कान को ढकें, सफेद कपड़ों को दें तवज्जो
-चार बार भाप लेना व गर्म पानी-नमक से गरारा करना फायदेमंद -अवसरवादी वायरस है कोरोना मजब
-चार बार भाप लेना व गर्म पानी-नमक से गरारा करना फायदेमंद
-अवसरवादी वायरस है कोरोना, मजबूत इम्युनिटी से ही हराना संभव
जागरण संवाददाता, आजमगढ़ : राजकीय होम्योपैथी मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य एवं विभागाध्यक्ष कम्युनिटी मेडिसिन प्रोफेसर डॉ. राजेंद्र सिंह राजपूत ने कहाकि कोविड-19 संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है। संक्रमण का चेन तोड़ने के लिए आंख-नाक ही नहीं कान को भी ढकना जरूरी है। बेहतर होगा कि मास्क के साथ सफेद गमछा एवं कपड़ा ही उपयोग में लाएं। कान से कोरोना का संक्रमण तो नहीं लेकिन दूसरे कई तरह के संक्रमण जरूर होते हैं। संक्रमण हमारी इम्युनिटी को कमजोर करते हैं, जिससे दूसरी गंभीर बीमारियां होने से इंकार नहीं किया जा सकता है।
प्रो. राजपूत ने कहाकि सतर्कता से हम आशंकित मुश्किलों को टाल सकते हैं। कहाकि, बाहर से घर आने पर जूता-चप्पल बाहर ही निकालें। हमें पता नहीं होता, लेकिन यही बहुतेरे संक्रमण के वाहक होते हैं। भोजन ताजा करें, बाहर की चीजें खाने से परहेज करना चाहिए। नींद पूरी लें, जिससे तनाव नहीं होगा। ताजा भोजन करने की आदत डालें। चार से पांच बार भाप लें व दो बार गर्म पानी नमक से गरारा (गार्गल) करें। कहाकि सफेद कपड़ों पर सूर्य की रोशनी पड़ने पर पराबैगनी किरणें निकलती हैं। इससे कई तरह के संक्रमण के वाहक फंगस खत्म हो जाते हैं। कोविड-19 वायरस अवसरवादी है, व्यक्ति की आंतरिक ऊर्जा कमजोर पड़ते ही अटैक कर देता है। इसलिए हमें सतर्कता के जरिये संक्रमण के दूसरे वाहकों को रोकने के लिए हाथों को बार-बार डिटर्जेंट से धोने, मास्क पहनने, भीड़-भाड़ में न जाने के अलावा योग-व्यायाम की आदत को लंबे समय तक आत्मसात करना होगा।
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