Dengue Alert in UP: बर्ड फ्लू के बाद यूपी में बढ़ा डेंगू का खतरा, स्वास्थ्य महकमा अलर्ट
आजमगढ़ के बलरामपुर में डेंगू के मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग अलर्ट पर है। जिला अस्पताल और सीएचसी-पीएचसी में बेड आरक्षित किए गए हैं। मरीजों की जांच की जा रही है और उन्हें आवश्यक सलाह दी जा रही है। स्वास्थ्य विभाग डेंगू से बचाव के लिए जागरूकता अभियान भी चला रहा है। डेंगू के लक्षणों में तेज बुखार और शरीर में दर्द शामिल हैं
जागरण संवाददाता, बलरामपुर (आजमगढ़)। डेंगू मरीजों की दस्तक से स्वास्थ्य महकमा अलर्ट हो गया है। मौसम में बदलाव के कारण अब डेंगू मरीज धीरे-धीरे उभर कर सामने आ रहे हैं। ऐसे में स्वास्थ्य महकमा ने अपनी तैयारी पूरी कर ली है। जिला अस्पताल में 10, सीएचसी में पांच और पीएचसी में दो के साथ 100 शैय्या अस्पताल में 10 बेड सुरक्षित किए गए हैं।
जिले में डेंगू भी अब धीरे-धीरे पांव पसारने लगा है। ऐसे में बरसात के मौसम में मच्छरों का प्रकोप बढ़ने लगा है। लार्वा भी अब पनपने लगे हैं, जो आने वाले दिनों में लोगों के लिए गंभीर खतरा बन सकता है। डेंगू के मरीजों की सुगबुगाहट से फिलहाल स्वास्थ्य महकमा पूरी तरह से तैयार है। वैसे तो जिला अस्पताल आमतौर पर सर्दी-जुकाम और बुखार के मरीजों से पटा पड़ा रहता है, लेकिन इस समय स्वास्थ्य महकमा उनके इलाज को बेहद गंभीरता से ले रहा है।
सुबह से ही फिजीशियन के ओपीडी के बाहर मरीजों की कतारें लग जा रही हैं। ऐसे में चिकित्सक जहां डेंगू जांच कर इलाज कर रहे हैं तो वहीं सावधानियां बरतने के सलाह भी देते नजर आ रहे हैं। हालांकि संचारी रोग नियंत्रण अभियान के तहत स्वास्थ्य कर्मी लोगों को डेंगू से बचाव की जानकारी देने के साथ-साथ साफ-सफाई के प्रति जागरूक कर रहे हैं।
डेंगू के मिले चार मरीज
बलरामपुर : जिले में लगभग तीन दिनों के भीतर डेंगू के चार मरीजों के मिलने से स्वास्थ्य महकमा अब खूब सावधानी बरत रहा है। विभाग की मानें तो पहले 10 मरीज थे उसके बाद दो और मरीज मिले अब मरीजों की संख्या जिले में 16 के पार हो चुकी है। जांच में डेंगू पाजिटिव मिलने वाले मरीजों की पहचान कर उसे घर पर इलाज की सलाह दी गई है। फिलहाल ऐसे सभी मरीज स्वस्थ हैं।
लक्षण
डेंगू में तेज बुखार, शरीर, सिर व जोड़ों में दर्द के साथ आंखों के पीछे दर्द होता है। त्वचा पर लाल धब्बे या चकत्ते का निशान, नाक, मसूढ़े से उल्टी के साथ रक्तस्राव होता है। काला पैखाना होता है।
बचाव के उपाय
रात और दिन हमेशा सोते समय मच्छरदानी का उपयोग करें। पूरे शरीर को ढकने वाले कपड़े पहनें। मच्छर भगाने वाली दवा, क्रीम आदि का उपयोग करें। घर में आसपास टूटे फूटे बर्तन, कूलर, फ्रिज, पानी टंकी, गमला, फूलदान, घर के अंदर और आसपास पानी नहीं जमने दें। जमे पानी में कीटनाशक व मिट्टी का तेल डालें, फागिंग कराएं।
डेंगू मरीजों के लिए जिला अस्पताल समेत सीएचसी-पीएचसी पर बेड आरक्षित किए गए हैं। जिला अस्पताल में इलाज के लिए आने वाले गंभीर मरीजों को जांच कराई जा रही है। सभी सीएचसी-पीएचसी जांच की सुविधा उपलब्ध है। - डा. उमाशरण पांडेय, एसीएमओ।
जिला अस्पताल में डेंगू के मरीजों के लिए अलग से वार्ड बनाया गया है। हमारे पास जांच के लिए पर्याप्त कीट उपलबध है। जरूरत पड़ने पर उनको भर्ती कर इलाज किया जा रहा है। वैसे अभी कोई मरीज नहीं है। -डा. ओमप्रकाश सिंह, एसआइसी, जिला अस्पताल।
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