आजमगढ़ में डीएम का कड़ा रुख, शिक्षामित्र और लेखपाल निलंबित
आजमगढ़ में जिलाधिकारी ने कार्य में लापरवाही बरतने पर एक शिक्षामित्र और एक लेखपाल को निलंबित कर दिया है। शिक्षामित्र पर शिक्षण कार्य में लापरवाही का आरोप है, जबकि लेखपाल को सरकारी कार्यों में उदासीनता के कारण निलंबित किया गया है।

जिलाधिकारी ने दोनों मामलों की जांच के आदेश दिए हैं।
जागरण संवाददाता, (मेहनाजपुर) आजमगढ़। जिलाधिकारी रविन्द्र कुमार ने विधानसभा क्षेत्र लालगंज 351 के सबसे कम प्रगति वाले बूथों का औचक निरीक्षण मंगलवार की देर शाम तक किया। मतदाता पुनरीक्षण के संबंध में एसआइआर को लेकर जिलाधिकारी का यह निरीक्षण अचानक हुआ, जिसकी किसी को भनक तक नहीं लगी। निरीक्षण के दौरान अनियमितताओं और लापरवाहियों पर जिलाधिकारी ने कड़ी नाराजगी व्यक्त की और तुरंत कार्रवाई की।
बूथ नंबर 407 (प्राथमिक विद्यालय शाहपुर) पर जिलाधिकारी ने गंभीर अनियमितता पाई। यहां तैनात बीएलओ शिक्षामित्र रफीउल्लाह ने फार्म वितरण और डिजीटाइजेशन में घोर लापरवाही की। जिलाधिकारी ने मौके पर ही रफीउल्लाह को निलंबित करने का आदेश दिया।
इसी क्रम में बूथ नंबर 385 (प्राथमिक विद्यालय उधरां कूबां) और बूथ नंबर 383 (सिहुकां अबीरपुर प्राथमिक विद्यालय) पर लेखपाल विनोद कुमार यादव ने बीएलओ इंदु देवी और प्रीति सिंह दीपा को सही जानकारी और आवश्यक सहयोग नहीं किया। जिलाधिकारी ने लेखपाल विनोद कुमार यादव को भी तत्काल प्रभाव से निलंबित करते हुए उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई के निर्देश दिए।
बूथ नंबर 361, 362 और 363 की स्थिति भी संतोषजनक नहीं पाई गई। यहां तैनात बी एल ओ अनिल कुमार (अनुदेशक), प्रेम शीला देवी और मीरा प्रजापति को जिलाधिकारी ने कड़ी फटकार लगाते हुए चेतावनी दी कि सभी फॉर्म शीघ्र डिजिटाइजेशन का काम तुरंत पूरा करें। अन्यथा की स्थिति में कड़ी और कठोर कार्रवाई की जाएगी।
जिलाधिकारी ने स्पष्ट निर्देश दिए कि वोटर लिस्ट पुनरीक्षण का कार्य अत्यंत महत्वपूर्ण है और इसमें किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। आने वाले दिनों में अन्य कमजोर बूथों का भी औचक पुनरीक्षण किया जाएगा।
इस निरीक्षण के दौरान एसडीएम लालगंज राजकुमार बैठा, तहसीलदार लालगंज उमेश कुमार सिंह, राजस्व कर्मी सहित अन्य कर्मचारी भी उपस्थित रहे। जिलाधिकारी के इस निरीक्षण की चर्चा पल्हना, मेहनगर आदि क्षेत्रों में जोरों पर रही है। जिलाधिकारी की इस सख्ती से स्पष्ट होता है कि प्रशासन मतदाता पुनरीक्षण के कार्य में किसी भी प्रकार की लापरवाही को बर्दाश्त नहीं करेगा और सभी संबंधित अधिकारियों को अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन गंभीरता से करना होगा।

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