकोष्ठ की जिलाध्यक्ष शीला भारती आदि की भागीदारी रही।
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