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    यूपी के इस जिले में महिला पुलिसकर्मी आराम से कर सकेंगी ड्यूटी, विभाग ने बच्चों के लिए कर दिया है खास इंतजाम

    आजमगढ़ पुलिस विभाग महिला पुलिसकर्मियों के लिए कार्यस्थल पर विश्राम गृह और शिशु गृह (क्रेच) का निर्माण कराएगा। इससे महिला पुलिसकर्मियों को कार्यस्थल पर राहत मिलेगी और वे अपने बच्चों की देखभाल भी कर सकेंगी। पुलिस लाइन में बाल शिशु गृह बनकर तैयार हो गया है और नारी विश्राम गृह का निर्माण कार्य चल रहा है। यह सुविधा मिशन शक्ति योजना के तहत प्रदान की जा रही है।

    By Shailesh Yadav Edited By: Sakshi Gupta Updated: Sun, 01 Jun 2025 02:54 PM (IST)
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    बच्चों की जिम्मेदारी उठाएगा विभाग, महिला पुलिसकर्मी करेंगी ड्यूटी।

    जागरण संवाददाता, आजमगढ़। पुलिस विभाग में महिला पुलिसकर्मियों को उनके कार्यस्थल पर अनुकूल वातावरण और मूलभूत सुविधाएं मिलेंगी। इसके लिए पुलिस विभाग की सभई इकाई, कार्यालयों, पुलिस लाइन और थानों पर नारी विश्राम गृह एवं बाल शिशु गृह (क्रेय) का निर्माण कराया जाएगा।

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    शासन के आदेश पर युद्ध स्तर पर इस दिशा में काम शुरू हो गया है। जिसका लाभ महिला पुलिसकर्मियों व उनके छोटे बच्चों को मिलेगा।

    महिला सुरक्षा के प्रति शासन की प्राथमिकता के दृष्टिगत पुलिस विभाग में महिला पुलिसकर्मियों की बड़े पैमाने पर भर्ती हुई है। मिशन शक्ति अभियान में महिला पुलिस अधिकारियों की अग्रणी भूमिका है। महिला पुलिसकर्मियों को नौकरी के साथ-साथ पारिवारिक दायित्वों की दोहरी भूमिका निभानी पड़ती है।

    ऐसे में जिन महिलाकर्मियों के बच्चे छोटे हैं और घर में उनकी देखभाल करने वाला कोई नहीं है। उनको काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। ऐसे में महिलाओं के लिए विश्राम कक्ष और बच्चों के लिए शिशु गृह (क्रेच) की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। जिससे उन्हें कार्यस्थल पर राहत और मानसिक संतुलन के साथ आत्मबल भी मिलेगा। शासनादेश के अनुसार महिला एवं बाल विकास मंत्रालय ने मिशन शक्ति योजना के तहत कामकाजी महिलाओं के बच्चे को क्रेच की सुविधा प्रदान किए जाने का निर्देश है।

    जिससे महिला पुलिसकर्मियों को कार्यस्थल या अनुकूल वातावरण के साथ मूलभूत सुविधाएं मिल सकें। जिले की पुलिस लाइन में बाल शिशु गृह बनकर तैयार हो गया है। जबकि नारी विश्राम गृह का निर्माण कार्य चल रहा है। उम्मीद है कि वह भी जल्द ही पूरा कर लिया जाएगा।

    बाल शिशु गृह में बच्चों के ककहरा सीखने से लेकर खिलौना व अन्य सामग्री उपलब्ध कराई जा रही है। साथ ही वहां बच्चों की देखरेख के लिए एक महिला की भी तैनाती की जाएगी। अन्य थानों पर भी व्यवस्था का जल्द ही विस्तार किए जाने की संभावना है।

    छह माह की प्रसुति और एक वर्ष की मिलती सीसीएल

    -महिला पुलिसकर्मियों को बच्चों की देखभाल के लिए सुविधाएं मिलती हैं। उन्हें छह माह का प्रसूति अवकाश और एक साल का चाइल्ड केयर अवकाश (सीसीएल) मिलता है। सीसीएल छह-छह माह के दो हिस्सों में मिलता है। यह केवल दो बच्चों तक ही सीमित है। तीसरे संतान की स्थित में यह नियम लागू नहीं होता है। इसके अतिरिक्त पूरे वर्ष में एक माह का आकस्मिक ओर एक माह का उपस्थित अवकाश मिलता है।

    " पुलिस लाइन में बाल शिशु गृह का निर्माण पुरा हो चुका है। जबकि नारी विश्राम गृह का निर्माण कार्य अंतिम दौर में चल रहा है। जल्द ही महिला पुलिसकर्मियों को इसका लाभ मिलने लगेगा।

    -चिराग जैन, एएसपी ग्रामीण।