UP Dial 112: सूचना मिलने के बाद इस जिले की पुलिस को मौके पर पहुंचने में लगते हैं 6.5 मिनट
बलरामपुर में डायल 112 सेवा लोगों के लिए संकट में मददगार साबित हो रही है। जिले में 69 गाड़ियां हैं जिनमें 52 चार पहिया और 17 दो पहिया वाहन शामिल हैं। पुलिस को सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंचने में औसतन 6.5 मिनट लगते हैं। अपराध वाले थानों में तीन-तीन गाड़ियां लगाई गई हैं। प्रदेश की रैंकिंग में सुधार के लिए प्रयास जारी हैं।
संवाद सहयोगी, बलरामपुर (आजमगढ़)। किसी प्रतिकूल परिस्थिति या संकट में सबसे पहले लोग पुलिस को याद करते हैं और डायल 112 मिलाते हैं। ऐसे में सूचना मिलते ही पुलिस को त्वरित रिस्पांस देना होता है। प्रदेश स्तर से जारी डायल 112 की रैंकिंग में जिला 26वें स्थान पर है। आंकड़ों के मुताबिक डायल 112 में सूचना मिलने के बाद जिले की पुलिस को मौके पर पहुंचने में 6.5 मिनट लगते हैं।
त्वरित सेवा में डायल-112 बेहद कारगर साबित हो रहा है। जिले में डायल-112 की स्थित पर नजर डालें तो तो कुल 69 गाड़ियां हैं। इसमें 52 चार पहिया तो 17 दो पहिया लोगों को आपात सेवाएं दे रहीं हैं। इतना ही नहीं, लोगों को सुरक्षा का भरोसा दिलाने के लिए 395 पुलिस और 135 होमगार्ड के जवान शामिल हैं।
यह तब है जबकि, जिले की आबादी लगभग 59 लाख के हिसाब से डायल-112 की गाड़ियां पर्याप्त नहीं है। ऐसे में अपराध ज्यादा होने वाले थानों को चिन्हित कर वहां तीन-तीन गाड़ियां लगाई गई हैं।
चट्टी-चौराहों पर सक्रिय रहती है डायल-112 की पुलिस
डायल-112 की टीमें सिर्फ शिकायत मिलने पर ही सक्रिय नहीं होती है। रात के समय भी ग्रामीण क्षेत्रों के चट्टी-चौराहे और शहरी क्षेत्रों में तैनात रहती है। रात 10 बजे से सुबह छह बजे तक महिला पुलिस कर्मियों के माध्यम से भी आधी आबादी की सुरक्षा की जाती है।
जल्द मिलेगी दस नई चार पहिया वाहन
डायल-112 की आपात सेवाओं में संचालित हो रही 52 चार पहिया वाहन में से कई वाहन अपनी समय सीमा पूरी कर चुके हैं। ऐसे में घटना स्थल पर पहुंचने के लिए पुलिस कर्मियों को काफी परेशानी होती है। यही कारण है कि विभाग द्वारा शासन से दस चार पहिया वाहन का डिमांड भेजा गया है।
डायल 112 में 52 चार पहिया व 17 दो पहिया मुस्तैद
जिले में डायल 112 के रिस्पांस टाइम में यू ही सुधार नहीं आया है। वाहनों की वजह से शिकायत पर जल्द से जल्द पहुंचने में सक्षम है।
हमारा प्रयास है कि प्रदेश की रैंकिंग में पहला स्थान हो। काफी हद तक तो रिस्पांस टाइम में सुधार किया गया है। रैंकिंग में सुधार के लिए कार्य किया जा रहा है। - अभय राज मिश्रा, डायल-112 प्रभारी ।
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