घुसपैठियों से मुठभेड़ में बीएसएफ जवान शहीद
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- बलिदान
-बांग्लादेश की सीमा पर सर्च आपरेशन के दौरान लगी गोली
-दो वर्ष पहले हुई थी भर्ती, शोक में डूबा महवी शेरपुर गांव
जागरण संवाददाता, बिलरियागंज (आजमगढ़): पश्चिम बंगाल से सटे बांग्लादेश की सीमा पर सर्च आपरेशन के दौरान घुसपैठियों से मुठभेड़ में जिले के रहने वाले बीएसएफ जवान विवेक तिवारी शहीद हो गए। वह रविवार रात करीब एक बजे अपनी टोली के साथ बांग्लादेशी घुसपैठियों के खिलाफ सर्च आपरेशन चला रहे थे। उसी समय मुठभेड़ हो गई, जिसमें गंभीर रूप से घायल होने के कारण विवेक बलिदान हो गए।
बिलरियागंज थाना क्षेत्र के महवी शेरपुर गांव निवासी विवेक तिवारी (24) पुत्र हरिनारायण तिवारी दो वर्ष पूर्व बीएसएफ में भर्ती हुए थे। सात माह पहले पश्चिम बंगाल में पोस्टिग हुई। उससे पहले जम्मू-कश्मीर में थे। शहीद विवेक तिवारी की पत्नी मनीषा और दो वर्ष की पुत्री है। बलिदान की सूचना मिलते ही परिवार और गांव में शोक की लहर दौड़ गई। क्षेत्र के जिन लोगों के कानों तक गांव के लाल के बलिदान होने की सूचना पहुंची वह परिवार को सांत्वना देने के लिए पहुंचने लगे।
विवेक के पिता घर पर ही रहकर खेतीबाड़ी करते हैं, जबकि छोटे भाई अमित तिवारी मसुरियापुर स्थित कुमुद सिंह स्नातकोत्तर महाविद्यालय में एमए अंतिम वर्ष के छात्र हैं। उनकी शादी तीन वर्ष पूर्व महराजगंज थाना क्षेत्र के अरहरिया गांव में मनीषा त्रिपाठी के साथ हुई थी। उनकी दो वर्ष की बेटी है।
स्वजनों के अनुसार उनका पार्थिव शरीर मंगलवार की सुबह पहुंचने की संभावना है। इस दुखद सूचना के मिलने के बाद से माता-पिता और पत्नी मनीषा के करुण क्रंदन से पूरे गांव में कोहराम मचा हुआ है। गां के वरुण तिवारी, राहुल मिश्र प्रधान, हरिवंश दुबे, शैलेंद्र तिवारी, लालजी तिवारी, भोला तिवारी सहित सैकड़ों लोग दरवाजे पर जुटे थे।

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