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    आजमगढ़ में लूट और हत्या का बंदी जिला अस्पताल से फरार, दो निलंबित

    Updated: Fri, 12 Dec 2025 03:30 PM (IST)

    आजमगढ़ में लूट और हत्या के आरोप में जेल में बंद उदय उर्फ गुजराती जिला अस्पताल से फरार हो गया। वह इलाज के लिए भर्ती था। लापरवाही के चलते दो बंदी रक्षको ...और पढ़ें

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    जागरण संवाददाता, आजमगढ़। लूट और हत्या जैसे गंभीर आरोपों का बंदी शुक्रवार की भोर में करीब साढ़े तीन बजे जिला अस्पताल से बंदी रक्षकों को चकमा देकर फरार हो गया। गुजरात के अहमदाबाद के थाना ईसापुर का रहने वाला उदय उर्फ गुजराती छह दिसंबर को पाइल्स के इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था।

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    उसकी सुरक्षा को लेकर रोस्टर के हिसाब से दो बंदी रक्षक विनोद दूबे और गौसूल आजम खान की ड्यूटी लगी थी। शुक्रवार की सुबह वह अस्पताल की बेड से शौचालय जाने के लिए उठा और पीछे के गेट से फरार हो गया। काफी देर तक बाहर नहीं आने पर जब दोनों बंदी रक्षक अंदर जाकर देखते तब तक वह फरार हो चुका था।

    काफी तलाश के बाद भी जब बंदी उदय का पता नहीं चला तो बंदी रक्षकों ने जेल प्रशासन को सूचना दी। सूचना मिलते ही जेल प्रशासन के आला अधिकारी मौके पर पहुंचे और बंदी के भागने को लेकर जांच कर वापस लौट गए।

    जेलर अनिल कुमार पांडेय की तहरीर पर दोनों बंदी रक्षकों के खिलाफ पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर बंदी की तलाश में जुट गई है। विभागीय आदेश के बाद दोनों बंदी रक्षक को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है।

    हर 15 दिन पर खून चढ़वाने आता था अस्पताल

    हत्या के आरोप में जिला कारागार में पिछले चार साल से बंद उदय को पाइल्स की बीमारी थी। उसे इलाज के लिए जिला अस्पताल में हर 15 दिन पर खून चढ़वाने के लिए आना पड़ता था। शुक्रवार को वह मौका देखकर फरार हो गया।

    पूर्व में भी पुलिस कस्टडी से हुआ था फरार

    मूलरूप से गुजरात का रहने वाला बंदी उदय फिलहाल गोरखपुर के शाहपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत अमीनानगर में किराए का मकान लेकर रहता था। पूर्व में भी वह जिला कारागार गोरखपुर से पुलिस कस्टडी से फरार हो गया था। काफी तलाश के बाद पुलिस के कब्जे में आया था।

    जिसके बाद प्रशासनिक आधार पर वर्ष 2021 में जिला कारागार आजमगढ़ में स्थानांतरित किया गया था। गुजरात में भी पैरोल पर छूटने के बाद फरार हो गया था। यह जानते हुए भी जेल प्रशासन ने बंदी की सुरक्षा में लापरवाही बरती, जिससे यह दोबारा भागने में कामयाब रहा है।

    फरार बंदी की गिरफ्तारी के लिए पुलिस दबिश दे रही है, बंदी की गिरफ्तारी के लिए उसके ऊपर 25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया जा रहा है। जल्द ही वह पुलिस की गिरफ्त में होगा।
    डा. अनिल कुमार, एसएसपी, आजमगढ़

    ड्यूटी में लापरवाही बरतने के आरोप में दोनों बंदी रक्षकों को निलंबित कर दिया गया है। बंदी की गिरफ्तारी को लेकर जेल प्रशासन और पुलिस दबिश दे रही है।
    आशीष झा, जेल अधीक्षक, आजमगढ़।