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    Ramotsav 2024: मीडियन हॉर्टिकल्चर सौंदर्यीकरण से अयोध्या के एंट्री प्वॉइंट्स चमकाएगी योगी सरकार

    By Jagran News Edited By: Anurag Gupta
    Updated: Wed, 17 Jan 2024 06:11 PM (IST)

    उत्तर प्रदेश की आध्यात्मिक राजधानी के तौर पर अयोध्या को विकसित करने का योगी सरकार का सपना अब वास्तविकता की शक्ल लेने लगा है। अयोध्या नगर निगम की देखरेख में हो रहे हॉर्टीकल्चर ब्यूटिफिकेशन के कार्य को निर्धारित कॉन्ट्रैक्टर द्वारा जल्द पूर्ण करने के साथ ही 5 वर्ष के लिए संरक्षित करने का कार्य भी करना होगा। इसके अतिरिक्त कॉन्ट्रैक्टर को कई पैमानों को सुनिश्चित करना होगा।

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    उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (फाइल फोटो)

    डिजिटल डेस्क, अयोध्या। उत्तर प्रदेश की आध्यात्मिक राजधानी के तौर पर अयोध्या को विकसित करने का योगी सरकार का सपना अब वास्तविकता की शक्ल लेने लगा है। अयोध्या के त्रेतायुगीन वैभव को लौटाने के साथ ही उसे आधुनिकता और विरासत के समावेश से विकसित करने की प्रक्रिया के अंतर्गत 'नव्य अयोध्या' परियोजना बेहद सफल हो रही है।

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    बता दें कि परियोजना के फेज-1 के तहत सारे काम पूरे हो चुके हैं और नव्य भव्य अयोध्या की सुदृढ़ीकरण की नींव रखी जा चुकी है। अब सीएम योगी की मंशा के अनुसार, नव्य अयोध्या परियोजना के फेज-2 के अंतर्गत कार्य शुरू कर दिए गए हैं। इस क्रम में सीएम योगी के विजन अनुसार मीडियन हॉर्टिकल्चर सौंदर्यीकरण के माध्यम से अयोध्या के एंट्री प्वॉइंट्स को चमकाने की विस्तृत कार्य योजना तैयार कर ली गई है।

    इस क्रम में योगी सरकार के निर्देशानुसार, अयोध्या नगर निगम ने अयोध्या में नेशनल हाइवे 28 के अंतर्गत आने वाले सहादतगंज से लता चौक के बीच सरयू नदी किनारे 24 किमी की स्ट्रेच में हरियाली युक्त सुंदरीकरण प्रक्रिया को पूर्ण किया जाएगा। इसके जरिए राष्ट्रीय राजमार्ग के मध्य और तटबंध ढलानों को सजावटी फूल व पेड़-पौधों से सजाने व संरक्षित करने को 5 वर्ष की समयावधि के लिए कॉन्ट्रैक्टर को आबद्ध करने की प्रक्रिया जारी है। इन कार्यों को पूरा करने के लिए उचित जनशक्ति को भी कार्य पर रखा जाएगा।

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    मीडियन लेन की प्रभावी साज-सज्जा होगी सुनिश्चित

    अयोध्या नगर निगम की देखरेख में हो रहे हॉर्टीकल्चर ब्यूटिफिकेशन के कार्य को निर्धारित कॉन्ट्रैक्टर द्वारा जल्द पूर्ण करने के साथ ही 5 वर्ष के लिए संरक्षित करने का कार्य भी करना होगा। इसके अतिरिक्त कॉन्ट्रैक्टर को कई पैमानों को सुनिश्चित करना होगा। इनमें राष्ट्रीय राजमार्ग के मध्य और तटबंध ढलानों पर सजावटी पेड़, फूल व पौधे लगाना, स्थानीय वनस्पतियों और देशी वर्गों के वनस्पति आवरण का अध्ययन करना, सड़क के मध्य और ढलानों पर पड़े खरपतवार/वनस्पति और अवांछित मलबे को हटाना, लेन की प्रभावी कवरेज सुनिश्चित करने के लिए उचित संख्या में कर्मचारी, वाहन और मशीनरी तैनात करना इसमें प्रमुख रहेगा।

    24x7 घंटे मीडियन की स्वच्छता होगी सुनिश्चित

    स्वच्छ मीडियन और तटबंध ढलानों को कूड़ा-कचरा मुक्त, खरपतवार/मलबा/वनस्पति मुक्त तथा धूल मुक्त रखने के साथ पूरी सड़क को हर वक्त साफ-सुथरा रखना सुनिश्चित किया जाएगा। मीडियन में लगाए गए पौधों में पानी भरने और क्षेत्र को धूल मुक्त रखने के लिए लगातार अंतराल पर मोटर चालित बोरवेल की सुविधा भी कॉन्ट्रैक्टर को उपलब्ध करानी होगी तथा इन सभी कार्यों को इंडियन रोड कांग्रेस (आईआरसी-एसपी-21-2009) द्वारा तैयार प्रासंगिक विशिष्टताओं के अनुसार पूर्ण करना होगा।

    इसके अतिरिक्त, कार्यों को पूर्ण करने के लिए उचित जनशक्ति को भी आबद्ध करना होगा तथा सेवाओं पर तैनात सभी कर्मचारियों को उचित सुरक्षा पोशाक, गियर और आईडी उपलब्ध कराया जाएगा। जनता को अंग्रेजी और हिंदी में आसानी से समझ आने वाले साइनेज बोर्ड भी अयोध्या नगर निगम द्वारा इन मीडियन पर उपलब्ध कराए जाएंगे, जिसमें आपातकालीन संपर्क नंबर आदि का तरीका और प्रदर्शन मुख्य होगा।

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    सुल्तानपुर रोड पर गेट कॉम्पलेक्स के बजट को किया गया रिवाइज

    योगी सरकार द्वारा 140 करोड़ रुपए की लागत से 6 भव्य गेट कॉम्प्लेक्स के निर्माण की प्रक्रिया भी शुरू हो गई है। इस क्रम में अयोध्या-सुल्तानपुर रोड पर 14.69 करोड़ रुपए के जरिए भव्य गेट कॉम्प्लेक्से का निर्माण कराए जाने का प्रावधान था, मगर अब इस बजट को बढ़ाकर 15.46 करोड़ रुपए कर दिया गया है। इसके जरिए 5 मंजिला गेट कॉम्प्लेक्स के निर्माण को सुनिश्चित किया जाएगा, जो अयोध्या के त्रेतायुगीन वैभव की कल्पना को साकार करते दिखेंगे।