Back Image

Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck

    Azamgarh Shreya Tiwari Case: श्रेया तिवारी आत्‍महत्‍या मामले में प्रिंसिपल और टीचर जमानत पर र‍िहा, ये रही वजह

    By Jagran NewsEdited By: Vinay Saxena
    Updated: Thu, 10 Aug 2023 07:57 PM (IST)

    मऊ सीओ नगर की विवेचना रिपोर्ट पर सीजेएम न्यायालय ने आरोपितों को 20 हजार के निजी मुचलके पर रिहाई का आदेश पारित किया। जिला कारागर से बुधवार की देर रात जेलर विकास कटियार ने प्रिंसिपल व क्लास टीचर को रिहा कर दिया। मामले की जांच में जुटे सीओ मऊ की तरफ से न्यायालय में प्रेषित विवेचना में पुलिस को साक्ष्य मिटाने का भी कोई मजबूत प्रमाण नहीं मिला है।

    Hero Image
    छात्रा श्रेया तिवारी (फाइल फोटो), हरबंशपुर स्थित चिल्ड्रेन गर्ल्स कालेज।- जागरण

    आजमगढ़, जागरण संवाददाता। Azamgarh Shreya Tiwari Case: छात्रा श्रेया तिवारी आत्महत्या मामले में की जा रही पुलिस की जांच में साक्ष्य नहीं मिला है। क्लोजर रिपोर्ट नहीं, साक्ष्य के अभाव के कारण चिल्ड्रेन गर्ल्स कालेज हरबंशपुर के प्रिंसिपल सोनम प्रणव मिश्रा और क्लास टीचर अभिषेक राय की रिहाई हुई है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

     साक्ष्य मिटाने का भी कोई मजबूत प्रमाण नहीं म‍िला

    मऊ सीओ नगर की विवेचना रिपोर्ट पर सीजेएम न्यायालय ने आरोपितों को 20 हजार के निजी मुचलके पर रिहाई का आदेश पारित किया। इसके आधार जिला कारागर से बुधवार की देर रात जेलर विकास कटियार ने प्रिंसिपल व क्लास टीचर को रिहा कर दिया। मामले की जांच में जुटे सीओ मऊ की तरफ से न्यायालय में प्रेषित विवेचना में पुलिस को साक्ष्य मिटाने का भी कोई मजबूत प्रमाण नहीं मिला है। फिलहाल, पुलिस की विवेचना जारी रहेगी।

    क्‍या है पूरा मामला?

    31 जुलाई को कक्षा 11वीं की छात्रा श्रेया तिवारी के पास मिले मोबाइल फोन पर क्लास टीचर व प्रिंसिपल ने गहन पूछताछ की थी। साथ ही स्वजन को बुलाने की बात को लेकर उसे प्रिंसिपल रूम के बाहर खड़ा किया था। कुछ देर बाद छात्रा ने स्कूल की तीन मंजिला छत से कूदकर आत्महत्या कर ली थी। मृत छात्रा के पिता द्वारा लगाए गए आरोप की जांच के बाद सिधारी पुलिस ने हत्या की धारा बदलकर आत्महत्या के लिए उत्प्रेरित करने का मामला दर्ज किया था। प्रिंसिपल व क्लास टीचर को पुलिस ने जिम्मेदार ठहराते हुए गिरफ्तार कर लिया था। उसके बाद आईजी अखिलेश कुमार के आदेश पर विवेचना मऊ के सीओ नगर को सौंपी दी गई थी।

    प्रिंसिपल व क्लास टीचर पर हुई कार्रवाई के विरोध में आठ अगस्त को सीबीएसई स्कूल मैनेजर्स एसोसिएशन उत्तर प्रदेश ने संस्थानों को बंद कर काली पट्टी बांधकर विरोध किया था। अगले दिन उत्तर प्रदेश अभिभावक संघ ने बच्चों को स्कूल न भेजने का आग्रह किया था। मामले में दोनों पक्ष आमने-सामने आ गया था।

    श्रेया तिवारी के साथ आज भी मेरी संवेदना जुड़ी है। वह मेरे स्कूल की छात्रा ही नहीं थी, एक अभिभावक के रूप में मेेरी बेटी के समान थी। हमने उसके भले के लिए ही उसकी मां को बुलाया था, लेकिन उसने ऐसा कदम उठा लिया, जिसे सोचा नहीं जा सकता है। मुझे न्याय तो मिला, लेकिन इस बात का भी दुख है कि पुलिस ने मेरा बयान सबके सामने नहीं रखा, केवल भीड़ की ही सुनी गई।- सोनल प्रणव मिश्रा, प्रिंसिपल, चिल्ड्रेन गर्ल्स कालेज, हरबंशपुर।

    चप्पे-चप्पे पर पुलिस का लगा रहा पहरा

    प्रिंसिपल व क्लास टीचर की रिहाई के बाद किसी तरह की कानून व्यवस्था न बिगड़े इसको लेकर पुलिस काफी सतर्क दिखी। शहर के चौराहा व स्कूलों के पास पुलिस की तैनाती की गई थी। कई थानों की फोर्स व पीएसी के जवान मुस्तैद थे। इस दौरान किसी तरह को किसी संगठन की कोई गतिविधि नहीं दिखाई दी।

    विद्यालयों में मोबाइल प्रतिबंधित: डीआइओएस

    डीआइओएस मनोज कुमार मिश्र ने बताया कि विद्यालयों में छात्रों का मोबाइल लेकर जाना पूरी तरह से प्रतिबंधित है। विद्यालय भी अपने स्तर से मोबाइल ले जाने पर प्रतिबंध लगा सकता है। यह छात्रहित में निर्णय लिया जाता है।

    आज टीम कर सकती है रिपोर्ट प्रेषित

    जिलाधिकारी विशाल भारद्वाज की तरफ से स्कूल की जांच के लिए गठित टीम शुक्रवार के अपनी रिपोर्ट प्रेषित कर सकती है। टीम ने मंगलवार को स्कूल में जाकर निरीक्षण करने के साथ ही आवश्यक जानकारी ली थी। साथ ही कागजात आदि का संकलन किया था। स्कूल प्रबंधन कुछ कागजात गुरुवार तक उपलब्ध कराने का समय लिया था। जांच टीम के पास पर्याप्त कागजात पहुंच गई है। डीआइओएस मनोज कुमार मिश्र ने बताया कि कागजों को परीक्षण किया जा रहा है, जिसमें मान्यता आदि की जांच की जा रही है। जल्द ही समग्र रिपोर्ट डीएम को सौंप दी जाएगी।

    कालेज में शिक्षण कार्य रहा सामान्य

    चिल्ड्रेन गर्ल्स कालेज हरबंशपुर के प्रिंसिपल सोनम प्रणव मिश्रा और क्लास टीचर अभिषेक राय की रिहाई के बाद शिक्षण कार्य सामान्य रहा। प्रिंसिपल कालेज में नहीं गई, वहीं क्लास टीचर रिहाई के बाद अपने जनपद मऊ चले गए। कालेज में हर दिन की तरह शिक्षण कार्य चलता रहा।

    चिल्ड्रेन गर्ल्स कालेज के प्रबंधक कृष्ण मोहन त्रिपाठी ने कहा क‍ि छात्र के साथ हुई दुर्घटना से पूरा विद्यालय आहत है। शासन-प्रशासन द्वारा न्याय संगत कार्रवाई की गई है। निराधार आरोपों में फंसाए गए प्रिंसिपल व क्लास टीचर को रिहा कर दिया गया। हमारी पूरी संवेदना मृत छात्रा श्रेया तिवारी एवं उसके परिवार के साथ है।

    विवेचना बदलकर मऊ सीओ धनंजय मिश्रा को सौंपी गई है। उनकी रिपोर्ट पर रिहाई हुई है। फिलहाल विवेचना जारी रहेगी।- अनुराग आर्य, पुलिस अधीक्षक।