खान-पान व योग के हथियार से करें बीमारियों पर प्रहार
आजमगढ़ ठंड अब सुबह-शाम की रह गई है। दोपहर में धूप तेज हो रही और शाम ठंड। ऐसे में ठंड-गरम के कारण सेहत संबंधी दुश्वारियां ज्यादा बढ़ जा रही है।
जागरण संवाददाता, आजमगढ़ : ठंड अब सुबह-शाम की रह गई है। दोपहर में धूप तेज हो रही और शाम में ठंड। मौसम में उलटफेर के कारण सेहत संबंधी दुश्वारियां बढ़ जा रही हैं। महिलाओं की परेशानी के बारे में पूछिए मत ..। घर से बाहर तक की जिम्मेदारियों के बीच उनके लिए अपना ख्याल रखने को समय ही नहीं होता है। ऐसे में छोटी-मोटी परेशानियां लगी रहती हैं। जागरण का हैलो डॉक्टर कार्यक्रम आधी आबादी के लिए मुफीद साबित हुई। दरअसल, मेहमान रहीं पीजीआइ चक्रपानपुर की स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. मधु यादव। दूर-दराज बैठी महिलाओं को एक फोन पर मुश्किलों का समाधान पाने का मौका मिला तो चूकना मुनासिब नहीं समझीं। ऐसे में फोन काल्स की झड़ियां लग गईं। मेहमान चिकित्सक ने भी महिलाओं की जिज्ञासाओें को बखूबी शांत किया। रोगों के कारण, निवारण बताने के साथ ही खान-पान पर भी विशेष ध्यान देने को कहा। उन्होंने महिलाओं के सवालों के कुछ यूं जवाब दिए ..।
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सवाल एवं जवाब :::
सवाल : मासिक धर्म महीने में तीन बार आ रही है, क्या करूं।
जवाब : अल्ट्रासाउंड और जांच कराकर स्त्री रोग विशेषज्ञ से मिलें।
सवाल : 14 साल की उम्र में मासिक धर्म ठीक से नहीं आता है।
जवाब : नसें ब्लाक हो सकती हैं। आइवीएफ कराकर किसी स्त्री रोग विशेषज्ञ से जांच कराएं।
सवाल : बच्चेदानी में गांठ है क्या करूं।
जवाब : दवा चल रही है तो इंतजार कर सकती हैं। चार से छह माह में जांच कराएं। दर्द है तो आपरेशन करना जरूरी है।
सवाल : 16 साल की उम्र में अनियमित मासिक धर्म होने के साथ वजन भी बढ़ रहा है।
जवाब : हार्मोनल समस्या हो सकती है। बाहरी चीजें नहीं खाना चाहिए। योग करने से भी राहत मिल सकती है। खाने-पीने पर ध्यान दें, सेहत दुरुस्त होगी। आयरन की गोली ले सकती हैं।
सवाल : दवा खाई थी, ब्लीडिग ज्यादा हो रही है।
जवाब : पहले आप सोनोग्राफी कराएं। किसी विशेषज्ञ डाक्टर से जांच कराकर दवा लें।
सवाल : किस उम्र तक मां बन सकती हूं।
जवाब : 35 साल के बाद प्रजनन की क्षमता कम हो जाती है। ऐसे में मां बनना काफी मुश्किल होता है।
सवाल : 60 साल की उम्र है, बच्चेदानी नीचे खिसक रही है। क्या करें।
जवाब : 50 साल के बाद हार्मोंस कम होने लगते हैं। इसीलिए रोजाना योगा करें। आराम न हो तो जांच कराएं।
सवाल : आठवां महीना चल रहा है खून की कमी है।
जवाब : आयरन का इंजेक्शन लगवाएं। हरी सब्जियां व खाएं खून बनने के आसार बढ़ जाते हैं। साथ ही जांच भी करवाते रहें।
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इन्होंने पूछे सवाल:::
डा. एके यादव कंजहित बाजार, राजीव कुमार शर्मा मेहनगर, अंकल चौहान जहानागंज, इंद्रमणि शर्मा बीबीपुर, शिप्रा सिंह परानापुर, मनीषा सिविल लाइन, सारिका लालगंज, शशि राय रैदोपुर, गीता पांडेय चक्रपानपुर आजमगढ़।
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महिलाओं को बीमारियों से बचने की दी जानकारी
आजमगढ़ : डॉ. मधु यादव ने बताया कि किशोरियों में अनियमित मासिक धर्म की शुरुआत एक साल तक बनी रहती है। इससे घबराने की जरूरत नहीं है। अगर लंबे समय तक बनी रहे तो जांच कराकर इलाज कराएं। वयस्क महिलाओं में सफेद पानी आना (लिकोरिया), पेड़ू में दर्द होना, हल्का बुखार आना, खुजली होना पीआरडी के लक्षण हैं। डाक्टर से परामर्श के बाद ही इलाज करें। मासिक धर्म के समय ज्यादा आराम करना चाहिए। सेनेटरी पैड इस्तेमाल करते समय सफाई का विशेष ध्यान दें। इससे वजन बढ़ने लगता है। चेहरे पर रोएं आने लगते हैं। रोजाना योग करने से लाभ मिलता है। खान-पान पर विशेष ध्यान दें। हरी सब्जियां, फल व दूध का सेवन अत्यधिक करें। मासिक धर्म के समय ज्यादा आराम करना चाहिए। गर्भवती महिलाएं नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर हमेशा जांच कराती रहें और टिटनेस का इंजेक्शन लगवाएं। इसमें सबसे बड़ी परेशानी खून कमी की होती है। गर्भवती महिलाएं सोनोग्राफी कराते रहें ताकि गर्भ में पल रहे शिशु का पता चलता रहे। आयरन की गोली हमेशा लेते रहें। गुड़ व चने का भी इस्तेमाल करना चाहिए। इससे ज्यादा फायदा होता है।