आजमगढ़ में साइबर ठगी के मामले में 15 अभियुक्त गिरफ्तार, 110 करोड़ की ठगी का खुलासा
आजमगढ़ में साइबर क्राइम पुलिस ने पीएम किसान योजना के नाम पर 110 करोड़ की ठगी करने वाले 15 आरोपियों को गिरफ्तार किया। लखनऊ में सूचना मिलने पर दो आरोपी ...और पढ़ें

पुलिस अन्य सदस्यों की तलाश कर रही है और लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है।
जागरण संवाददाता, आजमगढ। पीएम किसान योजना एप के माध्यम से लिंक व इनवेस्टमेंट स्कीम के जरिए 110 करोड़ की साइबर ठगी करने वाले 15 अभियुक्तों को साइबर क्राइम थाने की पुलिस ने गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई तब हुई जब लखनऊ के होसड़िया चौराहे पर मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने दो अभियुक्तों को पकड़ा। इनकी निशानदेही पर पुलिस ने 13 अन्य अभियुक्तों को विभिन्न स्थानों पर छापेमारी करके गिरफ्तार किया।
पुलिस ने अभियुक्तों के पास से 23 मोबाइल फोन, 14 एटीएम कार्ड, 15 सिम कार्ड, दो कारें और अन्य इलेक्ट्रानिक उपकरण बरामद किए हैं। यह गिरफ्तारी एक बड़े साइबर ठगी के नेटवर्क का हिस्सा है, जो लोगों को धोखा देकर उनके पैसे हड़पने का काम कर रहा था। पुलिस के अनुसार, अभियुक्तों ने पीएम किसान योजना के नाम पर लोगों को आकर्षित किया और उन्हें निवेश करने के लिए प्रेरित किया।
साइबर क्राइम थाने के अधिकारियों ने बताया कि यह गिरोह लंबे समय से सक्रिय था और विभिन्न तरीकों से लोगों को ठगने का काम कर रहा था। अभियुक्तों ने अपने ठगी के तरीके में तकनीकी ज्ञान का इस्तेमाल किया, जिससे वे आसानी से लोगों को अपने जाल में फंसाने में सफल हो रहे थे।
पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार अभियुक्तों से पूछताछ की जा रही है ताकि इस गिरोह के अन्य सदस्यों और उनके ठगी के तरीकों का पता लगाया जा सके। पुलिस ने लोगों को चेतावनी दी है कि वे किसी भी अनजान लिंक पर क्लिक न करें और अपने व्यक्तिगत जानकारी को साझा करने से बचें। पूर्व में भी जिले से कई साइबर ठग पकड़े जा चुके हैं।
साइबर ठगी के मामलों में वृद्धि को देखते हुए पुलिस ने लोगों को जागरूक करने के लिए कई अभियान चलाने की योजना बनाई है। इसके तहत, लोगों को साइबर सुरक्षा के प्रति जागरूक किया जाएगा और उन्हें ठगी के तरीकों के बारे में जानकारी दी जाएगी।
इस घटना ने यह स्पष्ट कर दिया है कि साइबर अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की आवश्यकता है। पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वे किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत दें ताकि ऐसे अपराधियों को पकड़ा जा सके और उन्हें सजा दिलाई जा सके।
साइबर ठगी के इस मामले ने एक बार फिर से यह साबित कर दिया है कि डिजिटल दुनिया में सतर्क रहना कितना आवश्यक है। पुलिस की इस कार्रवाई से उम्मीद है कि अन्य साइबर अपराधियों में भय का माहौल बनेगा और लोग सुरक्षित रहेंगे।

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